कक्षा 7 गणित अध्याय 13 एनसीईआरटी समाधान – ठोस आकारों का चित्रण

कक्षा 7 गणित अध्याय 13 के लिए एनसीईआरटी समाधान पाठ 13 ठोस आकारों का चित्रण की प्रश्नावली व्यायाम अर्थात एक्सरसाइज 13.1, 13.2, 13.3 और 13.4 के सभी प्रश्नों के हल अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर यहाँ से मुफ्त प्राप्त किए जा सकते हैं। वर्ग 7 गणित पाठ 15 की चारों प्रश्नावली के प्रश्नों को सरल भाषा में चित्रों के माध्यम से समझकर हल किया गया है। प्रत्येक प्रश्न को चरण दर चरण हल करके दिखाया गया है ताकि किसी भी छात्र को समझने में कोई परेशानी न हो। जो विद्यार्थी ऑफलाइन पीडीएफ़ के माध्यम से पढ़ना चाहते हैं वे तिवारी अकादमी कक्षा 7 गणित ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।

कक्षा 7 गणित अध्याय 13 के लिए एनसीईआरटी समाधान

कक्षा 7 गणित अध्याय 13 पर बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्न उत्तर

Q1

पिरामिड के सभी फलक हमेशा किस प्रकार होते हैं:

[A]. त्रिकोणीय
[B]. आयताकार
[C]. सर्वांगसम
[D]. इनमें से कोई नहीं
Q2

एक ठोस जिसमें केवल एक शीर्ष होता है:

[A]. पिरामिड
[B]. सिलेंडर
[C]. शंकु
[D]. घन
Q3

निम्नलिखित में से कौन-सी 3-डी आकृति है?

[A]. वर्ग
[B]. त्रिभुज
[C]. गोला
[D]. वृत्त
Q4

किस में दो विपरीत समान फलक होते हैं और अन्य फलक समांतर चतुर्भुज के रूप में होते हैं।

[A]. प्रिज्म
[B]. पिरामिड
[C]. शंकु
[D]. क्षेत्र

ठोस आकारों का चित्रण

त्रिविमीय आकार
समतल आकारों के लंबाई और चौड़ाई जैसे दो मापन होते हैं और इसीलिए इन्हें द्विविमीय आकार कहते हैं, जबकि ठोस आकारों के लंबाई, चौड़ाई और ऊँचाई या गहराई जैसे तीन मापन होते हैं। इसीलिए, इन आकारों को त्रिविमीय आकार कहते हैं।
उदाहरण: घन, गोला, बेलन, शंकु इत्यादि।
फलक, किनारे और शीर्ष
ठोस आकार के कोने उसके शीर्ष, उसके ढाँचे के रेखाखंड उसके किनारे (या कोर) तथा उसके सपाट पृष्ठ उसके फलक कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए घन के 8 कोने उसके शीर्ष हैं। घन के ढाँचे को बनाने वाले 12 रेखाखंड उसके किनारे या कोर कहलाते हैं। 6 सपाट वर्गाकार पृष्ठ, जो घन की खाल या त्वचा हैं, उसके फलक कहलाते हैं।

ठोस आकारों सम्बंधी मुख्य अवधारणाएं कौन-कौन से हैं?

ठोस आकारों सम्बंधी मुख्य अवधारणाएं और परिणाम

    • 1. वृत्त, वर्ग, आयत, चतुर्भज और त्रिभुज समतल आकृतियों के उदाहरण हैं, तथा घन, घनाभ, गोला, बेलन, शंकु और पिरामिड ठोस आकारों के उदाहरण हैं।
    • 2. समतल आकृतियों की दो विमाएँ (संक्षिप्त में 2.क्) होती हैं तथा ठोस आकारों की तीन विमाएँ होती हैं।
    • 3. ठोस आकार के कोने उसके शीर्ष, उसके ढाँचें के रेखाखंड उसके किनारे तथा उसके सपाट पृष्ठ उसके फलक कहलाते हैं।
    • 4. ठोस का एक जाल दो विमाओं में एक ऐसा ढाँचा (या रूप रेखा) है, जिसे मोड़कर वह ठोस प्राप्त हो जाता है । एक ही ठोस के अनेक प्रकार के जाल हो सकते हैं।
    • 5. वास्तविक रूप से, ठोस आकारों को सपाट पृष्ठों पर खींचा जा सकता है। हम इसे 3-D ठोस का 2-D निरूपण कहते हैं।
    • 6. एक ठोस के दो प्रकार के चित्र बनाना संभव है:
      (a) एक तिर्यक चित्र, जिसमें लंबाइयाँ समानुपाती नहीं होती हैं । फिर भी यह ठोस के रुप के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर देता है।
      (b) एक समदूरीक चित्र को एक समदूरीक बिंदुकित कागज़ पर खींचा जाता है, जिसका एक प्रतिदर्श इस पुस्तक के अंत में दिया गया है । किसी ठोस के एक समदूरीक चित्र में लंबाइयों को समानुपाती रखा जाता है ।
    • 7. ठोस आकारों का चित्रण एक बहुत ही उपयोगी कौशल है। आपको ठोस आकार के छिपे हुए भाग दिखाई दे जाने चाहिए।
    • 8. एक ठोस के विभिन्न भागों को अनेक विधियों से देखा जा सकता है।
      (a) एक विधि यह है कि दिए हुए आकार को काट लिया जाए। इससे हमें ठोस का एक अनुप्रस्थ-काट प्राप्त हो जाती है।
      (b) एक अन्य विधि यह है कि एक 3-D आकार की एक 2-D छाया देखी जाए।
      (c) तीसरी विधि यह है कि ठोस आकार को विभिन्न कोणों से देखा जाए। देखे गए आकार का सामने का दृश्य, पार्श्व दृश्य और ऊपर का दृश्य हमें उस आकार के बारे में बहुत अधिक जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

कक्षा 7 गणित अध्याय 13 के महत्वपूर्ण प्रश्नों के हल

जाँच कीजिए कि क्या ये कथन सत्य हैं। एक घन एक आयत के आकार की छाया दे सकता है।

सत्य

जाँच कीजिए कि क्या ये कथन सत्य हैं। एक घन एक षट्भुज के आकार की छाया दे सकता है।

असत्य