कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 5 एनसीईआरटी समाधान – पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण

कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 5 के लिए एनसीईआरटी समाधान (सलूशन) – पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण में दिए प्रश्न उत्तर हिंदी और अंग्रेजी मीडियम में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। वर्ग 8 विज्ञान पाठ 5 के एनसीईआरटी समाधान पीडीएफ तथा विडियो के रूप में दिए गए हैं। ये समाधान सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए संशोधित किए गए हैं और विभिन्न राजकीय बोर्डों के लिए भी लाभदायक हैं। जो लोग किसी कारणवश ऑनलाइन नहीं पढ़ना चाहते, वे कक्षा 8 विज्ञान ऑफलाइन ऐप का प्रयोग कर सकते हैं। इस मोबाइल एप्लिकेशन में भी कक्षा 8 विज्ञान के सभी पाठों के प्रश्न उत्तर दिए गए हैं।

कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 5 के लिए एनसीईआरटी समाधान

कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 5 के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

वनोन्मूलन का निम्न पर क्या प्रभाव पड़ता है, चर्चा कीजिए: (क) वन्यप्राणी (ख) पर्यावरण (ग) गाँव (ग्रामीण क्षेत्र) (घ) शहर (शहरी क्षेत्र) (ड़) पृथ्वी (च) अगली पीढ़ी

(क) वन्यप्राणी: वनोन्मूलन से वन्यप्राणियों का प्राकृतिक आवास नष्ट हो जाता है। प्राकृतिक आवास के बिना जानवरों को रहने और प्रजनन करने के लिए कोई जगह नहीं बचती। इसके परिणामस्वरूप कई जानवर विलुप्त होने के कगार पर होते है।
(ख) पर्यावरण: वनोन्मूलन का परिणाम विश्व ऊष्णन है। कार्बन डाइऑक्साइड पौधों द्वारा अवशोषित नहीं हो पाती और यह वायुमंडल में जमा हो जाती है। इसका हमारे पारितंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
(ग) गाँव (ग्रामीण क्षेत्र): ग्रामीण क्षेत्र काफी हद तक ईंधन, फल, लकड़ी आदि के लिए वनों पर निर्भर होते हैं। वनोन्मूलन ने उनके संसाधनों को कम कर दिया है और निर्जन जानवर भी ग्रामीणों के लिए एक खतरा बनते जा रहे हैं।
(घ) शहर (शहरी क्षेत्र): शहर वनोन्मूलन से सीधे प्रभावित नहीं होते हैं। लेकिन जलवायु में परिवर्तन से बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं का खतरा बढ़ जाता हैं जो शहरों को भी प्रभावित करती हैं। यह विश्व ऊष्णन की ओर भी ले जाता है।
(ड़) पृथ्वी: वनोन्मूलन से उपजाऊ भूमि रेगिस्तान में परिवर्तित हो जाती है। बाढ़ और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी वनोन्मूलन का परिणाम हैं। वनोन्मूलन के कारण पृथ्वी की जलवायु भी परिवर्तित हो जाती है।
(च) अगली पीढ़ी: वनोन्मूलन ने हमारी जलवायु को अत्यन्त प्रभावित किया है। वनों की कटाई के कारण कई प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं और कुछ प्रजातियां पहले से ही विलुप्त हैं। अगली पीढ़ी कई सुंदर और आकर्षक प्राणिजात और वनस्पतिजात को देखने में सक्षम नहीं होंगे। उन्हें विश्व ऊष्णन के प्रभावों का शिकार होना पड़ सकता है। और उनके पास कोई ईंधन और कागज आदि भी नहीं होगा।

क्या होगा यदि हम वृक्षों की कटाई करते रहे?

हम वृक्षों की कटाई करते रहे: अगर हम पेड़ों को काटते चले जाएं, तो बारिश और मिट्टी की उर्वरता कम हो जाएगी और प्राकृतिक जलवायु में बदलाव आएगा। इससे मिट्टी की जल धारण क्षमता में भी कमी आएगी जिसके परिणामस्वरूप बाढ़ आने की संभावनाएँ बढ़ जाएगी। इससे पशु जीवन भी प्रभावित होगा।

क्या होगा यदि किसी जन्तु का आवास बाधित हो?

किसी जन्तु का आवास बाधित हो: जन्तुओ का जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि उनका प्राकृतिक आवास बाधित होगा। उनके पास रहने और प्रजनन के लिए कोई जगह नहीं होगी। परिणामस्वरूप वे जीवित नहीं रह पाएंगे और भोजन की कमी के कारण जन्तु पास के गाँवों में भटकने लगेंगे और घरेलू पशुओं को अपना शिकार बनाएंगे।

क्या होगा यदि मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित हो जाए?

मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित हो जाए: यदि मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित हो जाएगी है तो वह जल से धुल जाएगी। ऊपरी परत के हटने से उपजाऊ भूमि धीरे-धीरे रेगिस्तान में परिवर्तित जाएगी। इसके अलावा जल के साथ बहकर गयी मिट्टी नदी के तल में जमा हो जाएगी जिसके परिणामस्वरूप नदियों की गहराई कम हो जाएगी। जिससे बाढ़ की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी।

हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए?

यह सभी जीवों और पर्यावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमें इसे विलुप्त होने से बचाने के लिए जैव विविधता का संरक्षण करना चाहिए।

संरक्षित वन भी वन्य जन्तुओ के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है, क्यों?

संरक्षित वन भी वन्य जन्तुओ के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है क्योंकि शिकारी इन क्षेत्रों में पहुंच कर वन्य जन्तुओ का शिकार करते हैं। अवैध अतिक्रमण और शिकार के खिलाफ सख्त नियम बनाने की जरूरत है।

कुछ आदिवासी वन (जंगल) पर निर्भर करते है। कैसे?

कुछ आदिवासी अभी भी अपने भोजन, ईंधन, लकड़ी, आश्रय आदि के लिए वनों (जंगल) पर निर्भर हैं। वे वनों (जंगलों) में रहते हैं और उन पर निर्भर रहते हैं।

कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 5 के प्रश्न उत्तर विस्तार से

कक्षा 8 विज्ञान अध्याय 5 के वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर

Q1

स्थानिक स्पीशीज़ के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?

[A]. ये एकमात्र रूप से एक विशिष्टीकृत पर्यावास में पाई जाती हैं।
[B]. स्थानिक स्पीशीज़ें कभी भी संकटापन्न नहीं हो सकतीं।
[C]. ये केवल चिड़ियाघर और पादप उद्यानों में पाई जाती हैं।
[D]. अपने पर्यावास के नष्ट हो जाने का इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
Q2

जंगली भैंसा एक संकटापन्न स्पीशीज़ है क्योंकि

[A]. इसकी संख्या घट रही हैं
[B]. यह विलुप्त हो चुका है
[C]. यह केवल एक विशेष क्षेत्र में ही पाया जाता है
[D]. इसे चोरी-छिपे मारने पर सख्ती से रोक लगा दी गई है।
Q3

जैवमंडल निचय के बारे में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है?

[A]. यह एक रक्षित क्षेत्र होता है जहाँ केवल स्थानिक स्पीशीजें ही पाई जाती हैं।
[B]. यह केवल पौधों और प्राणियों के संरक्षण के लिए ही होता है।
[C]. यह जैवविविधता और उस क्षेत्र की संस्कृति दोनों के ही संरक्षण के लिए होता है।
[D]. इसकी सीमाओं के भीतर कोई अन्य रक्षित क्षेत्र नहीं होते?
Q4

मरुस्थलीकरण के कारण निम्नलिखित में से कौन-सा परिवर्तन हो सकता है?

[A]. वातावरण के तापमान में कमी होना
[B]. मृदा की जलन-धारण क्षमता में वृद्धि
[C]. अधिक बाढ़ आने की संभावना
[D]. उपजाउ ज़मीन का मरुस्थल में बदल जाना
जैविक विविधता क्या है?

जैविक का अर्थ है जैव या जीव और विविधता उनकी विभिन्नताएँ यानि जीव की विभिन्नताएँ। जीव-जंतुओं की जातियों में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की विभिन्नताएँ या उनकी विशेषताएँ ही जैव विविधता कहलाती हैं। इसमें जीव-जंतु, पक्षी, पादप या दूसरे जानवर यह सभी जैव विविधता में आते हैं। उदाहरण के लिए; जैसे अगर हम रेगिस्तान में पौधे देखेंगे तो वह अलग मिलेंगे, वहाँ के जीव अलग मिलेंगे, वहाँ के जानवर अलग मिलेंगे और अगर हम जलीय क्षेत्र में जीवों को देखते हें तो यहाँ के जानवर, जीव-जंतु, पेड़-पौधे अलग मिलते हैं। यानि उन सभी में अलग-अलग विभिन्नताएँ हैं। जैविक विविधता में तीन स्तर सम्मिलित हैं जो आपस में एक-दूसरे से संबंधित हैं।

    • आनुवंशिक जैविक विविधता
    • प्रजाति जैविक विविधता
    • समुदाय तथा पारिस्थितिक तंत्र
जैविक विविधता का संरक्षण हम किस प्रकार करते हैं?

जैविक विविधता का संरक्षण
सभी प्रकार की जैविक विविधता विभिन्न स्तरों-जीन पूल, प्रजातियों तथा जैविक समुदायों के स्तर पर होना चाहिए। मनुष्य, प्रदूषण तथा आक्रमक प्रजातियों द्वारा पारिस्थितिक तंत्र के अत्यधिक दुरुपयोग का वर्तमान प्रकृति की जैविक विविधता को नष्ट होने से बचाने के लिए नहीं होने देना चाहिए। निम्नलिखित कुछ जैविक विविधता के संरक्षण के लिए प्रयास हैं:

    1. जर्म-प्लाज्म के रूप में जैविक विविधता का संरक्षण।
    2. वनों के कटान पर प्रतिबंध होना चाहिए।
    3. वन-विस्तार (वृक्षारोपण) करना चाहिए।
    4. राष्ट्रीय पार्कों जैसे सुरक्षित क्षेत्रों को अधिक बढ़ाना चाहिए।
    5. सेंचुरियों, जंतुओं के शिकार पर कानूनों तथा वृक्षों के कटान पर बाध्यता होनी चाहिए।
    6. जंतुओं की त्वचा तथा हाथी के दाँतों का गैर-कानूनी व्यापार दण्डनीय होना चाहिए।

कक्षा 8 विज्ञान पाठ 5 के कुछ अतिरिक्त प्रश्न उत्तर

वनोन्मूलन से वर्षा दर किस प्रकार कम हुई है? समझाए।

पौधों को भोजन बनाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड की आवश्यकता होती है। कम वृक्ष का अर्थ है कार्बन डाइऑक्साइड के उपयोग मे कमी आना जिससे वायुमंडल में इसकी मात्रा बढ़ जाती है क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित ऊष्मीय विकिरणों का प्रग्रहण कर लेती है। अतः इसकी मात्रा मे वृद्धि के परिणामस्वरूप विश्व ऊष्णन होता है। पृथ्वी पर ताप में वृद्धि, जल चक्र का संतुलन बिगड़ता है और वर्षा दर मे कमी आती है।

वनोन्मूलन के कारक और उनके प्रभाव क्या है?

वनोन्मूलन का मुख्य कारण बढ़ता शहरीकरण और औद्योगीकरण है। अधिक भूमि और संसाधनों की आवश्यकता के कारण वनों का कटाव बढ़ा है। वनोन्मूलन के परिणाम मरुस्थलीकरण और प्राकृतिक आपदाएं हैं। इसने पौधों और जन्तुओ की कई प्रजातियों को भी असुरक्षित बना दिया है।

रेड डाटा पुस्तक क्या है?

रेड डाटा पुस्तक में सभी लुप्तप्राय जन्तुओ और पौधों का रिकॉर्ड होता है। लुप्तप्राय जानवरों और लुप्तप्राय पौधों के लिए अलग-अलग रिकॉर्ड बुक बनाए जाते हैं।

प्रवास से आप क्या समझते है?

प्रजनन और विशिष्ट उद्देश्यों के लिए पक्षियों और जानवरों की कुछ प्रजातियां अपने निवास स्थान से किसी अन्य निवास स्थान में स्थानांतरित होती हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण पक्षी हर बार एक विशेष समय के दौरान दूर के क्षेत्रों में चले जाते हैं और कुछ समय बाद अपने मूल निवास पर लौट आते हैं। कुछ प्रजातियों के इस आवधिक को प्रवास के रूप में जाना जाता है।

फैक्टरियों एवं आवास की मांग की आपूर्ति हेतु वनों की अनवरत कटाई हो रही है। क्या इन परियोजनाओं के लिए वृक्षों की कटाई न्यायसंगत है? इस पर चर्चा कीजिए तथा एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार कीजिए।

फैक्टरियों में और आश्रय के लिए बढ़ती मांग, पेड़ों को लगातार काटा जा रहा है। अगर हमें अगली पीढ़ियों के लिए अपनी हरी संपत्ति बरकरार रखनी है, तो अधिक से अधिक पेड़ लगाना ही एकमात्र विकल्प है। पेड़ों की कटाई को तब ही उचित ठहराया जा सकता है जब उनके स्थान पर पुनः वृक्षारोपण किया जाए।
वृक्षारोपण द्वारा नए पेड़ों को लगाकर नष्ट हुए जंगलों की पुनर्स्थापना की जा सकती है। लगाए गए पेड़ उसी प्रजाति के होने चाहिए जो आमतौर पर जंगलों में पाए जाते हैं। हम जितने पेड़ काटते हैं, उतने या उससे अधिक पेड़ लगाने चाहिए। भूमि प्राकृतिक रूप से बचे रहने पर भी प्राकृतिक रूप से संरक्षण हो सकता है तथा वन खुद को समय के साथ स्थापित कर लेंगे।
हमने अपने वनों को इस हद तक नुकसान पहुँचाया है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए हरित संपदा को बनाए रखना मुश्किल होगा। इसलिए अधिक पेड़ लगाना और हमारे प्राकृतिक संपदा की पुनरावृत्ति करना और पुन: स्थापित करने के तरीकों का पता लगाना बहुत महत्वपूर्ण है।

अपने स्थानीय क्षेत्र में हरियाली बनाए रखने में आप किस प्रकार योगदान दे सकते है? अपने द्वारा की जाने वाली क्रियाओं की सूची तैयार कीजिए।

अपने स्थानीय क्षेत्र में हरियाली बनाए रखने की जिम्मेदारी हर स्थानीय निवासी की होती है। हमें अपने स्थानीय क्षेत्रों में अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए। स्थानीय निवासियों को इलाके मे हरियाली के संरक्षण के लिए मिलकर काम करना चाहिए। साथ ही स्थानीय निवासियों को वनोन्मूलन और विश्व ऊष्णन के परिणामों के बारे में जागरूक करना जाना चाहिए। मैं अपने इलाके में पौधे लगाता हूं। मैं छोटे बच्चों को भी बताता हूं और प्रोत्साहित करता हूं। मैंने ‘हर साल सब निवासी एक पेड़’ का नारा भी दिया है। ताकि प्रत्येक निवासी एक वर्ष में कम से कम एक पेड़ लगा सके और उसकी देखभाल कर सके।

हमें कागज़ की बचत क्यों करना चाहिए? उन कार्यों की सूची बनाइए जिनके द्वारा आप कागज़ की बचत कर सकते है।

कागज़ का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में किया जाता है। कागज़ की मांग को पूरा करने के लिए हजारों वृक्ष काटे जाते हैं। यदि वृक्षों को कागज़ के लिए काटा जा रहा है, तो एक दिन हो सकता है कि कोई वृक्ष ही नहीं बचेगा। इसलिए कागज़ को बचाया जाना चाहिए और समझदारी से उपयोग किया जाना चाहिए। कागज़ बचाने के तरीके इस प्रकार हैं:

    1. हमें बेकार कागज को पुनरावृत्ति करना चाहिए।
    2. हमें इधर उधर कागजों को नहीं फेंकना चाहिए।
    3. पुनरावृत्ति के लिए उचित प्रणाली के माध्यम से कागज़ भेजा जाना चाहिए।
    4. हमें अपनी पुरानी किताबों को नहीं फाड़ना चाहिए और इसे गरीब बच्चों को दान करना चाहिए ताकि वे उन किताबों का पुन: उपयोग कर सकें।
    5. हमें पुनर्नवीनीकरण कागज उत्पादों को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
    6. हमें दुकानों से पेपर बैग लेने से बचना चाहिए, इसके बजाय हमें जूट बैग ले जाना चाहिए।
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