कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 13 विशेषण
कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 13 विशेषण तथा विशेषण के प्रकार के उदाहरण और अभ्यास के लिए पठन सामग्री छात्र-छात्राएँ सत्र 2025-26 के लिए यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। याद रखें कि 7वीं कक्षा में हिंदी व्याकरण सीखना उसे याद रखने के बारे में नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य हिंदी ग्रामर की आधारभूत अवधारणाओं को सीखना है।
- कक्षा 7 हिंदी व्याकरण अध्याय 13 विशेषण तथा विशेषण के प्रकार
विशेषण
संज्ञा अथवा सर्वनाम पद की किसी भी विशेषता का बोध कराने वाले पद विशेषण कहलाते हैं। जैसे – अच्छा, बुरा, अधिक, थोड़ा, तीन, सात, यह, वह आदि।
उदाहरण:
(क) अच्छे लोग कभी झूठ नहीं बोलते।
(ख) वह लड़का बहुत बुद्धिमान है।
उपर्युक्त वाक्यों में अच्छे, वह शब्द क्रमशः लोग, लड़का आदि संज्ञा शब्दों की भिन्न-भिन्न प्रकार की विशेषताओं का बोध करा रहे हैं, अतएव ये सभी शब्द विशेषण हैं।
विशेष्य
जिस संज्ञा या सर्वनाम शब्द की विशेषता बताई जाती है, उसे विशेष्य कहते हैं। जैसे- उस सुंदर फूल को वह लंबी लड़की ले गई और सफेद गाड़ी में बैठकर भाग गई।
| विशेषण | विशेष्य | 
|---|---|
| सुंदर | फूल | 
| लंबी | लड़की | 
| सफेद | गाड़ी | 
| अच्छे | लोग | 
| बुद्धिमान | लड़का | 
प्रविशेषण
जो शब्द विशेषण की विशेषता बताए, उन्हें प्रविशेषण कहते हैं।
उदाहरण:
(क) यह सेब बहुत मीठा है। यहाँ ‘बहुत’ शब्द मीठा की विशेषता बता रहा है, अतः प्रविशेषण है।
(ख) शत्रुघ्न दशरथ का सबसे छोटा बेटा था। यहाँ ‘सबसे’ शब्द ‘छोटा’ विशेषण की विशेषता बतला रहा है, अतः यह प्रविशेषण है।
विशेषण के भेद
1. गुणवाचक विशेषण
2. संख्यावाचक विशेषण
3. परिमाणवाचक विशेषण
4. संकेतवाचक विशेषण
गुणवाचक विशेषण
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों में गुण अथवा दोष (रंग, आकार, समय, स्थान आदि) बताएँ, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं।
| गुणवाचक विशेषण का प्रकार | गुणवाचक विशेषण | 
|---|---|
| गुण | सुंदर, बलवान, विद्वान आदि। | 
| दोष | बुरा, लालची, दुष्ट आदि। | 
| रंग | लाल, पीला, काला आदि। | 
| अवस्था | लंबा, पतला, अस्वस्थ आदि। | 
| स्वाद | खट्टा, मीठा, नमकीन आदि। | 
संख्यावाचक विशेषण
जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की संख्या संबंधी विशेषता का बोध कराएँ, वे संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे- एक कलम, पाँच लड़के, कुछ पुस्तकें आदि।
परिमाणवाचक विशेषण
जो विशेषण किसी वस्तु की नाप-तौल या मात्रा का बोध कराते हैं, वे परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे – बहुत आटा, लीटर भर दूध आदि।
संकेतवाचक विशेषण
जो सर्वनाम शब्द संकेत द्वारा किसी संज्ञा की विशेषता बताएँ, उन्हें संकेतवाचक विशेषण कहते हैं।
उदाहरण:
(क) ये पुस्तकें मेरी हैं।
(ख) वे बालक बुद्धिमान हैं।
संख्यावाचक विशेषण और परिमाणवाचक विशेषण में अंतर
जो शब्द संज्ञा का ज्ञान कराएँ, उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। गिनती कराने वाले शब्द संख्यावाचक होते हैं। जिन वस्तुओं की नाप तोल की जा सके, उनके वाचक शब्द परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे-कुछ छात्र पढ़ रहे हैं। (संख्यावाचक) कुछ पानी नीचे गिर गया। (परिमाणवाचक)
विशेषण की अवस्थाओं के रूप दो प्रकार से बदले जा सकते हैं:
‘अधिक’ और ‘सबसे अधिक’ शब्दों के प्रयोग के द्वारा उत्तरावस्था तथा उत्तमावस्था के रूप बनाए जा सकते हैं:
| मूलावस्था | उत्तरावस्था | उत्तमावस्था | 
|---|---|---|
| वीर | अधिक वीर | सबसे अधिक वीर | 
| चतुर | अधिक चतुर | सबसे अधिक चतुर | 
| लंबा | अधिक लंबा | सबसे अधिक लंबा | 
| सुंदर | अधिक सुंदर | सबसे अधिक सुंदर | 
| गहरा | अधिक गहरा | सबसे अधिक गहरा | 
| ऊंचा | अधिक ऊंचा | सबसे अधिक ऊंचा | 














