कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 1 भाषा, लिपि तथा व्याकरण
कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 1 भाषा, लिपि तथा व्याकरण के लिए अध्ययन सामग्री, प्रश्न उत्तर सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। छठी कक्षा के व्याकरण पाठ 1 में छात्र भाषा तथा लिपि के बारे में उदाहरण सहित जान पाएँगे।
कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 1 भाषा, लिपि तथा व्याकरण के लिए पठन सामग्री
भाषा
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज में रहने के लिए आवश्यक है कि वह अपने विचार दूसरों तक पहुँचाए व दूसरों के विचार अपने लिए ग्रहण करे। विचार प्रकट करने की इस प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए कुछ निश्चित प्रतीकों की आवश्यकता होती है। ये प्रतीक हमारे भावों को बोलकर या लिखकर प्रकट करने में हमारी सहायता करते हैं। स्पष्ट है कि प्रतीकों की यह व्यवस्था मौखिक व लिखित दोनों ही प्रकार की हो सकती है।
भाषा के प्रकार
भाषा के दो रूप हैंः
1. मौखिक
2. लिखित
मौखिक भाषा
जब मनुष्य अपने भावों और विचारों को बोलकर प्रकट करता है, तो वह भाषा का ‘मौखिक रूप’ कहलाता है।
प्रायः हम सभी लोग अपने घर में मौखिक भाषा के द्वारा ही बातचीत करते हैं। रेडियो, दूरदर्शन व दूरभाष तीनों ही मौखिक भाषा के मुख्य स्रोत हैं। रेडियो व टेलीविजन पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम, समाचार, वार्ता, संगोष्ठी, कविता पाठ अथवा किसी घटना का वर्णन मौखिक भाषा के ही विभिन्न रूप हैं।
लिखित भाषा
जब मनुष्य अपने भावों और विचारों को लिखकर प्रकट करता है, तो वह भाषा का ‘लिखित रूप’ कहलाता है।
हमारी पाठ्य पुस्तकें, रामायण, महाभारत और कुरान आदि ग्रंथ लिखित भाषा में हैं। भाषा के लिखित रूप के द्वारा ही हम अपने विचारों और अनुभवों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँचा सकते हैं। इसी कारण आज से हजारों वर्ष पूर्व लिखी गई पुस्तकों का ज्ञान हमें आज भी प्राप्त है। लिखित भाषा का विकास मौखिक भाषा के विकास के बहुत समय बाद हुआ।
राष्ट्र भाषा हिंदी
हिंदी हमारे देश की प्रमुख भाषा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों में हिंदी भाषी लोग रहते हैं। भारत के बहुधा क्षेत्र में बोले जाने के कारण इसे राजभाषा का स्थान प्राप्त है । संविधान के अनुच्छेद 343(1) के अनुसार संघ की राजभाषा हिंदी है। हिंदी भाषी लोगों की संख्या देखते हुए इसका विश्व में तीसरा स्थान है। 14 सितंबर, 1949 को इसे राजभाषा के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। 14 सितंबर हिदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
व्याकरण
जिस प्रकार सड़क पर चलने के नियम होते हैं, उसी प्रकार प्रत्येक भाषा के भी अपने नियम होते हैं । ये नियम ही भाषा को एक निश्चित रूप प्रदान करते हैं। यातायात के नियम हमें सिखाते हैं कि सड़क पर यात्र कैसे करें, उसी प्रकार व्याकरण के नियम भी हमें सिखाते हैं कि भाषा का प्रयोग हम किस प्रकार करें ताकि सभी उसे समझ सकें और उसका शुद्ध एवं सही प्रयोग कर सकें।
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
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1. राम वन को जाती है। | राम वन को जाता है। |
2. शेर जंगल का रानी है। | शेर जंगल का राजा है। |
3. सुरेश बाजार गई थी। | सुरेश बाजार गया था। |
4. साइकिल ख़राब हो गया। | साइकिल ख़राब हो गई। |
5. आज बहुत गर्मी थी। | आज बहुत गर्मी है। |
6. सूरज पश्चिम में अस्त है। | सूरज पश्चिम में अस्त होता है। |