कक्षा 7 गणित अध्याय 12 एनसीईआरटी समाधान – सममिति
कक्षा 7 गणित अध्याय 12 के लिए एनसीईआरटी समाधान पाठ 12 सममिति की प्रश्नावली व्यायाम अर्थात एक्सरसाइज 12.1, 12.2 और 12.3 के हल विद्यार्थी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। वर्ग 7 गणित पाठ 12 के सभी सलूशन हिन्दी माध्यम तथा अंग्रेजी मीडियम में यहाँ उपलब्ध हैं। इस प्रकार सातवीं कक्षा गणित के सीबीएसई यूपी एमपी बिहार बोर्ड तथा अन्य राजकीय बोर्डों के विद्यार्थी इस समाधान का लाभ उठा सकते हैं। ऑफलाइन पढ़ने के लिए विद्यार्थी कक्षा 7 के लिए गणित समाधान ऐप का प्रयोग कर सकते हैं, जिसमें 7वीं कक्षा के सभी समाधान पीडीएफ़ के रूप में दिए गए हैं।
कक्षा 7 गणित अध्याय 12 के लिए एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 7 गणित अध्याय 12 के लिए एनसीईआरटी समाधान नीचे दिए गए हैं:
कक्षा 7 गणित अध्याय 12 पर बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्न उत्तर
“MATHS” में कौन-सा युग्म अक्षर घूर्णी समरूपता में है?
पिरामिड के सभी फलक हमेशा होते हैं:
सममिति से आप क्या समझते हो?
सममिति का अर्थ है कि किसी पैटर्न का किसी बिन्दु या रेखा या तल के सापेक्ष हूबहू पुनरावृत्ति।
सम बहुभुजों के लिए सममित रेखाएँ
एक बहुभुज, सम बहुभुज कहलाता है, यदि इसकी सभी भुजाओं की लंबाइयाँ बराबर हों तथा सभी कोणों के माप बराबर हों। इस प्रकार, एक समबाहु त्रिुभज, तीन भुजाओं वाला एक सम बहुभुज होता है। इसीप्रकार सम बहुभुज के अन्य उदाहरण वर्ग जो कि एक सम चतुर्भुज है, सम षट्भुज इत्यादि। प्रत्येक समबहुभुज की उतनी ही सममित रेखाएँ होती हैं, जितनी उसकी भुजाएँ होती हैं।
घूर्णन सममिति क्या होता है?
- घूर्णन सममिति
एक पूरे चक्कर (360°) में, एक वस्तु जितनी बार स्थिति के अनुसार, पहले जैसी ही दिखाई देती है, वह संख्या उस घूर्णन सममिति का क्रम कहलाती है। उदाहरणार्थ, एक वर्ग की घूर्णन सममिति का क्रम 4 है तथा एक समबाहु त्रिभुज की घूर्णन सममिति का क्रम 3 है। - घूर्णन का केंद्र
जब कोई वस्तु घूर्णन करती है, तो उसके आकार और माप में कोई परिवर्तन नहीं होता है घूर्णन उस वस्तु को एक निश्चित बिंदु के चारों तरफ घुमाता है। यह निश्चित बिंदु घूर्णन का केंद्र कहलाता है। - घूर्णन कोण
जिस कोण पर वस्तु घूमती है, उसे घूर्णन का कोण कहते हैं। - रैखिक सममिति और घूर्णन सममिति
एक आकृति मे रैखिक सममिति तब होती है, जब कोई ऐसी रेखा प्राप्त की जा सके जिसके अनुदिश उस आकृति को मोड़ने पर, उसके दोनों भाग परस्पर संपाती हो जाएँ। सम बहुभुजों में बराबर भुजाएँ और बराबर कोण होते हैं। यदि घूर्णन के बाद, वस्तु, स्थिति के अनुसार, पहले जैसी ही दिखाई देती है, तो हम कहते हैं कि उसमें घूर्णन सममिति है।
सममिति सम्बंधी मुख्य अवधारणाएं क्या हैं?
सममिति सम्बंधी मुख्य अवधारणाएं और परिणाम
- 1. एक आकृति मे रैखिक सममिति तब होती है, जब कोई ऐसी रेखा प्राप्त की जा सके जिसके अनुदिश उस आकृति को मोड़ने पर, उसके दोनों भाग परस्पर संपाती हो जाएँ।
- 2. सम बहुभुजों में बराबर भुजाएँ और बराबर कोण होते हैं। उनकी अनेक अर्थात् एक से अधिक, सममित रेखाएँ होती हैं।
- 3. प्रत्येक सम बहुभुज की उतनी ही सममित रेखाएँ होती हैं, जितनी उसकी भुजाएँ होती हैं।
- 4. दर्पण परावर्तन से ऐसी सममिति प्राप्त होती है, जिसमें बाएँ-दाएँ अभिमुखों का ध्यान रखना होता है।
- 5. घूर्णन में एक वस्तु को एक निश्चित बिंदु के परित घुमाया जाता है। यह निश्चित बिंदु घूर्णन का केंद्र कहलाता है। जिस कोण पर वस्तु घूमती है, उसे घूर्णन का कोण कहते हैं। आधे या अर्ध चक्कर का अर्थ 180⁰ का घूर्णन है तथा एक-चौथाई चक्कर का अर्थ 90⁰ का घूर्णन है। घूर्णन दक्षिणावर्त और वामावर्त दोनों ही दिशाओं में हो सकता है।
- 6. यदि घूर्णन के बाद, वस्तु, स्थिति के अनुसार, पहले जैसी ही दिखाई देती है, तो हम कहते हैं कि उसमें घूर्णन सममिति है।
- 7. एक पूरे चक्कर (360⁰) में, एक वस्तु जितनी बार स्थिति के अनुसार, पहले जैसी ही दिखाई देती है, वह संख्या उस घूर्णन सममिति का क्रम कहलाती है। उदाहरणार्थ, एक वर्ग की घूर्णन सममिति का क्रम 4 है तथा एक समबाहु त्रिभुज की घूर्णन सममिति का क्रम 3 है।
- 8. कुछ आकारों में केवल एक ही सममिति रेखा होती है, जैसे: अक्षर H, कुछ में केवल घूर्णन सममिति ही होती है, जैसे अक्षर H तथा कुछ में दोनों प्रकार की सममितियाँ होती हैं, जैसे: अक्षर K है। सममिति का अध्ययन इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका दैनिक जीवन में अधिकांशत: प्रयोग होता है तथा इससे भी अधिक महत्व इस कारण है कि यह हमें सुंदर एवं आकर्षक डिज़ाइन प्रदान कर सकती है।
कक्षा 7 गणित अध्याय 12 के महत्वपूर्ण प्रश्नों के हल
ऐसे आकारों के तीन उदाहरण दीजिये, जिनमें कोई सममित रेखा न हो।
सममित रेखा न होने वाली तीन आकृतियों के उदाहरण:
(i) एक विषमबाहु त्रिभुज
(ii) एक समान्तर चतुर्भुज
(iii) एक अनियमित चतुर्भुज
किन्हीं दो आकृतियों के नाम बताइए, जिनमें रैखिक सममिति और क्रम 1 से अधिक की घूर्णन सममिति दोनों ही हों।
वृत्त और समबाहु त्रिभुज है।
यदि किसी आकृति की दो या अधिक सममित रेखाएँ हों, तो क्या यह आवश्यक है कि उसमें क्रम 1 से अधिक की घूर्णन सममिति होगी?
हाँ, क्योंकि केंद्र से जाने वाली प्रत्येक रेखा एक सममित रेखा होती है और केंद्र से इसकी घूर्णन सममिति संभव है।
क्या हमें कोई ऐसी क्रम 1 से अधिक की घूर्णन सममिति प्राप्त हो सकती है, जिसके घूर्णन के कोण 45° हों?
यदि घूर्णन का कोण 45° हो तो, घूर्णन सममिति संभव है। क्योंकि 360° का कोण 45° से विभाज्य है।