कक्षा 3 हिंदी व्याकरण अध्याय 7 लिंग

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 हिंदी व्याकरण अध्याय 7 लिंग तथा उसके प्रकार जैसे स्त्रीलिंग और पुल्लिंग के बारे में विस्तार से शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से पढ़ सकते हैं। तीसरी कक्षा हिंदी व्याकरण के पाठ 7 में हम केवल जीवों के स्त्रीलिंग या पुल्लिंग होने के बारे में नहीं पढ़ते बल्कि अन्य वस्तुओं जैसे पर्वतों के नाम, दिनों के नाम, महीनों के नाम, देश के नाम और ग्रहों के नाम आदि के बारे में भी स्त्रीलिंग या पुल्ल्लिंग का ज्ञान प्राप्त करते हैं।

कक्षा 3 के लिए हिंदी व्याकरण अध्याय 7 लिंग

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लिंग

शब्दों के जिस रूप द्वारा पुरुष अथवा स्त्री जाति का ज्ञान होता है, उसे लिंग कहा जाता है। लिंग की पहचान के लिए चित्रों को देखिए और उनके नीचे लिखे शब्दों को पढ़िएः

पुरूष-जातिस्त्री-जाति
लड़कालड़की
बैलगाय
पुरूषस्त्री

लड़का, बैल और पुरूष पुरूष-जाति के हैं तथा लड़की, गाय और स्त्री स्त्री-जाति के।
इस संसार के सभी प्राणियों को दो वर्गों में बाँटा जा सकता है।
1. पुरुष जाति
2. स्त्री जाति

शब्द के रूप से ही यह पता चलता है कि वह पुरूषजाति का बोध करा रहा है या स्त्री जाति का। याद रखिए- सभी संज्ञा शब्द या तो पुल्लिंग होते है या स्त्रीलिंग में होते है।

लिंग के प्रकार

हिंदी भाषा में लिंग दो प्रकार के होते हैं:
1. पुल्लिग
2. स्त्रीलिंग

पुल्लिंग

जो शब्द पुरुष-जाति का बोध कराते है उन्हें पुल्लिग कहा जाता है। जैसे: लड़का, भाई, दादा, शेर, हाथी, ऊँट आदि।

स्त्रीलिंग:

जो शब्द स्त्री-जाति का बोध कराते हैं, उन्हें स्त्रीलिंग कहा जाता है। जैसे: माँ, बहन, दादी, शेरनी, हथिनी, ऊँटनी आदि।

शब्दों के प्रयोग से ही स्त्रीलिंग तथा पुल्लिंग शब्दों का ज्ञान हो जाता है, फिर भी शब्दों के लिए कुछ विशेष नियम हैं। कुछ शब्द सदैव पुल्लिंग तथा कुछ सदैव स्त्रीलिंग होते हैं।

निम्नलिखित शब्द सदैव पुल्लिंग ही होते हैं जैसे:
दिनों के नाम
रविवार, सोमवार, मंगलवार, बुधवार, बृस्पतिवार, शुक्रवार, रविवार।
महीनों के नाम
हिंदी महीनों के नाम सदैव पुल्लिंग में होते हैं।
पर्वतों के नाम
हिमालय पर्वत, अरावली, सतपुड़ा, विन्ध्याचल, एवरेस्ट, राँकी, ऐडीज़, एटलस आदि।
ग्रहों के नाम
बुध, बृहस्पति, वरूण, मंगल, शुक्र, यम आदि।
देशों के नाम
अमेरिका, पाकिस्तान, भारत, श्रीलंका, फ्रांस, नेपाल आदि।

कुछ शब्द सदैव स्त्रीलिंग में प्रयुक्त होते हैं।

उदाहरण:
नदियों के नाम: गंगा, नदी, घाघरा, नदी, चम्बल, बेतवा, सोन, ताप्ती आदि।
हिंदी की तिथियों के नाम सदैव स्त्रीलिंग होते है। जैसे: द्वीतीया, तृतीया, चतुर्थी इत्यादि।

नीचे पुल्लिग और स्त्रीलिंग शब्द दिए गए हैं। पढ़कर समझिएः

पुल्लिग शब्दस्त्रीलिंग शब्द
चाचाचाची
नानानानी
बेटाबेटी
बैलगाय
शेरशेरनी
ऊँटऊँटनी
पुल्लिग शब्दस्त्रीलिंग शब्द
कुत्ताकुतिया
गायकगायिका
छात्रछात्रा
बालक बालिका
मुरगामुरगी
घोड़ाघोड़ी
पुल्लिग शब्दस्त्रीलिंग शब्द
राजारानी
बकराबकरी
हिरनहिरनी
दादादादी
पितामाता
पुल्लिग शब्दस्त्रीलिंग शब्द
चूहाचूहिया
नौकरनौकरानी
पतिपत्नी
राजकुमारराजकुमारी
हँसहँसनी
राजारानी
वरवधू

स्मरणीय तथ्य

लिंग से स्त्री या पुरूष जाति का बोध होता है।
हिंदी में दो लिंग है- पुल्लिंग और स्त्रीलिंग
पुल्लिग शब्द से पुरूष जाति के व्यक्ति या प्राणी का ज्ञान होता है।
स्त्रीलिंग शब्द से स्त्रीजाति के व्यक्ति या प्राणी का ज्ञान होता है।

लिंग के कितने भेद होते हैं?

लिंग के दो भेद होते हैं: पुल्लिंग और स्त्रीलिंग।

‘हवा’ शब्द कौन-सा लिंग हैं?

‘हवा’ शब्द पुल्लिंग है।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिए गए विकल्पों में से छांटकर लिखिए:

Q1

लिंग के भेद होते हैं:

[A]. एक
[B]. दो
[C]. तीन
[D]. चार
Q2

सदा पुल्लिंग रूप में प्रयोग किए जाने वाली शब्द

[A]. कुत्ता
[B]. भालू
[C]. साँप
[D]. मोर
Q3

हमेशा स्त्रीलिंग रूप में प्रयोग किए जाने बालक शब्द

[A]. तितली
[B]. युवती
[C]. बकरी
[D]. वधू
Q4

नीचे दिए गए शब्द समूह में पुल्लिग शब्द लिखिए:

[A]. मुरगी
[B]. बालिका
[C]. कबूतर
[D]. हवा

लिंग किसे कहते है?

लिंग से स्त्री या पुरूष जाति का बोध होता है।

लिंग के कितने भेद होते हैं? दो-दो उदाहरण दीजिए।

हिंदी में दो लिंग है- पुल्लिंग और स्त्रीलिंग।
पुल्लिंग: बालक, घोड़ा
स्त्रीलिंग: छात्रा, गायिका

निम्नलिखित खाली स्थानों में कोष्ठकों में से उचित शब्द चुनकर भरिए

1. ________ पढ़ती है। (लड़का/लड़की)
2. मोरनी _____ है (नाचती/नाचता)
3. शेर _______ है। (दहाड़ता/दहाड़ती)
4. यह _____ पुस्तक है। (अच्छा/अच्छी)

उत्तर:
1. लड़की
2. नाचती
3. दहाड़ता
4. अच्छी

निम्नलिखित शब्दों में से पुल्लिंग और स्त्रीलिंग छांटकर सारणी बनाइये:

चाचा, बालक, हंस, बेटा, लेखक, राजा, बालिका, चाची, गाय, बेटी, बछड़ा, बैल, बछिया, हंसनी, रानी, लेखिका
उत्तर:

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
चाचाचाची
बालकबालिका
हँसहंसनी
बेटाबेटी
लेखकलेखिका
राजारानी
बैलगाय
बछड़ाबछिया
कक्षा 3 हिन्दी व्याकरण का अध्याय 1 को छात्र कितने समय में तैयार कर सकते हैं?

विद्यार्थी इस अध्याय को एक से दो दिन में तैयार कर सकते हैं।

क्या कक्षा 3 हिन्दी व्याकरण अध्याय 1 को छात्र आसानी से तैयार कर सकते हैं?

जीवित प्राणियों के लिंग प्रायः ज्ञात होते हैं जिनको आसानी से वर्गीकृत किया जा सकता है। लेकिन निर्जीव वस्तुओं के लीग निर्धारण में कठिनाई आती है इनको रट लेना चाहिए।

हिन्दी व्याकरण कक्षा 3 के अध्याय 1 को पढ़ते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए?

यहाँ कुछ नियम निर्धारित हैं जैसे सभी ग्रह पुल्लिंग हैं, सभी नदियाँ स्त्रीलिंग हैं, सभी पर्वत पुल्लिंग है आदि। इन सब बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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