एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 ईवीएस अध्याय 19
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 ईवीएस अध्याय 19 जड़ों का जाल (कक्षा 4 पर्यावरण पाठ 19) पर्यावरण अध्ययन (आस पास) हिंदी और अंग्रेजी में सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 4 ईवीएस के अध्ययन को विडियो के माध्यम से भी विस्तार से समझाया गया है। इसकी मदद से विद्यार्थी पूरे पाठ को आसानी से समझ सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 ईवीएस अध्याय 19
अब्दुल ने की अब्बू की मदद
प्रस्तुत पाठ में पौधों की जड़े पौधो को किस प्रकार अपने स्थान पर खड़े रहने और उन्हें ज़मीन से जुड़े रखती है, इसके बारे में बताया गया है। अब्दुल छुट्टी के दिन बगीचे की देखभाल में अपने अब्बू की मदद करने गया।
अब्बू मटर की क्यारियों में से सूखे पत्ते और जंगली घास निकाल कर एक जगह जमा कर रहे थे। उन्हें देखकर अब्दुल भी पास की एक क्यारी में से घास खींचने लगा। वह घास के पौधों को आसानी से खींच नहीं पा रहा था। घास का पौधा जितना बड़ा ज़मीन से ऊपर था उससे कहीं ज़्यादा वह ज़मीन के नीचे फैला हुआ था।
घास खींचने के चक्कर में मटर की बेल के सहारे के लिए जो डंडी लगी थी वह गिर गई। मटर की नाजुक बेल भी टूट गई थी। बेल का टूटा हुआ उपरी हिस्सा कुछ दिनों बाद ही सूख गया क्योंकि वह हिस्सा मटर की जड़ों से अलग हो गया था।
पेड़ों की जड़ें
अब्दुल को याद आया कि सलाद के लिए कुछ मूलियाँ निकालनी हैं। अब्दुल मूलियाँ उखाड़ने लगा। अभी कुछ मूलियाँ उखाड़ी ही थीं कि बहुत तेज आँधी और बारिश होने लगी थी। अब्दुल और उसके अब्बू घर की तरफ़ भागे। जैसे ही वे घर पहुँचे, अचानक आँगन में खड़े नीम के पेड़ की टहनी टूट कर गिर गई।
अब्बू बाल-बाल बचे। लेकिन नीम का पेड़ नहीं गिरा क्योंकि पेड़ की जड़ें काफ़ी बड़ी और गहरी थी। फिर वे सब अम्मा के साथ बैठ कर चाय पीने लगे। अब्बू ने कहा “पौधे सूखे जा रहे थे, लेकिन इस बारिश के होने से हमें पौधों को पानी देने की ज़रूरत नहीं है।“ अब ये पौधे फिर से हरे-भरे हो जाएगें।
पौधे पानी कहाँ से प्राप्त करते हैं?
कुछ दिनों तक अब्दुल के दिमाग में पौधे ही घूमते रहे और पौधों के बारे में अनेकों सवाल उठते रहे। एक दिन अब्दुल ने स्कूल की दीवार में पीपल के एक पौधे को देखा। वह सोचने लगा कि इस पौधे की जड़े कहाँ तक होंगी। यह पानी कहाँ से लेगा, दीवार का क्या होगा। रास्ते में अब्दुल ने एक बहुत पुराने बड़े पेड़ को गिरा हुआ देखा।
उसे पेड़ की टूटी हुई जड़ें भी दिखाई दी। तभी उसे अपने घर पर लगे बड़े नीम के पेड़ का ख्याल आया। वह समझ गया की जड़े कमज़ोर होने के कारण ही पेड़ गिरा है। अब्दुल जान चूका था कि सभी पेड़-पौधे अपना जीवन अपनी जड़ों से जीते है। जड़ों द्वारा ही पौधे खाद, पानी, और हवा लेते रहते है।
लटकन की ख़ासियत
बरगद के पेड़ की लटकन की ख़ास बात यह है कि ये लटकन असल में उसकी जड़े होती है जिसे हम पेड़ की दाड़ी भी कहते है। जब पेड़ सौ साल से ऊपर हो जाता है तब बरगद के पेड़ में उगी ये लटकन बड़ते-बड़ते ज़मीन के अंदर चली जाती हैं। ये मज़बूत खम्भों की तरह पेड़ को सहारा देती हैं। दूसरे पेड़ों की तरह ज़मीन के अंदर भी बरगद की जड़े फैली हुई होती है।