कक्षा 4 हिंदी व्याकरण अध्याय 1 भाषा और व्याकरण
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी व्याकरण पाठ 1 भाषा और व्याकरण तथा उस पर आधारित परिभाषाएँ, प्रश्न तथा उत्तर सीबीएसई और राजकीय बोर्ड सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त करें। हिंदी ग्रामर के इस पाठ में छात्र भाषा की विभिन्न पहलुओं के बारे में संक्षेप में जाएंगें। भाषा के प्रकार – लिखित और मौखिक भाषा का विवरण भी यहाँ दिया गाय है। अभ्यास में दिए गए प्रश्नों की मदद से आप इसे आसानी से दोहरा सकते हैं।
कक्षा 4 के लिए हिंदी व्याकरण अध्याय 1 भाषा
भाषा
जिस साधन से हम अपने विचार बोलकर या लिखकर प्रकट करते हैं तथा दूसरे के विचारों को सुनकर या पढ़कर समझ लेते हैं, वह साधान ही ‘भाषा’ है।
दूसरे शब्दों में ऐसे भी कह सकते हैं: भावों या विचारों के आदान-प्रदान के साधान को ‘भाषा’ कहते हैं।
भाषा के रुप:
भाषा के दो रुप होते हैं:
1. मौखिक भाषा
2. लिखित भाषा
मौखिक भाषा
जब अपने मन के विचार बोलकर प्रकट किए जाते हैं या दूसरों को समझाए जाते हैं, तो वह भाषा का यह रुप ’मौखिक भाषा’ कहलाता है। जैसे
समाचार वाचिका दूरदर्शन समाचार बोलकर सुनाती है और दर्शक उन्हें समझ लेते हैं। चुनावों वेळ समय चुनाव लड़ने वाले नेता जनता को बोलकर अपने विचारों से अवगत कराते हैं तथा उनसे उन्हें वोट देने का आग्रह करते हैं।
लिखित भाषा
जब हम हाथ या मशीन से लिखकर अपनी बात दूसरे तक पहुँचाते हैं, तो वह भाषा का लिखित रुप कहलाता है। जैसे बच्चे परीक्षा-कक्ष में परीक्षा दे रहे हैं। वे परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर अपनी-अपनी उत्तर पुस्तिकाओं मे लिखकर दे रहे हैं। यह लिखित भाषा के उदाहरण है।
हिंदी तथा अन्य भाषाएँ
संसार मे बहुत-सी भाषाएँ बोली, पढ़ी और लिखी जाती हैं। सभी देशों की अपनी-अपनी भाषा हैं। जैसे- जर्मनी में जर्मन, चीन में चीनी, जापान में जापानी, फ़्रांस में फ्रेंच आदि भाषाएँ बोली जाती हैं। इसी प्रकार भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है। यहाँ अधिाकांश लोग हिंदी भाषा का ही प्रयोग करते हैं।
इसके अलावा हमारे देश में भी अनेक भाषाएँ बोली जाती है। जिनमें से कुछ निम्न हैं:
राज्य | भाषा |
---|---|
बंगाल | बंगला |
कर्नाटक | कन्नड़ |
पंजाब | पंजाबी |
महाराष्ट्र | मराठी |
राज्य | भाषा |
---|---|
आंध्रप्रदेश | तेलुगू |
कश्मीर | कश्मीरी |
केरल | मलयालम |
उड़ीसा | उड़िया |
अंग्रेजी अंतर्राष्ट्रीय भाषा है।
भाषा का क्षेत्रीय रूप बोली कहा जाता है। यह आम बोलचाल की भाषा है, जो हर प्रांत और गाँव में बदलती रहती है। बोली का क्षेत्र् सीमित होता है। लेखन कार्य व साहित्य रचना में इसका प्रयोग नहीं होता।
लिपि
भाषा के लिखने के ढंग को लिपि कहा जाता है। हिंदी और संस्कृत भाषाएँ देवनागरी भाषा में, अंग्रेजी भाषा रोमन लिपि में, उर्दू भाषा फारसी लिपि में, पंजाबी भाषा गुरूमुखी लिपि में लिखी जाती है।
व्याकरण
व्याकरण वह शास्त्र् है जो भाषा को शुद्ध बोलना और लिखना सिखाता है। जैसे:
चिड़िया उड़ रहा है। (अशुद्ध)
चिड़िया उड़ रही है। (शुद्ध)
शब्दों और वाक्यों का शुद्ध रुप हमें व्याकरण से ही पता चलता है। व्याकरण का सही ज्ञान प्राप्त करके ही हम किसी भाषा को शुद्ध बोलना, समझना, पढ़ना और लिखना सीख सकते हैं। भाषा के प्रयोग में कोई गलती न हो, इसीलिए व्याकरण का ज्ञान आवश्यक है।
स्मरणीय तथ्य:
1. भाषा मन वेळ भावों को प्रकट करने का साधान है।
2. भाषा वेळ द्वारा दूसरों वेळ मन की बात जानी जा सकती है।
3. भाषा वेळ दो रुप हैं- लिखित और मौखिक।
4. भाषा वेळ लिखने वेळ ढंग को ही लिपि कहा जाता है।
5. हिंदी भाषा की लिपि देवनागरी है।
6. भारत में अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिए गए विकल्पों में से छांटकर लिखिए:
भाषा किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइए।
जिस साधन से हम अपने विचार बोलकर या लिखकर प्रकट करते हैं तथा दूसरे के विचारों को सुनकर या पढ़कर समझ लेते हैं, वह साधान ही ‘भाषा’ है। जैसे सभा में भाषण देना, पात्र के माध्यम से सन्देश भेजना आदि।
भाषा के कितने रुप होते हैं? उदाहरण सहित बताइए।
भाषा के दो रूप होते हैं:
1. मौखिक
उदाहरण: रेडियो या टीवी पर समाचार सुनाना, किसी नेता द्वारा सभा को सम्बोधित करना।
2. लिखित
उदाहरण: किसी को पात्र भेजना, पुस्तक लिखना।
बातचीत के माधयम से विचारों को प्रकट करने के लिए कौन सी भाषा प्रयोग की जाती है?
बातचीत के माधयम से विचारों को प्रकट करने के लिए मौखिक भाषा का प्रयोग किया जाता है।