एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत अध्याय 15 प्रहेलिका:
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत अध्याय 15 पञ्चदश: पाठ: प्रहेलिका: के प्रश्न उत्तर, हिंदी मीडियम अनुवाद आदि सीबीएसई सत्र 2022-2023 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। यह पाठ विद्यार्थियों को बहुत अच्छा लगता है क्योंकि इस पाठ में कविता के रूप में कई रोचक पहेलियाँ पूँछी गई हैं। पाठ को समझाने के लिए पाठ का संस्कृत से हिंदी अनुवाद भी दिया गया है ताकि सभी छात्रों को पूरी कविता अच्छी तरह से समझ आ सके। तिवारी अकादमी पर एनसीईआरटी समाधान और अन्य पठन सामग्री मुफ़्त में प्रयोग कर सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत पञ्चदश: पाठ: प्रहेलिका: के उत्तर
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 संस्कृत पञ्चदश: पाठ: प्रहेलिका:
कक्षा 8 संस्कृत अध्याय 15 प्रहेलिका: का हिंदी अनुवाद
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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कस्तूरी जायते कस्मात्? | कस्तूरी किससे उत्पन्न होती है? (उत्तर) मृग से। |
को हन्ति करिणां कुलम्? | कौन हाथियों के समूह को मार डालता है? (उत्तर) सिंह। |
किं कुर्यात् कातरो युद्धे? | कायर युद्ध में क्या करता है? (उत्तर) भाग जाता है। |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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मृगात् सिंह: पलायते ॥1॥ | सिंह से मृग भाग जाता है। |
सीमन्तिनीषु का शान्ता? | नारियों में शान्त कौन हैं? (उत्तर-सीता) । |
राजा कोऽभूत् गुणोत्तम:? | कौन राजा उत्तम गुणों वाला हुआ है? (उत्तर-राम) । |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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विद्वद्भि: का सदा वन्द्या? | विद्वान् लोगों के द्वारा सदा वन्दनीय कौन है? (उत्तर-विद्या) । |
अत्रैवोक्तं न बुध्यते ॥2॥ | सभी प्रश्नों का उत्तर अर्थात् श्लोक में ही कह दिया गया है, परन्तु वह उत्तर साक्षात् दिखाई नहीं पड़ता है। |
कं सञ्जघान कृष्ण:? | कृष्ण ने किसे मार डाला? कृष्ण ने कंस को मार डाला। |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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का शीतलवाहिनी गङ्? | कौन गङ्गा ठण्डी धारा वाली है? काशीतल में बहने वाली गङ्गा ठण्डी धारा वाली है। |
के दारपोषणरता:? | कौन लोग पत्नी के पोषण में लगे हुए हैं? खेत के कार्य में लगे हुए लोग पत्नी के पोषण में लगे हुए हैं। |
कं बलवन्तं न बाधते शीतम् ॥3॥ | ठण्ड किस बलवान् को नहीं सताती है? कम्बलवाले को ठण्ड नहीं सताती है। |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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वृक्षाग्रवासी न च पक्षिराज: | वह वृक्ष पर रहने वाला है, परन्तु पक्षियों का राजा अर्थात् गरुड़ नहीं है। |
त्रिनेत्रधारी न च शूलपाणि:। | वह तीन आँखों वाला है, परन्तु शिव नहीं है। |
त्वग्वस्त्रधारी न च सिद्धयोगी | वह वल्कल वस्त्र धारण करने वाला है, परन्तु सिद्ध योगी नहीं है। |
जलं च बिभ्रन्न घटो न मेघ: ॥4॥ | वह जल को (अंदर) धारण करता है, परन्तु न घड़ा है और न ही बादल है। उत्तर-नारियल। |
संस्कृत वाक्य | हिंदी अनुवाद |
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भोजनान्ते च किं पेयम्? | भोजन के अन्त में क्या पीना चाहिए? छाछ। |
जयन्त: कस्य वै सुत:? | जयन्त किसका पुत्र है? इन्द्र का। |
कथं विष्णुपदं प्रोक्तम्? | विष्णु का स्थान कैसा कहा गया है? दुर्लभ। |
तक्रं शक्रस्य दुर्लभम् ॥5॥ | भोजन के अंत में छाछ पीना चाहिए, जयंत, इंद्र का पुत्र है, विष्णु का स्थान दुर्लभ है। |