कक्षा 8 गणित अध्याय 4 एनसीईआरटी समाधान – प्रायोगिक ज्यामिति
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 गणित अध्याय 4 प्रायोगिक ज्यामिति की एक्सरसाइज प्रश्नावली 4.1, 4.2, 4.3, 4.4 और प्रश्नावली 4.5 के सभी प्रश्नों के हल विस्तार से समझाए गए हैं। 8वीं कक्षा गणित पाठ 4 के सभी प्रश्नों के सत्र 2022-2023 के अनुसार संशोधित किया गया है। प्रश्नों के हल को पहले से अधिक सरल बनाया गया है ताकि विद्यार्थी को कक्षा 8 गणित अध्याय 4 के अभ्यास में कोई दिक्कत न हो। मोबाइल का प्रयोग करने वाले विद्यार्थी कक्षा 8 गणित के लिए ऐप का प्रयोग करें।
कक्षा 8 गणित अध्याय 4 के लिए एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 8 गणित अध्याय 4 के लिए एनसीईआरटी समाधान नीचे दिए गए हैं:
कक्षा 8 गणित अध्याय 4 पर बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्न उत्तर
Q1
निम्न में से किसके लिए, विकर्ण परस्पर समद्विभाजित करते हैं?
[A]. समांतर चतुर्भुज
[B]. चतुर्भुज
[C]. समलंब
[D]. वर्ग
Q2
निम्न में से किस के लिए, सभी कोण बराबर होते हैं?
[A]. पतंग
[B]. समलंब
[C]. आयत
[D]. समचतुर्भुज
Q3
निम्न में से किस आकृति में, विकर्ण परस्पर लंब होते हैं?
[A]. पतंग
[B]. आयत
[C]. समलंब
[D]. समांतर चतुर्भुज
Q4
निम्न में से किस आकृति के लिए विकर्ण बराबर होते हैं?
[A]. समलंब
[B]. आयत
[C]. समचतुर्भुज
[D]. समांतर चतुर्भुज
बताइए कि निम्नलिखित कथन सत्य हैं या असत्य?
सत्य तथा असत्य कथन छांटिए:
- प्रत्येक आयत एक समांतर चतुर्भुज होता है।
- प्रत्येक समचतुर्भुज एक पतंग होता है।
- प्रत्येक समांतर चतुर्भुज एक समलंब होता है।
- प्रत्येक पतंग एक समलंब होता है।
- प्रत्येक पतंग एक समांतर चतुर्भुज होता है।
- एक आयत के विकर्ण परस्पर लंब होते हैं।
- एक अद्वितीय समांतर चतुर्भुज की रचना करने के लिए उसकी केवल दो भुजाओं की लंबाइयों की आवश्यकता होती है।
उपरोक्त सत्य असत्य कथनों के उत्तर:
- सत्य
- सत्य
- सत्य
- असत्य
- असत्य
- असत्य
- असत्य
चतुर्भुजों के गुणधर्म कौन कौन से हैं?
चतुर्भुजों के गुणधर्म:
- एक बहुभुज के एक ही क्रम में लिये गये सभी बहिष्कोणों का योग 360˚ होता है।
- समलंब वह चतुर्भुज है जिसमें सम्मुख भुजाओं का एक युग्म समांतर होता है।
- पतंग वह चतुर्भुज है, जिसमें आसन्न भुजाओं के दो युग्म बराबर होते हैं।
- समांतर चतुर्भुज वह चतुर्भुज है, जिसमें सम्मुख भुजाओं का प्रत्येक युग्म समांतर होता है।
- समचतुर्भुज वह समांतर चतुर्भुज है, जिसमें आसन्न भुजाएँ बराबर होती हैं।
- आयत वह समांतर चतुर्भुज है, जिसका एक कोण 90˚ होता है।
- वर्ग वह समांतर चतुर्भुज है, जिसमें आसन्न भुजाएँ बराबर होती हैं और एक कोण 90˚ का होता है।
- एक समांतर चतुर्भुज में सम्मुख भुजाएँ बराबर होती हैं, सम्मुख कोण बराबर होते हैं तथा विकर्ण परस्पर समद्विभाजित करते हैं।
- एक समचतुर्भुज में विकर्ण परस्पर समकोण पर प्रतिच्छेद करते हैं।
- एक आयत में विकर्ण बराबर होते हैं।
चतुर्भुज की रचना कब संभव होती है:
चतुर्भुजों की रचना से संबंधित तथ्य:
- एक चतुर्भुज की अद्वितीय रूप से रचना की जा सकती है, यदि उसकी चारों भुजाओं और एक विकर्ण की लंबाइयाँ दी हुई हों।
- एक चतुर्भुज की अद्वितीय रूप से रचना की जा सकती है, यदि उसकी तीन भुजाओं और दोनों विकर्णों की लंबाइयाँ दी हुई हों।
- एक चतुर्भुज की अद्वितीय रूप से रचना की जा सकती है, यदि इसकी दो आसन्न भुजाएँ और तीन कोण दिये हों।
- एक चतुर्भुज की अद्वितीय रूप से रचना की जा सकती है, यदि इसकी तीन भुजाएँ और दो अंतर्गत कोण दिये हों।