एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी अध्याय 5 दोस्त की पोशाक

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी रिमझिम अध्याय 5 दोस्त की पोशाक के सभी प्रश्न उत्तर अभ्यास के अन्य प्रश्नों के भी विस्तार से उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 4 हिंदी रिमझिम के पाठ 5 में मुल्ला नसरुद्दीन के बारे में एक नैतिक कहानी दी गई है। इस पाठ पर आधारित अभ्यास के प्रश्नों के साथ साथ अतिरिक्त प्रश्न तथा उनके उत्तर भी दिए गए हैं। इन अतिरिक्त प्रश्नों की मदद से छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकते हैं।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी रिमझिम अध्याय 5

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कक्षा 4 हिंदी अध्याय 5: कहानी का सारांश

यह कहानी मुल्ला नसीरूद्धीन और उसके दोस्त जमाल के बारे में है। एक बार जमाल साहब अपने दोस्त मुल्ला नसीरूद्धीन से मिलने आया। मुल्ला ने खूब स्वागत सत्कार किया क्योंकि बहुत दिनों बाद मिल रहे थे। मुल्ला, जमाल से कहता है कि चलो मोहल्ले में घूम आते हैं। जमाल अपने साधारण कपड़ों की वजह से मना करता है तभी नसीरूद्धीन अपनी चमकीली अचकन निकली और जमाल को पहना दी। दोनों बनठनकर घूमने निकले, नसीरूद्धीन उसे पड़ोसी के घर लेकर गया और पड़ोसी से परिचय करते हुए बताया कि ये मेरा ख़ास दोस्त जमाल साहब हैं लेकिन इन्होनें जो अचकन पहना हुआ ओ मेरा है। जमाल साहब को बड़ी श्रम महसूस हुई ।बाहर निकले पर उन्होंने नसीरूद्धीन से अपनी नाराजगी प्रकट। नसीरूद्धीन ने भी अपनी गलती मानते हुए माफी मांग ली। आगे फिर किसी और के घर में गए वहां नसीरूद्धीन ने जमाल का परिचय कराया कहा कि इन्होने जो अचकन पहना इन्होने वह इन्ही का है। बाहर आकार जमाल ने फिर अपनी नाराजगी व्यक्त की, मुल्ला ने कहा कि अब मैं अचकन की बात बिल्कुल नहीं बोलूँगा। फिर किसी और दोस्त के घर गए तो कहने ये मेरा खास दोस्त जमाल साहब है लेकिन इन्होने जो अचकन पहनी हुई है उसके बारे में मैं चुप ही रहूँ तो अच्छा है।

नसीरूद्दीन और जमाल साहब बनठन कर घूमने के लिए निकले:

(क) तुम बनठन कर कहाँ-कहाँ जाते हो?

उत्तर:
हम बनठन कर बाजार या मेला देखने जाते हैं।

(ख) तुम किस-किस तरह से बनते-ठनते हो?

उत्तर:
नहा-धोकर नए कपड़े पहनते हैं बढ़िया मौजे और जूते पहनते हैं, बालों को अच्छी तरह से संवारते हैं।

तीसरे मकान से बाहर निकलकर जमाल साहब ने नसीरूद्दीन से क्या कहा होगा?

उत्तर:
तीसरे मकान से बाहर निकलकर जमाल साहब ने नसीरूद्दीन से कहा होगा कि मुल्ला जी आप मुझे माफ़ करना मैं आपके साथ किसी से नहीं मिलूँगा।

क्या कक्षा 4 हिन्दी अध्याय 5 को छात्र आसानी से तैयार कर सकते हैं?

यह कहानी हास्य और व्यंग्य से भरपूर है मुल्ला नसीरूदीन के किस्से बहुत मशहूर हैं विषय की रोचकता को देखते हुए छात्र इसको आसानी से एक दिन में अच्छी तरह से तैयार कर सकते हैं।

क्या हिन्दी कक्षा 4 के अध्याय 5 छात्रों के लिए रुचिकर है?

यह अध्याय बहुत ही रुचिकर है क्योंकि कहानी में मनोरंजन के लिए बहुत सारी बातें हैं इसलिए शायद ही कोई छात्र होगा जो ऐसी कहानी पढ़ने से बचना चाहेगा।
प्रश्न:

हिन्दी कक्षा 4 के अध्याय 5 को पढ़ते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए है?

विषय की रोचकता को देखते हुए इसको याद करना आसान है कुछ कठिन शब्दों के अर्थ जरुर ज्ञात करने चाहिए।