एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी अध्याय 9 स्वतंत्रता की ओर

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी रिमझिम अध्याय 9 स्वतंत्रता की ओर के प्रश्न उत्तर तथा अभ्यास के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए छात्र-छात्राएँ यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 4 हिंदी रिमझिम पाठ 9 में मोहनदास करमचंद गांधी द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन की दिशा में प्रयास को चित्रित किया गया है। पाठ में मुख्य अनुच्छेदों पर आधारित अतिरिक्त प्रश्न उत्तर आदि भी दिए गए हैं जो परीक्षा के समय पाठ के अभ्यास में सहायक सिद्ध होते हैं।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 हिंदी रिमझिम अध्याय 9

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कक्षा 4 हिंदी अध्याय 9: कहानी का सारांश

यह कहानी साबरमती आश्रम में रहने वाले एक छोटे बच्चे की है। बच्चे का नाम धनी है और उसकी उम्र नौ साल है। आश्रम में दांडी मार्च की योजना बनाती है लेकिन धनी को कोई भी नहीं बताता। धनी का परिवार गांधी जी के साथ साबरमती आश्रम में रहता है। आश्रम में बहुत सारे लोग रहते हैं और सभी लोग कुछ न कुछ काम करते हैं। धनी को भी एक काम मिला हुआ था एक बकरी की देखभाल करने की जिसका नाम बिन्नी था। जिस दिन गांधी जी के साथ सब लोग मिलकर दांडी मार्च की योजना बना रहे थे उस दिन धनी के मन में कई सवाल पैदा हो रहे थे वह जानने की कोशिश करता है कि आखिर कौन सी योजना बन रही है। जब उसे पता चलता है कि दांडी मार्च होने वाला है और उसके पिता भी उसमे शामिल होंगे तो वह जाने के लिए तैयार हो जाता है लेकिन उसके पिता मना कर देते हैं। फिर वह गांधीजी से सीधे मिलकर दांडी जाने की इजाजत मांगता है पहले तो गांधीजी उसे छोटे होने का बहाना बनाकर टालना चाहते थे लेकिन जब धनी नहीं माना तब गांधीजी ने बकरी बिन्नी की देखभाल की जिम्मेदारी देकर धनी को आश्रम में ही रुकने के लिए तैयार कर लिया।

धनी ने गांधी जी से सुबह के समय बात करना क्यों ठीक समझा होगा?

उत्तर:
गांधीजी अक्सर लोगों के साथ व्यस्त रहते थे सुबह के समय वे अकेले टहलते थे इसलिए धनी ने सोचा कि यह समय बापू से बात करने का उचित समय है।

धनी बिन्नी की देखभाल कैसे करता था?

उत्तर:
धनी बिन्नी की देखभाल अच्छी तरह से करता था अह उसे हरी घास खिलाता था और हर समय साथ में लेकर घूमता था।

धनी को यह कैसे महसूस हुआ होगा कि आश्रम में कोई योजना बनाई जा रही है?

उत्तर:
सारे लोग गांधीजी के कमरे में बैठकर कोई योजना बना रहे थे।

क्या कक्षा 4 हिन्दी अध्याय 1 को छात्र आसानी से तैयार कर सकते हैं?

इस अध्याय को तैयार करने के लिए थोड़ी मेहनत की जरुरत है क्योंकि पाठ लम्बा और कई बार कहानी दोहराती सी मालूम होती है इसलिए ध्यान से पढ़ने की जरुरत है।

क्या हिन्दी कक्षा 4 के अध्याय 1 छात्रों के लिए रुचिकर है?

कक्षा 4 के छात्रों के लिए पाठ को रुचिकर नहीं कह सकते पर यह बच्चों के लिए अनुकरणीय है इसलिए इसका अध्ययन अवश्य करना चाहिए।

हिन्दी कक्षा 4 के अध्याय 1 को पढ़ते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए है?

पाठ के अध्ययन को सरल बनाने के लिए पाठ को हिस्सों में पढ़ना चाहिए तथा उनका सारांश अपनी भाषा में लिखना चाहिए। पाठ से सम्बन्धित प्रश्नों के उत्तर भी अपने ढंग से सही शब्दों का चयन करके दें।