कक्षा 3 हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण और वर्णमाला
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण और वर्णमाला में वर्ण और उसके भेद के बारे में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थी यहाँ से निशुल्क से निशुल्क पठन सामग्री प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 3 के पाठ 2 में हम वर्णों के प्रकार और विभिन्न प्रकार के व्यंजन वर्णों के बारे में पढेंगे। पूरे पाठ को सरल भाषा में समझाते हुए अभ्यास के लिए अतिरिक्त प्रश्न उत्तर भी दिए गए हैं ताकि विद्यार्थी पूरे पाठ को आसानी से दोहरा सकें।
कक्षा 3 के लिए हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण और वर्णमाला
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 हिंदी व्याकरण अध्याय 2 वर्ण और वर्णमाला
वर्ण
हम अपने आस-पास तरह-तरह की ध्वनियाँ (अवाजें) सुनते हैं-पक्षियों के बोलने की ध्वनियाँ, कुत्तों के भौंकने की ध्वनियाँ, वाहनों के चलने की ध्वनियाँ आदि।
वर्ण वह छोटी-से-छोटी ध्वनि है, जिसके और टुकड़े नहीं किए जा सकते।
व्याकरण में ध्वनि का अर्थ वर्ण होता है। शब्द वर्णों से मिलकर बनते हैं। जैसे: ‘गाना’ शब्द में ध्वनियाँ हैं- गा + ना। इन ध्वनियों को और तोड़ा जा सकता है- ग् + आ + न + आ। ये सबसे छोटी ध्वनियाँ हैं। इन्हें और नहीं तोड़ा जा सकता। ये वर्ण हैं।
वर्ण के भेद
वर्ण के दो भेद होते हैं:
1. स्वर और
2. व्यंजन।
स्वर
हिंदी में 11 स्वर हैं:
अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ
व्यंजन
हिंदी में 33 व्यंजन हैं:
क ख ग घ ङ
च छ ज झ ञ
ट ठ ड ढ ण
त थ द ध न
प फ ब भ म
य र ल व श ष स ह
य र ल व श ष स हक
इनके अलावा हिंदी में 4 संयुक्त व्यंजन भी हैं।
संयुक्त व्यंजन: क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
हिंदी भाषा में हम ड़, ढ़, ज, फ़ वर्णों का भी प्रयोग करते हैं।
अयोगवाह
हिंदी वर्णमाला में स्वर और व्यंजन के अतिरिक्त दो वर्ण और भी हैं: अं (अनुस्वार) तथा अः (विसर्ग)। ये दोनों स्वरों के ठीक बाद लिखे जाते हैं। इन्हें अयोगवाह कहते हैं। ये न तो स्वर हैं और न ही व्यंजन।
अनुस्वार (अं)
इसका चिह्न () है, जैसे- गंगा, पतंग, चंचल, डंडा आदि।
विसर्ग (अ:)
इसका चिह्न (:) है, जैसे- प्रातः, पुनः, अतः आदि।
वर्णमाला
स्वर और व्यंजन दोनों के मेल से हिंदी वर्णमाला बनती है। वर्णमाला में सभी वर्ण एक निश्चित क्रम में होते हैं।
अनुनासिक या चंद्रबिंदु (अँ):
इसका चिह्न (*) हैं। इसका प्रयोग उस जगह किया जाता है जहाँ उच्चारण अनुनासिक का होता है तथा शिरोरेखा के ऊपर कोई मात्रा नहीं लगी होती है। जैसे- चाँद, आँख, हँसी, लड़कियाँ।
नीचे दिए गए शब्दों में प्रयुक्त होने वाले स्वरों को छांटकर लिखिए:
ईख, जाओ, अजगर, आम, आइए, ऐनक, ऊपर, ऋषभ, आओ, एड़ी, उसका, अकेला, औज़ार, लाए, आईना, ऋचा, ऐब, भाई, जाओगी।
उत्तर:
ई, ओ, अ, आ, आ, ऐ, ऊ, ऋ, आओ, ए, उ, अ, औ, ए, आ, ई, ऋ, ऐ, ई, ओ।
नीचे दिए गए शब्दों में प्रयुक्त होने वाले व्यजनों को छांटकर लिखिए:
आम, नई, इस, आज, ऐनक, उमस, महान, शहर, अमरख, लखनऊ।
उत्तर:
म, न, स, ज, नक, मस, महान, शहर, मरख, लखन।
वर्णमाला के अनुसार अगला वर्ण लिखिए:
न ___, क __, स __, भ __, व ____, ज __, ड __, त ___, ल __, श __
उत्तर:
प, ख, ह, म, श, झ, ढ, थ, व, ष।
नीचे दिए हुए वर्णों में से संयुक्त व्यंजनों छांटकर लिखिए:
श, झ, क्ष, छ, घ, त्र, श्र, ण, ज्ञ
उत्तर:
क्ष, त्र, श्र, ज्ञ
खाली जगहो में ड़ या ढ़ वर्ण लिखिए:
1. खि ___ की
2. ल ___ की
3. प __ ई
4. पहा ___
5. क ___ ई
उत्तर:
1. ड़
2. ड़
3. ढ़ा
4. ड़
5. ढ़ा
सही जगह पर अनुस्वार, चंद्रबिंदु या विसर्ग लगाकर दोबारा सही शब्द लिखिए:
नम, आसु, पहुचा, आनद, हसी, ठडा, चाद, बेटिया, सतोष, प्रात, काल
उत्तर:
नमः, आंसु, पहुँचा, आनंद, हँसी, ठंडा, चाँद, बेटियाँ, संतोष, प्रातः काल
कक्षा 3 हिन्दी व्याकरण का अध्याय 2 को छात्र कितने समय में तैयार कर सकते हैं?
इस अध्याय की विषय वस्तु छात्रों के लिए ज्ञात है क्योंकि पहले की कक्षाओं में भी वर्णमाला के बारे में पढ़ाया जा चूका है। इसलिए विद्यार्थी एक दिन में आसानी से पूरा कर सकते हैं।
क्या कक्षा 3 हिन्दी व्याकरण अध्याय 2 को छात्र आसानी से तैयार कर सकते हैं?
छात्र इसको आसानी से तैयार कर सकते हैं क्योंकि अध्याय की विषय वस्तु से छात्र परिचित हैं।
हिन्दी व्याकरण कक्षा 3 के अध्याय 2 को पढ़ते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए?
अध्याय 2 को पढ़ते समय मात्राओं का अध्ययन विशेष सतर्कता से करना चाहिए।