एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 20 चिट्ठी

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 20 चिट्ठी के प्रश्नों के उत्तर इसके अतिरिक्त प्रश्न उत्तर सीबीएसई और राजकीय बोर्ड सत्र 2024-25 के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 6 हिंदी अध्याय 20 में चिट्ठी के महत्त्व के बारे में बताया गया है। यहाँ यह भी दर्शाया गया है कि चिट्ठी किस प्रकार बिना पैरों के भी दूर-दूर तक घूमती है।

अभ्यास के प्रश्न उत्तर

कविता की पंक्तियाँ पूरी करो।

    1. चिट्ठी में है मन का प्यार
      उत्तर:
      चिट्ठी है घर का अखबार
    2. मेहनत से तुम पढ़ना बेटी
      उत्तर:
      पढ़-लिखकर होगी होशियार।
    3. छोटा-सा कागज बिन पैर
      उत्तर:
      करता दुनिया भर की सैर

निम्नलिखित शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो।
1. सैर
उत्तर: हमें अच्छी सेहत के लिए सैर करनी चाहिए।
2. संदेश
उत्तर: अपने भाई को मेरा संदेश दे देना।
3. उपहार
उत्तर: जन्मदिन पर उपहार पाकर बच्चे खुश होते हैं।

कविता के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो।

चिट्ठी को घर का अखबार क्यों कहा गया है?
चिट्ठी को घर का अखबार इसलिए कहा गया है क्योंकि इसमें मन का प्यार , सुख-दुख की बातें और प्यार भरी सौगातें होती हैं।
चिट्ठी बिना पैर, दुनिया की सैर कैसे कर लेती है?
चिट्ठी बिना पैर डाक विभाग और डाकिए के द्वारा दुनिया की सैर कर लेती है।
मम्मी ने चिट्ठी में क्या लिखा है?
मम्मी ने चिट्ठी में प्यारी किट्टी को मेहनत से पढ़ने के लिए लिखा है।

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अतिरिक्त अभ्यास के लिए प्रश्न उत्तर

कवि ने चिट्ठी को मन का प्यार क्यों कहा है?
कवि ने चिट्ठी को मन का प्यार कहा है, क्योंकि इसमें सुख-दुःख की बातें और प्यार भरी सौगातें छिपी रहती हैं। उसका असर दिल, दिमाग और मन पर पड़ता है।

कवि की समानता अख़बार से क्यों की गई है?
चिट्ठी अपने साथ दुःख-सुख के विचार, प्यार भरी सौगातों का अहसास कराने और नए-नए संदेश लाकर दिलों के तारों को जोड़ने का काम करती है। अख़बार की तरह विदेश में रह रहे अपनों के हर सुख-दुःख की ख़बर चिट्ठी के द्वारा हम तक पहुँचते हैं।

चिट्ठी में प्यारी बिटिया के लिए क्या-क्या संदेश आया करते थे?
चिट्ठी में प्यारी बिटिया के लिए माँ के प्रेम संदेश के साथ माँ का आशीर्वाद भी आया था। जिसमें प्यारी बिटिया को खूब मेहनत से पढ़-लिखकर होशियार बनने का आशीर्वाद मिला और पापा से घर की सभी बातों का संदेश मिला था।

बिटिया को कैसे पता चलता था कि यह संदेश चाचा का है?
जब भी लिफ़ाफ़ा बड़ा होता तो बिटिया समझ जाती थी यह उपहार चाचा जी ने ही भेजा है।

चिट्ठी कविता में पिता का प्रेम कैसे उभर कर बाहर आया है?

चिठ्ठी कविता में जब भी पिता बिटिया को पोस्ट-कार्ड लिखे हैं, तो उनके प्रेम भरे शब्दों के लिए पोस्ट कार्ड में जगह कम पड़ जाती है। पोस्ट कार्ड में केवल पिता के प्रेम के घने-घने अक्षर दिखाई देते हैं।

यदि आप को चिट्ठी लिखने का मौक़ा मिले तो आप किसे चिठ्ठी लिखना चाहोगे?
यदि मुझे चिठ्ठी लिखने का मौक़ा मिला तो मैं अपने चचेरे भाई नीरज को चिट्ठी लिखूंगा। जो गुडगाँव में रहता है। हम दोनों में बड़ा प्रेम है। अक्सर हम फ़ोन पर ही बातें करते हैं। अभी पिछले रविवार को ही हमारी बात हुई थी। यदि मैंने उसे चिठ्ठी लिखी तो वह अवश्य ही मुझे चिठ्ठी लिखेगा।

चिट्ठी कविता का भावार्थ क्या है?

‘चिट्ठी’ कविता में कवि ने चिट्ठी को मन का प्यार कहा है। चिट्ठी घर में अख़बार का काम करती है। इसमें सुख-दुःख की बातें और प्यार भरी सौगाते होती हैं। चिट्ठी मीलों दूर तक पहुँच जाती है। यह छोटा-सा कागज़ बिना हाथ पैर के दुनिया की सैर करता है। नए-नए संदेश सुनाकर चिट्ठी दिल के तारों को जोड़ने का काम करती है।

चिट्ठी कविता में चिठ्ठी के किन-किन गुणों का वर्णन है?
चिठ्ठी कविता में चिठ्ठी को घर का अख़बार माना है, जिससे सुख-दुःख की सभी बातों का पता चलता है। चिठ्ठी को प्यार भरी सौगात भी कहा गया है। चिठ्ठी बिना हाथ-पैर के पूरी दुनियाँ की सैर करती है। चिट्ठी का सबसे बड़ा गुण यह है कि नए-नए संदेश सुनाकर दिलों के तारों को जोड़े रखती है।

कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 20 चिट्ठी
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