कक्षा 6 इतिहास अध्याय 1 एनसीईआरटी समाधान – क्या, कब, कहाँ और कैसे
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 इतिहास अध्याय 1 क्या, कब, कहाँ और कैसे? के प्रश्न उत्तर अभ्यास के सभी प्रश्नों के हल सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान में इतिहास के पाठ के सभी प्रश्नों को सरल और आसान भाषा में हल करके यहाँ दिए गए हैं, ताकि विद्यार्थी इसे आसानी से समझ सकें। कक्षा 6 इतिहास अध्याय 1 का विस्तार से विवरण और एनसीईआरटी समाधान दोनों ही विडियो और पीडीएफ के रूप में दिया गया है ताकि पाठ याद करने में छात्रों को कोई परेशानी न हो।
कक्षा 6 इतिहास अध्याय 1 के लिए एनसीईआरटी समाधान
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 इतिहास अध्याय 1 क्या, कब, कहाँ और कैसे?
हम अतीत के बारे में कैसे जान सकते हैं?
अतीत के बारे में जानने के बहुत सारे उपाय हैं। जैसे: पुरातत्व के उत्खनन से, कार्बन डेटिंग से, इतिहास की पुस्तकों में वर्णित तथ्यों से आदि। हमें क्या-क्या जानकारियां मिल सकती हैं जैसे: लोग क्या खाते थे, कैसे कपड़े पहनते थे, किस तरह के घरों में रहते थे? हम शिकारियों, पशुपालकों, कृषकों, शासकों, व्यापारियों, पुरोहितों, शिल्पकारों, कलाकारों, संगीतकारों या फिर वैज्ञानिकों के जीवन के बारे में जानकारियाँ हासिल कर सकते हैं। समय के साथ व्यवस्थाओं में क्या बदलाव आये।
सभ्यता के आरम्भ में लोग कहाँ और कैसे रहते थे?
सभ्यताओं के आरम्भ में लोग गुफाओं और कंदराओं में रहते थे। सभ्यता के विकास के साथ लोग समूह में रहने लगे इसके लिए सबसे उपयुक्त जगह नदियों के किनारे होते थे। नर्मदा नदी का पता लगाओ। कई लाख वर्ष पहले से लोग इस नदी के तट पर रह रहे हैं। यहाँ रहने वाले आरंभिक लोगों में से कुछ कुशल संग्राहक थे जो आस-पास के जंगलों की विशाल संपदा से परिचित थे। अपने भोजन के लिए वे जड़ों, फलों तथा जंगल के अन्य उत्पादों का यहीं से संग्रह किया करते थे। वे जानवरों का आखेट (शिकार) भी करते थे। इन सभ्यताओं में सिन्धु घाटी की सभ्यता, बेबीलोन और मेसोपोटामियां की सभ्यताएं प्रसिद्द हैं।
सिन्धु नदी का बहाव का क्षेत्र कौन सा है तथा इसकी सहायक नदियाँ कौन सी हैं?
सिन्धु नदी सात नदियों का संगम है जिसमे सतुलज, व्यास, राबी, चिनाब, झेलम और काबुल नदियाँ हैं काबुल नदी को छोड़कर सभी नदियाँ भारत से होकर पाकिस्तान में प्रवेश करती है जबकि काबुल नदी अफगानिस्तान से आती है। पाकिस्तान से होते हुए यह नदी अरब सागर में मिलती है।
लोग यात्राएँ क्यों करते हैं?
भ्रमण करना मानव के स्वभाव में शुरू से रहा है। हम देखते हैं कि सभ्यताओं का विकास कुछ ही जगहों पर हुआ लेकिन धीरे-धीरे लोग फैलाते गए। यद्यपि प्रारम्भ में आवागमन के साधन नहीं के बराबर थे साथ में पहाड़ियाँ, पर्वत और समुद्र की प्राकृतिक बाधाएं थी। हालांकि लोगों के लिए इन बाधाओं को पार करना आसान नहीं था, जिन्होंने ऐसा चाहा वे ऐसा कर सके, वे पर्वतों की ऊँचाई को छू सके तथा गहरे समुद्रों को पार कर सके। इसके पीची कई कारण थे जिसमें मानव मन की जिज्ञासा, भोजन की तलाश तथा कालांतर में व्यापार की संभावनाएं शामिल हैं।
तिथियों का क्या मतलब है?
हमारी सभ्यता अति प्राचीन है यद्यपि सतयुग और त्रेतायुग के प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं फिर द्वापर के अंतिम भाग से लेकर अब तक का लिखित तथा भौतिक प्रमाण उपलब्ध है। लेकिन आज तिथियों की गणना विक्रम संवत, ईसवी संवत आदि की जाती है। अगर कोई तुमसे तिथि के विषय में पूछे तो तुम शायद उस दिन की तारीख, माह, वर्ष जैसे कि 2000 या इसी तरह का कोई और वर्ष बताओगे। वर्ष की यह गणना ईसाई धर्म-प्रवर्तक ईसा मसीह के जन्म की तिथि से की जाती है। अत: 2000 वर्ष कहने का तात्पर्य ईसा मसीह के जन्म के 2000 वर्ष के बाद से है। ईसा मसीह के जन्म के पूर्व की सभी तिथियाँ ई.पू. (ईसा से पहले) के रूप में जानी जाती हैं। इस पुस्तक में हम 2000 को अपना आरंभिक बिन्दु मानते हुए वर्तमान से पूर्व की तिथियों का उल्लेख करते हैं।