एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी अध्याय 4 पापा जब बच्चे थे

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी रिमझिम अध्याय 4 पापा जब बच्चे थे के प्रश्न उत्तर अभ्यास के रिक्त स्थान, मिलान करो तथा अन्य प्रश्नों के हल विद्यार्थी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कहानी बच्चों के चंचल व्यवहार के बारे में बताती है। यहाँ यह बताया गया है कि बच्चे किस प्रकार अभी से यह लक्ष्य तय करते हैं कि वे बड़े होकर क्या बनेंगे। कक्षा 4 रिमझिम पाठ 4 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के अनुसार यहाँ दिए गए हैं ताकि छात्र परीक्षा की तैयारी अच्छी तरह से कर सकें।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी रिमझिम अध्याय 4

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कक्षा 4 हिंदी अध्याय 4: कहानी का सारांश

कहानी एक बच्चे के पापा की है जब वह छोटे थे। अक्सर छोटे बच्चों से पूछा जाता है कि बड़े होकर वह क्या बनना चाहता है। इसी तरह से पापा जब छोटे थे तो उनसे से भी पूछा जाता कि वे बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं।पापा का उत्तर हर बार बदलता रहता था। वो जिसको देखते उसीसे प्रभावित हो जाते और वही बनने की ठान लेते थे। जैसे: सबसे पहले उनके दिमाग में चौकीदार बनने का भूत सवार हुआ, उसके बाद आइसक्रीम वाला, फिर रेलेवे का शंटिंग मैन और एक दिन तो उनके मन में कुता बनने का भूत सवार हो गया। जब वो कुते के बगल में बैठकर कुते की तरह अभ्यास कर रहे थे तो एक फ़ौजी अफसर ने उन्हें इंसान बनने की प्रेरणा दी।यह बात उनके मन को छू गयी और इसके बाद जब भी कोई पूछता तो वे कहते कि मुझे इंसान बनाना है। यह बात सबके लिय है कि सबसे पहले सबको अच्छा इंसान बनना चाहिए।

पापा ने जितने काम सोचे, उनमें से तुम्हें सबसे दिलचस्प काम कौन-सा लगता है? क्यों?

उत्तर:
एक बच्चे के हिसाब से सोचें तो सबसे दिलचस्प काम आइसक्रीम बेचने का है क्योंकि उसमे खुद को भी पेट भर के आइसक्रीम खाने का मौका मिल जायेगा।

क्या तुम्हें भी घर में बताया जाता है कि तुम्हें बड़े होकर क्या काम करना है? कौन-कौन कहता है? क्या कहता है?

उत्तर:
यह एक सामान्य बात है सभी बच्चों से पूछा जाता है कि उन्हें बड़े होकर क्या बनना है। बच्चों के मन में बहुत सारी कल्पनाएँ होती हैं इसलिए जो उन्हें अच्छा लगता है वो कह देते हैं। कोई कहता उसे टीचर बनना है, कोई पुलिस बनना चाहता है, कोई फ़ौज में जाना चाहता है।

नीचे कुछ वाक्य दिए गए हैं इन वाक्यों को एक शब्द में व्यक्त कीजिये:

(i) जो बढ़ि या कहानी गढ़ सकते हैं ………………..
(ii) जो कलाबाज़ियाँ खा सकते हैं ………………..
(iii) जो दूसरों की बढ़ि या नकल उतार सकते हैं ………………..

उत्तर:
(i) जो बढ़ि या कहानी गढ़ सकते हैं: कहानीकार
(ii) जो कलाबाज़ियाँ खा सकते हैं: कलाबाज
(iii) जो दूसरों की बढ़िया नकल उतार सकते हैं: नकलची

कक्षा 4 हिन्दी का अध्याय 4 को छात्र कितने समय में तैयार कर सकते हैं?

अध्याय 4 एक आसान कहानी है इसलिए इसको तैयार करने में छात्रों को ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। इसको अच्छी तरह से तैयार करने में एक से डेढ़ दिन का समय लग सकता है जो की किसी विद्यार्थी की सीखने की क्षमता पर निर्भर करता है।

क्या हिन्दी कक्षा 4 के अध्याय 4 छात्रों के लिए रुचिकर है?

यह एक अत्यंत ही विनोद और हास्य से भरपूर कहानी है। स्वभाविक है छात्रों को इस कहानी को पढ़ना पसंद आएगा।

हिन्दी कक्षा 4 के अध्याय 4 को पढ़ते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए है?

कहानी की भाषा सरल है फिर भी पढ़ने का आनंद लेने के साथ कहानी को आत्मसात करने का भी प्रयास भी होना चाहिए।