कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 21 संबंधबोधक अव्यय
कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 21 संबंधबोधक अव्यय तथा इसका वाक्यों में प्रयोग सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 6 में हिंदी व्याकरण के पाठ 21 को समझने के लिए छात्र यहाँ दिए अतिरिक्त अध्ययन के लिए अभ्यास पुस्तिका का अवश्य प्रयोग करें।
कक्षा 6 हिंदी व्याकरण अध्याय 21 संबंधबोधक अव्यय के लिए पठन सामग्री
सबंधबोधक
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के बाद प्रयुक्त होकर उनका वाक्य के दूसरे शब्दों (संज्ञा, सर्वनाम) से संबंध बताते हैं, उन्हें संबंधबोधक अव्यय कहा जाता है।
उदाहरण:
(क) धन के बिना कोई नहीं पूछता।
(ख) राजा के पीछे चलना चाहिए।
(ग) उसने शेर के बच्चे की ओर देखा।
(घ) घर के आगे नीम का पेड़ है।
उपर्युक्त वाक्यों में ‘के बिना’, ‘के पीछे ’, ‘की ओर’, ‘के आगे’ शब्दों का संबंध वाक्यों के दूसरे शब्दों के साथ है, इसलिए ये शब्द संबंधबोधक अव्यय हैं।
संबंधबोधक अव्यय
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के बाद प्रयुक्त होकर उनका वाक्य के दूसरे शब्दों (संज्ञा, सर्वनाम) से संबंध बताते हैं, उन्हें संबंधबोधक अव्यय कहा जाता है।
संबंधबोधक अव्यय के भेद- अर्थ के अनुसार संबंधबोधक अव्यय के भेद निम्नलिखित हैं:
संबंधबोधक अव्यय | उदाहरण |
---|---|
1. कालवाचक | के पहले, से पहले, के बाद, के पश्चात् आदि। |
2. स्थानसूचक | के पीछे, के आगे, के नीचे, के ऊपर, के पास आदि। |
3. दिशासूचक | की ओर, की तरफ़, के चारों ओर आदि। |
4. साधन सूचक | के सहारे, के द्वारा आदि। |
5. समानतासूचक | की तरह, के समान, के तुल्य, की भाँति आदि। |
6. विरोधसूचक | के विपरीत, के विरुद्ध, के खिलाफ़, के प्रतिकूल आदि। |
7. संबंधसूचक | के साथ, के संग, के सहित, के समेत आदि। |
8. कारणसूचक | के कारण, के लिए, के मारे, के निमित्त आदि। |
9. विषयवाचक | के विषय, के बाबत आदि। |
क्रियाविशेषण और संबंधबोधक अव्यय में अंतर
कुछ शब्द क्रियाविशेषण और संबंधबोधक दोनों रूपों में प्रयुक्त किए जा सकते हैं।
क्रियाविशेषण | संबंधबोधक |
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राहुल पहले पहुँच गया। | रतन से पहले राहुल पहुँच गया। |
सौरभ यहाँ रहता है। | सौरभ अपने चाचा के यहाँ रहता है। |
कौन है? सामने आओ। | कौन है? मेरे सामने आओ। |
विशेष: यदि कोई शब्द संज्ञा या सर्वनाम के साथ प्रयोग हुआ हो और उनका वाक्य के दूसरे शब्दों से संबंध भी बता रहा हो, तो संबंधबोधक माना जाता है परंतु यही शब्द केवल क्रिया की विशेषता बताने का काम करता हो, तो क्रिया विशेषण।
ऊपर के ‘क’ वर्ग के वाक्यों में ‘पहले’, ‘यहाँ’ और ‘सामने’ शब्द केवल क्रिया की विशेषता बता रहे हैं, इसलिए वे सभी क्रियाविशेषण हैं जबकि ‘ख’ वर्ग के वाक्यों में ये ही शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के साथ आकर उनका संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों से जोड़ रहे हैं, इसलिए संबंधबोधक हैं।