कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 35 पत्र लेखन

कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 35 पत्र लेखन के उदाहरण सहित अभ्यास पुस्तिका और अभ्यास प्रश्न उत्तर विद्यार्थी शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। भारत में, जहाँ हिंदी आधिकारिक भाषाओं में से एक है, हिंदी व्याकरण में महारत हासिल करने से छात्रों को विभिन्न प्रकार के करियर में बढ़त मिलेगी। विशेषकर सरकार, पत्रकारिता, अनुवाद और शिक्षा के क्षेत्र में।

पत्र लेखन

पत्र के द्वारा हम अपने मन के विचारों को दूसरे तक पहुँचाते हैं। इसके माध्यम से दूसरे नगरों व देशों में रहने वाले संबंधियों, मित्रों, परिचित एवं अपरिचित व्यक्तियों से हमारा विचार-विनिमय होता है। पत्रों के द्वारा न केवल हमारे व्यक्तिगत संबंध बनते-बिगड़ते हैं बल्कि व्यापार और व्यवसाय में भी इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। अतः जीवन में सफ़लता के लिए हमें पत्र लिखने की कला में निपुण होना चाहिए। हमारा पत्र प्रभावशाली एवं उत्कृष्ट होना चाहिए।

पत्र के प्रकार

मुख्य रूप से पत्र चार प्रकार के होते हैं:
1. निजी पत्र (मित्रों, संबंधियों आदि को)
2. प्रार्थना पत्र (प्रधानाचार्य आदि को आवेदन पत्र)
3. व्यावसायिक पत्र (दुकानदारों, व्यापारियों, कंपनियों को, शिकायती पत्र व समाचार पत्र के संपादक के नाम पत्र)
4. सरकारी पत्र (शासन की ओर से व्यक्ति को या एक विभाग से दूसरे विभाग को)

पत्र के अंग

1. प्रेषक का पता एवं तिथि- यह पत्र के ऊपरी भाग में दायीं या बायीं ओर लिखा जाता है।
2. संबोधन शब्द- पत्र के प्रारंभ में बायीं ओर संबोधन शब्द लिखा जाता है। जैसे- प्रिय मित्र, मान्यवर, महोदय आदि।
3. अभिवादन शब्द- संबोधन शब्द के नीचे यथायोग्य अभिवादन शब्द लिखा जाता है। जैसे- नमस्कार, नमस्ते, सादर प्रणाम आदि।
4. पत्र का विषय- अभिवादन से अगली पंक्ति में ठीक अभिवादन शब्द के नीचे बायीं ओर मूल पत्र (विषय-वस्तु) प्रारंभ करते हैं।
5. पत्र की समाप्ति- पत्र के दायीं ओर लिखने वाले के संबंध सूचक शब्द और नाम लिखते हैं। जैसे- तुम्हारा, आपका, भवदीय आदि।
6. पता- कार्यालयीन एवं व्यावसायिक पत्रों में अपने नाम के नीचे अपना पद व नाम-पता लिखना चाहिए। प्राप्तकर्ता का पता लिफ़ाफ़े पर या पोस्टकार्ड पर लिखा जाता है।

पत्रों के उदाहरण

बीमारी के कारण अवकाश हेतु प्रधानाचार्य को प्रार्थना-पत्र लिखिए।
सेवा में, दिनांक 6-5-2023
प्रधाानाचार्य महोदय,
डी. पी. एस., नई दिल्ली
मान्यवर,
सविनय निवेदन है कि मैं कल रात से ज्वर से पीडि़त हूँ। अतः मैं विद्यालय आने में असमर्थ हूँ। डॉक्टर ने दवा दी है और दो दिनों तक पूर्ण विश्राम करने के लिए कहा है। आपसे विनम्र निवेदन है कि मुझे दिनांक 6-5-2023 व 7-5-2023 का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
धन्यवाद सहित
आपका आज्ञाकारी छात्र
रोहित सिंहा
कक्षा- सातवीं ‘ए’

पुस्तक-विक्रेता से पुस्तक मँगवाने के लिए पत्र

सेवा में, दिनांक 10-5-2023
प्रबंधक महोदय,
सनराइज अकादमी, नई दिल्ली
विषय- पुस्तक मँगवाने हेतु
महोदय,
आपसे अनुरोधा है कि निम्नलिखित पुस्तकें वी. पी. पी. द्वारा नीचे लिखे पते पर शीघ्र भेजने का कष्ट करें। कृपया पुस्तकों का नवीन संस्करण ही भेजें तथा पुस्तकें कटी-फ़टी न हों।
पुस्तक का नाम संख्या कक्षा
व्याकरण दो प्रतियाँ कक्षा- सात
गणित दो प्रतियाँ कक्षा- सात
विज्ञान एक प्रति कक्षा- सात
हिंदी एक प्रति कक्षा- सात
सामाजिक विज्ञान दो प्रतियाँ कक्षा- सात
भवदीय
सत्यनारायण शर्मा, मकान नं॰ 104
सेक्टर-7, फ़रीदाबाद

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