कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 21 पद परिचय
कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 21 पद परिचय तथा इसके विभिन्न भागों के बारे में उदाहरण सहित अध्ययन सामग्री छात्र-छात्राएँ शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 7 के विद्यार्थी हिंदी ग्रामर में दिए गए पाठों का अर्थ यहाँ दिए गए विडियो तथा पठन सामग्री की मदद से अधिक आसानी से समझ सकेंगे।
पद-परिचय
जब तक शब्द किसी वाक्य में प्रयुक्त नहीं हो जाता, वह शब्द कहलाता है। वाक्य में प्रयुक्त होने के बाद वह पद कहलाता है। पदों का व्याकरणिक परिचय पद-परिचय कहलाता है।
वाक्य के प्रत्येक पद को पृथक कर उसका प्रकार, भेद-उपभेद तथा अन्य शब्दों के साथ उसका संबंध और व्याकरणिक कार्य दिखाना ही पद-परिचय कहलाता है।
पद के प्रकार
1. संज्ञा
संज्ञा के भेद, लिंग, वचन, कारक, क्रिया के साथ संबंध।
2. सर्वनाम
सर्वनाम के भेद, लिंग, वचन, कारक, क्रिया के साथ संबंध।
3. विशेषण
विशेषण के भेद, लिंग, वचन, विशेष्य।
4. क्रिया
क्रिया के भेद, लिंग, वचन, धातु, काल, वाच्य, कर्ता और कर्म का संकेत।
5. अव्यय पद
अव्यय पद के भेद
अव्यय पद के चार भेद हैं:
(i) क्रिया-विशेषण
(ii) समुच्चयबोधक
(iii) संबंधबोधक
विस्मयादिबोधक
इनके पद-परिचय में केवल भेद और संबंध बताना पर्याप्त है। जैसे -क्रिया-विशेषण में उसके भेद और जिस प्रकार की विशेषता बता रहा है, तथा संबंधबोधक में संबंधी शब्द।
उदाहरण:
उसने महेश को भगाकर पकड़ा।
(क) उसने- सर्वनाम, अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक, पकड़ा- क्रिया का कर्ता।
(ख) महेश को – संज्ञा, व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक, पकड़ा- क्रिया का कर्म।
(ग) भगाकर – पूर्वकालिक क्रिया, रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, पकड़ा क्रिया की विशेषता बता रहा है।
(घ) पकड़ा – सकर्मक क्रिया, पुल्लिग, एकवचन, पकड़ धातु, भूतकाल, कर्तृवाच्य उसने कर्ता की क्रिया।
वीर सैनिक अपने देश पर मरता है।
(क) वीर – विशेषण, गुणवाचक विशेषण, पुल्लिग, एकवचन, सैनिक विशेष्य का विशेषण।
(ख) सैनिक – संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, एकवचन, कर्ता, कारक, मरता है क्रिया का कर्ता।
(ग) अपने – सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम, पुल्लिग, एकवचन, संबंध कारक, संबंधी शब्द देश।
(घ) देश पर – संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, एकवचन, अधिकरण कारक।
(ङ) मरता है – क्रिया, अकर्मक क्रिया, पुल्लिग, एकवचन, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य धातु – मर, सैनिक कर्ता की क्रिया।
अरे! वह तो एक मंदिर है।
(क) अरे! विस्मयादिबोधक अव्यय।
(ख) वह – निश्चयवाचक सर्वनाम, एकवचन, पुल्लिग, एकवचन, कर्ताकारक।
(ग) तो – निपात
(घ) एक – निश्चित संख्यावाचक विशेषण, पुल्लिग, एकवचन, मंदिर विशेष्य का विशेषण।
(ङ) मंदिर – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, एकवचन, कर्तृपूरक।
(च) है – अकर्मक क्रिया, पुल्लिग, एकवचन, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य, मंदिर कर्तृपूरक की क्रिया।