कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 3 संधि
कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 3 संधि तथा संधि-विच्छेद के उदाहरण पर आधारित अध्ययन सामग्री और अभ्यास के लिए अभ्यास पुस्तिका शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त की जा सकती है। कक्षा 7 के विद्यार्थी हिंदी ग्रामर में अभ्यास पुस्तिका और विडियो की मदद से अपने पठन को सरल बना सकते हैं।
संधि
दो वर्णों के आपस में मेल से जब विकार (परिवर्तन) पैदा होता है, तो उसे संधि कहते हैं।
उदाहरण:
मत + अनुसार = मतानुसार
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
पर + उपकार = परोपकार
उपर्युक्त शब्दों में पास के दो वर्णों के मेल से परिवर्तन हुआ है। जैसे: ‘मतानुसार’ में अ + अ से ‘आ’ हो गया है।
संधि के भेद
ये तीन प्रकार की होती हैं:
1. स्वर संधि
2. व्यंजन संधि
3. विसर्ग संधि
स्वर संधि
दो स्वरों के मेल से जो वर्ण-परिवर्तन होता है, उसे ‘स्वर-संधि कहते हैं।
उदाहरण:
रवि + इंद्र = रवींद्र
यहाँ, रवि शब्द का ‘इ’, इंद्र शब्द के ‘इ’ के साथ मिलकर ‘ई’ में परिवर्तित हो गया है।
व्यंजन-संधि
व्यंजन के बाद स्वर अथवा व्यंजन के आने से व्यंजन में जो परिवर्तन होता है, उसे व्यंजन-संधि कहते हैं।
व्यंजन + स्वर
जगत् + ईश = जगदीश
सत् + जन = सज्जन
व्यंजन-संधि के नियम
क्, च्, ट्, त्, प् के पश्चात् यदि किसी वर्ग का तृतीया या चतुर्थ वर्ण (ग, घ, ज, झ, ड, ठ, द, धा, ब, भ) य, र, ल, व, ह या कोई स्वर आ जाए तो वह अपने वर्ग का तृतीय वर्ण हो जाता है अर्थात् क् का ग्, च् का ज्, ट् का ड्, त् का द् और प् का ब् हो जाता है।
प्रथम शब्द | द्वितीय शब्द | संधि शब्द |
---|---|---|
वाक् | ईश | वागीश |
उत् | वेग | उद्वेग |
दिक् | गज | दिग्गज |
सत् | गति | सद्गति |
उत् | घाटन | उद्घाटन |
सत् | वाणी | सत्वाणी |
विसर्ग-संधि
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन की संधि को ‘विसर्ग संधि’ कहते हैं।
प्रथम शब्द | द्वितीय शब्द | संधि शब्द |
---|---|---|
तपः | वन | तपोवन |
दुः | आचार | दुराचार |
विसर्ग-संधि के नियम
विसर्ग से पहले यदि ‘अ’ और उसके बाद भी ‘अ’ या किसी वर्ग के तीसरे, चौथे, पाँचवें वर्ण (ग, घ, ङ, ज, झ, ङ्, ड, ढ, ण, द, ध, न, ब, भ, म) अथवा य, र, ल व, श में से कोई वर्ण हो, तो विसर्ग का ‘ओ’ हो जाता है।
प्रथम शब्द | द्वितीय शब्द | संधि शब्द |
---|---|---|
मनः | अनुकूल | मनोनुकूल |
अधा | भाग | अधाोभाग |
तपः | बल | तपोबल |
तेजः | राशि | तेजराशि |
वयः | वृद्धा | वयोवृद्धा |
यशः | दा | यशोदा |