एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 1 अवधपुरी में राम
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 1 अवधपुरी में राम के प्रश्न उत्तर, अभ्यास तथा अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर सत्र 2024-25 के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 6 हिंदी की पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा पाठ 1 के सभी प्रश्न सरल भाषा में लिखे गए हैं।
कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 1 अवधपुरी में राम
कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 1 अवधपुरी में राम
अयोध्या को दर्शनीय स्थान क्यों कहा गया है?
अयोध्या सरयू नदी के किनारे बसा एक सुंदर नगर था। अयोध्या में केवल राजमहल ही भव्य नहीं था बल्कि उसकी एक-एक इमारत आलीशान थी। यहाँ पर आम लोगों के घर भी भव्य थे। सड़कें चौड़ी थी और सुंदर बाग-बगीचे थे। सभी सरोवर पानी से लबालब भरे थे। इसलिए सही अर्थों में यह एक दर्शनीय स्थान था।
कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 1 प्रश्न उत्तर
ऐसा क्यों कहा गया कि दुःख और विपन्नता को अयोध्या का पता नहीं मालूम था?
अयोध्या में राजा से लेकर आम आदमी सभी खुशहाल थे। खेतों में फ़सले लहराती रहती थी। अयोध्या हर प्रकार से एक संपन्न नगरी थी। सभी लोग सुखी और समृद्ध थे। इसलिए दुःख और विपन्नता जैसी कोई बात अयोध्या में नहीं थी।
अयोध्या किसकी राजधानी थी और वहाँ का शासक कौन था?
अयोध्या कोसल राज्य की राजधानी थी। राजा दशरथ वहाँ के कुशल योद्धा और न्यायप्रिय शासक थे।
राजा दशरथ और उनकी रानी के मन में कौन सा एक दुःख था जो मन के एक कोने में छिपा हुआ था?
राजा दशरथ यशस्वी थे। उन्हें किसी चीज़ की कोई कमी नहीं थी। उनकी तीन रानियाँ थी परंतु उनके कोई औलाद नहीं थी। उनकी उम्र बढ़ती जा रही थी। राजा और रानियों के मन में बस यही एक दुःख था कि उनकी कोई संतान नहीं थी। संतान के बिना उन्हें अपना जीवन सूना-सूना लगता था।
मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ की चिंता का क्या उपाए बताया था?
मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को अपनी चिंता से मुक्त होने के लिए पुत्रेष्टि यज्ञ करने की सलाह दी थी।
पुत्रेष्टि यज्ञ क्या था और यह किसकी देख-रेख में किया गया था?
पुत्रेष्टि यज्ञ पुत्र की प्राप्ति के लिए किया जाने वाला यज्ञ था। यह यज्ञ महान तपस्वी ऋष्यशृंग की देखरेख में हुआ था। जिसके लिए यज्ञशाला सरयू नदी के किनारे बनाई गई थी।
तीनों रानियों ने कौन-कौन से पुत्रों को जन्म दिया था?
महारानी कौशल्या ने राम को जन्म दिया था। रानी कैकेयी ने भरत को जन्म दिया था। चैत्र माह की नवमी के दिन रानी सुमित्रा ने दो पुत्रों लक्ष्मण और शत्रुध्न को जन्म दिया था।
कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 1 के महत्वपूर्ण प्रश्न
महर्षि विश्वामित्र राम को अपने साथ क्यों ले जाना चाहते थे?
महर्षि विश्वामित्र एक सिद्धि के लिए यज्ञ करना चाहते थे। अनुष्ठान लगभग पूरा हो गया था। लेकिन उसमें दो राक्षस बाधा डाल रहे थे। विश्वामित्र यह बात जानते थे कि केवल राम ही हैं जो उन राक्षसों का वध कर सकते थे। इसलिए विश्वामित्र उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे।
विश्वामित्र की बात सुनकर राजा दशरथ की क्या दशा थी?
विश्वामित्र की बात सुनते ही मानो राजा दशरथ पर बिजली गिर पड़ी हो। उन्हें लगा कहीं राक्षसों से युद्ध करते समय कुछ दुर्घटना जा हो जाए। राम उनके ज्येष्ठ पुत्र के साथ सबसे प्रिय पुत्र भी थे। इसलिए, यह बात सुनते ही वे काँप कर बेहोश हो गए थे और उन्हें राम के वियोग ने जकड़ लिया था।
महर्षि विश्वामित्र क्रोधित होते हुए भी अपने क्रोध को व्यक्त क्यों नहीं कर रहे थे?
महर्षि विश्वामित्र का क्रोध बढ़ता ही जा रहा था। परंतु वे उसे व्यक्त नहीं कर रहे थे क्योंकि उन्हें अपने यज्ञ के नियम याद थे। क्रोध करने से यज्ञ खंडित हो जाता और अनुष्ठान अधूरा रह जाता।
मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को अपना वचन पूरा करने के लिए क्या समझाया था?
मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को राम की शक्तियों के बारे में और अपना वचन न तोड़ने के बारे में समझाया था। वे जानते थे कि महर्षि विश्वामित्र के साथ रहने पर राजकुमार राम को अवश्य ही कुछ और शक्तियों की प्राप्ति होंगी। विश्वामित्र के होते हुए राम की चिंता करने की अवश्यकता नहीं है।
रघुकुल की रीति क्या थी?
रघुकुल की रीति के अनुसार एक बार वचन देने के बाद, वह अपने वचन से पीछे नहीं हठता था। चाहे उसे अपना वचन पूरा करने के लिए अपने प्राणों तक का बलिदान ही क्यो न देना पड़े। उसे हर हाल में अपना वचन पूरा करना होता था।
गुरु वशिष्ठ ने राजा दशरथ को महर्षि विश्वामित्र के बारे में क्या बताया था?
गुरु वशिष्ठ ने राजा दशरथ को बताया कि महर्षि विश्वामित्र एक तपस्वी के साथ एक सिद्ध पुरुष भी हैं। वह अनेकों गुप्त विधाओं के जानकार हैं। वह अवश्य ही राम को अनेकों नयी विधाएँ सीखा सकते हैं। हमें राम को उन्हें सौंप देना चाहिए।
राजा दशरथ ने महर्षि विश्वामित्र से क्या आग्रह किया था?
राजा दशरथ राम को विश्वामित्र के साथ अकेला नहीं भेजना चाहते थे इसलिए उन्होने महर्षि विश्वामित्र से आग्रह किया कि वे राम के साथ उनके छोटे भाई लक्ष्मण को भी ले जाएँ।
राजा दशरथ ने राम और लक्ष्मण को क्या निर्देश दिया था?
राजा दशरथ ने महर्षि विश्वामित्र को दिए वचन के अनुसार राम और लक्ष्मण को उनके साथ दस दिन तक रहने का निर्देश दिया था।
पिता के निर्णय पर राम और लक्ष्मण की क्या प्रतिक्रिया थी?
पिता के निर्णय की सूचना पाते ही दोनों भाई ने उसे आदर सहित स्वीकार कर लिया था। वे पिता की आज्ञा का पालन करने के लिए बिना किसी विलंब के तैयार थे।