कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर – इंग्लिश व्याकरण

कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर – इंग्लिश व्याकरण सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए सत्र 2023-24 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। चौथी कक्षा के छात्र इंग्लिश ग्रामर के पाठ्यक्रम से संबंधित सभी अध्याय यहाँ से निशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं तथा अपनी परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकते हैं।

कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर (इंग्लिश व्याकरण)

कक्षा 4 इंग्लिश ग्रामर का पाठ्यक्रम तथा मुख्य बिंदु

कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर में विभिन्न प्रकार के वाक्यों, ओपोसिट वर्ड्स, जेंडर, सिंगुलर-प्लूरल शब्द आदि को सामान्यः पढ़ाया जाना है। चौथी कक्षा के पूरा होने तक, छात्रों से लैंग्वेज और ग्रामर के सभी भागों से परिचित होने की उम्मीद की जाती है। स्टोरी तथा तथा लैटर राइटिंग के साथ-साथ, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे निबंध और पैराग्राफ भी लिख सकें। पैराग्राफ और एस्से राइटिंग के अलावा उन्हें स्टोरी राइटिंग के माध्यम से अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करना होता है। उन्हें विभिन्न प्रकार की नाउन, प्रोनाउन और वर्ब-एडवर्ब से परिचित कराया जाएगा। सेंटेंस करेक्शन और प्रेपोजीशन के तौर-तरीकों के उपयोग पर भी ध्यान दिया जाएगा।

कक्षा 4 में अंग्रेजी ग्रामर के अध्ययन की आवश्यकता

विभिन्न प्रकार के वाक्यों पर महारत हासिल करने के लिए कक्षा 4 अंग्रेजी व्याकरण में विभिन्न प्रकार के नाउन, अद्जेक्टिव, प्रोनाउन और सिंगुलर-प्लूरल आदि पढ़ाया जाता है। बच्चों को एप्लीकेशन राइटिंग, लैटर राइटिंग, एस्से और पैराग्राफ राइटिंग की आदत हो जाती है। मूल रूप से, वे उचित पैराग्राफ में अच्छी अंग्रेजी पढ़ना और लिखना सीखते हैं। कभी-कभी छात्रों को लिखित अंग्रेजी में महारत हासिल नही हो पाती परंतु इंग्लिश ग्रामर का सभी प्रयोग करके अलग-अलग तरह के वाक्य बनाने में सक्षम हो जाते हैं। मोडल्स का प्रयोग कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर में पहली बार किया गया है, इसलिए इसका अधिक से अधिक अभ्यास करके इसमें महारत प्राप्त करनी चाहिए।

चौथी कक्षा में इंग्लिश ग्रामर पढ़ने का तरीका

कक्षा 4 अंग्रेजी व्याकरण के अध्ययन के लिए सबसे पहले, भाषा और उसके सभी हिस्सों की समीक्षा की जानी चाहिए। फिर विभिन्न प्रकार के नाउन, वर्ब, प्रोनाउन, कंजंक्शन आदि को सीखने का प्रयास किया जाना चाहिए। मोडल कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर में पहली बार छात्र अध्ययन करेंगे, इसलिए मोडल के आधार पर वाक्य निर्माण का अभ्यास होना चाहिए। फॉर्मल लेटर्स और एप्लीकेशन के अनुप्रयोगों को सीखा जाना चाहिए क्योंकि इससे न केवल परीक्षा में स्कोर करना आसान है बल्कि इसका व्यावहारिक मूल्य भी है। पैराग्राफ राइटिंग और एस्से राइटिंग की कला सीखना धीरे-धीरे ही होता है। इसलिए, धीरे-धीरे पैराग्राफ तथा एस्से की शब्द सीमा बढ़ाई जानी चाहिए।

कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर का उपयोग

कक्षा 4 में अंग्रेजी ग्रामर पढ़ने से विषय के लिखने तथा पढ़ने की समझ में सुधार होता है। प्रेपोजीशन और आर्टिकल का सेंटेंस में सही प्रयोग हम ग्रामर के माध्यम से ही सीखते हैं। चौथी कक्षा इंग्लिश ग्रामर में क्रियाविशेषणों के तौर-तरीके और उपयोग करने के बारे में बताया गया है। इसलिए, उनके उपयोग का निरंतर अभ्यास किया जाना चाहिए। छात्रों को अंग्रेजी ग्रामर में पढ़े गए सभी विषयों को वास्तविक जीवन के उचित उदाहरण से जोड़कर विशेषण और वर्ब आदि के बीच का अंतर और गहराई से समझना चाहिए।

एस्से और स्टोरी राइटिंग का अभ्यास इस प्रकार किया जाना चाहिए कि उसमें विविधता और नवीनता आए। पैराग्राफ राइटिंग एक रचनात्मक कार्य है, इसलिए, छात्रों को अपनी अभिव्यक्ति को उतरना चाहिए। अध्यापकों द्वारा छात्रों को रचनात्मक सोच विकसित करने और इंग्लिश लैंग्वेज में सोचना सीखने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए ताकि वे आसानी से स्टोरी तथा एस्से लिख सकें।

कक्षा 4 अंग्रेजी ग्रामर में किस तथ्य पर अधिक ध्यान देना चाहिए?

कक्षा 4 इंग्लिश ग्रामर में छात्र मोडल के बारे में पहली बार सीखते हैं। इसलिए छात्रों को इस पर अधिक ध्यान देना चाहिए और इसका बार-बार अभ्यास करके आत्मविश्वास के साथ इसे वाक्यों में प्रयोग करना चाहिए। छात्र को मोडल क्रिया को एक संभावना या इरादा या क्षमता, या आवश्यकता के लिए प्रयोग करना सीखना है। उन्हें यहाँ भी जानना है कि मोडल एक प्रकार की सहायक क्रिया हैं, इसलिए इसका उपयोग वाक्य की मुख्य क्रिया के साथ किया जाता है।

कक्षा 4 इंग्लिश ग्रामर में परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

किसी भी अन्य कक्षा की तरह, कक्षा 4 में भी ग्रामर सिखने के लिए बार-बार अभ्यास की आवश्यकता होती है। लगातार बहुत देर तक पढ़ने की बजाए, छोटे-छोटे अंतरालों में अध्ययन करने से इंग्लिश ग्रामर सिखने में अधिक मदद मिलती है। सीखे गए शब्दों या मुहावरों को दैनिक बोलचाल में प्रयोग करने से अंग्रेजी ग्रामर समझने में सहजता आती है। शिक्षकों को पर्याप्त अभ्यास करवाना चाहिए क्योंकि कक्षा 4 में भाषा के लगभग सभी भागों का आंशिक या पूर्ण रूप से अध्ययन कराया जाता है।