कक्षा 6 इतिहास अध्याय 7 एनसीईआरटी समाधान – राज्य से साम्राज्य
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 इतिहास अध्याय 7 राज्य से साम्राज्य के प्रश्न उत्तर शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए तैयार किया गया है। कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान इतिहास के ये समाधान सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड दोनों के लिए लाभकारी हैं। प्रत्येक प्रश्न के उत्तर को विस्तार से सरल भाषा में समझाया गया है और विडियो के माध्यम से भी पूरे अध्याय को पढाया गया है। विडियो पाठ को आसानी से समझने में मदद करता है।
कक्षा 6 इतिहास अध्याय 7 के लिए एनसीईआरटी समाधान
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 इतिहास अध्याय 7 राज्य से साम्राज्य
अशोक कौन था और उसे महान सम्राट की उपाधि क्यों मिली?
चाणक्य ने अपने शिष्य चन्द्रगुप्त मौर्य की सहायता से नंदवंश का सर्वनाश कर दिया था। चन्द्रगुप्त के बाद उसका पुत्र बिन्दुसार गद्दी पर बैठा और उसके बाद उसका पुत्र अशोक राजगद्दी पर बैठा। अशोक ने साम्राज्य विस्तार के लिए अनेक लड़ाईयां लड़ी और जीती लेकिन कलिंग की लड़ाई में हुए भीषण नरसंहार ने उनके जीवन को बदल कर रख दिया। अशोक ने हिंसा का रास्ता छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया।
राज्य साम्राज्य से कैसे भिन्न है?
1. चूंकि साम्राज्य राज्यों से बड़े होते हैं और उनकी रक्षा के लिए बड़ी सेनाओं की ज़रूरत होती है, इसीलिए सम्राटों को राजाओं की तुलना में ज़्यादा संसाधनों की ज़रूरत होती है।
2. इसी कारण उन्हें बड़ी संख्या में कर इकट्ठा करने वाले अधिकारियों की ज़रूरत होती है।
अपनी प्रजा के लिए अशोक के संदेश क्या थे?
कलिंग युद्ध के बाद अशोक का जीवन बदल गया और उन्होंने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया। बौद्ध धर्म की शिक्षाओं को स्वयं भी आत्मसात कर लिया और अपने प्रजाजनों को भी वही शिक्षाएं अपनाने के लिएलोगों को भी प्रेरित किया। लोग तरह-तरह के अनुष्ठान करते हैं। ये कर्मकांड किसी काम के नहीं। इसके बदले यदि लोग दूसरी रीतियों को मानें तो वह ज़्यादा फलदायी होंगी। ये अन्य प्रकार की रीतियाँ क्या हैं? ये हैं – अपने दासों और नौकरों के साथ अच्छा व्यवहार करना, बड़ों का आदर करना, सभी जीवों पर दया करना और ब्राह्मणों तथा श्रमणों को दान देना। अपने धम्म की प्रशंसा या दूसरों के धम्म की निन्दा करना, दोनों ही बातें गलत हैं। हर किसी को दूसरे धर्म का आदर करना चाहिए। यदि कोई अपने धर्म की बड़ाई और दूसरों के धर्म की बुराई करता है तो वह वास्तव में अपने धर्म को ज़्यादा नुकसान पहुँचा रहा है। इसीलिए हर किसी को दूसरे के धर्म के प्रमुख विश्वासों को समझने की कोशिश करते हुए उसका आदर करना चाहिए।
अशोक ने अपने राज्य में जगह-जगह स्तम्भ क्यों लगवाये?
बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का प्रसार करने के लिए अशोक ने अपने राज्य में लोहे और पत्थर के स्तंभों का निर्माण करवाया जिन पर बौद्ध धर्म की शिक्षाएं लिखी होती थी और लोगों को उनके पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाता था।
अशोक के स्तम्भों पर लिखे सन्देश कौन सी भाषा में थे?
अशोक के ज्यादातर सन्देश प्राकृत और ब्राह्मी लिपि में थे। आज भी अशोक के ये स्तम्भ कई स्थानों पर मिलते हैं। भारतीय झंडे पर चक्र का निशान भी अशोक स्तम्भ से लिया गया है। इसके अतिरिक्त चार सिंह का निशान भी बहुत सारे स्थानों पर उपयोग किया जाता है।