कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 5 संज्ञा
कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 5 संज्ञा के लिए अध्ययन सामग्री तथा अभ्यास के लिए अभ्यास पुस्तिका सत्र 2024-25 के अनुसार नवीनतम प्रारूप में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। छठी कक्षा के विद्यार्थी हिंदी व्याकरण के पाठ 5 में संज्ञा तथा इसके भेद के बारे में पढेंगे।
कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 5 संज्ञा के लिए पठन सामग्री
संज्ञा
जो पद किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार या भाव का बोध कराते हैं, उन्हें संज्ञा कहते हैं; जैसे- नेहा, आयुष, चिडि़या, आम, पुस्तक, मेज, कलम आदि।
उदाहरण:
नेहा और आयुष अपने माता-पिता के साथ ताज एक्सप्रेस से उतर रहे हैं। ये दोनों अपने माता-पिता के साथ दिल्ली से यहाँ ताजमहल देखने आगरा आए हैं। ताजमहल देखने के बाद नेहा और आयुष अपने माता-पिता के साथ एक होटल में खाना खाने गए। होटल का नाम था-अनमोल होटल। यहाँ का खाना सबको पसंद आया।
उपर्युक्त वाक्यों में
1. नेहा और आयुष व्यक्तियों (प्राणियों) के नाम हैं।
2. स्कूल एवं आगरा स्थानों के नाम हैं।
3. पुस्तक और आम वस्तुओं के नाम हैं।
4. मिठास एक गुण है।
संज्ञा नाम उदाहरण
प्राणी – शेर, बैल, अध्यापक, माता, नौकर।
स्थान – दिल्ली, कोलकाता, आगरा, विद्यालय, घर।
वस्तु – आम, सेब, फ़ल, कलम, पुस्तक, पानी, दूध, घी, रेडियो।
भाव – बुढ़ापा, बचपन, खटास, सुंदरता, प्रेम, बुराई, हरियाली, ठंड आदि।
संज्ञा के भेद
उपर्युक्त उदाहरणों के आधार पर संज्ञा के तीन भेद किए गए हैं:
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा
जिस शब्द से किसी विशेष प्राणी, व्यक्ति, वस्तु या स्थान का बोधा होता है, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे- राम, मोहन, चीन, गीता, गंगा, हिमालय आदि।
जातिवाचक संज्ञा
जिस संज्ञा से किसी जाति की सब वस्तुओं अथवा प्राणियों का बोध हो, उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे- नदी, पहाड़, पुस्तक, मेज, गाय, आदमी, शेर, शहर, शिक्षक, पुस्तक, गाँव, पशु-पक्षी, घोड़ा आदि।
भाववाचक संज्ञा
जिस शब्द से किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के गुण, दोष, दशा या अवस्था आदि का बोध हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे- बुढ़ापा, जवानी, गहराई, भिन्नता, बचपन, साहस, सुंदरता, थकावट आदि।
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
जातिवाचक – भाववाचक
बूढ़ा – बुढ़ापा
पंडित – पंडिताई
देव – देवत्व
वीर – वीरता
प्रभु – प्रभुता
लड़का – लड़कपन