एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी वसंत अध्याय 1 वह चिड़िया जो

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी वसंत अध्याय 1 वह चिड़िया जो अभ्यास के प्रश्न उत्तर सभी प्रश्नों के जवाब सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। छठी कक्षा में हिंदी विषय के वसंत भाग 1 के पहले पाठ के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर भी यहाँ दिए गए हैं ताकि इसे पढ़कर छात्र अध्याय को अच्छी तरह से समझ सकें।

कवि ने “वह चिड़िया जो” कविता के माध्यम से मनुष्य के बारे में क्या बताया है?

कवि ने “वह चिड़िया जो” कविता के माध्यम से मनुष्य के अंदर छिपे हुए गुणों को उजागर करने की कोशिश की है। हर व्यक्ति में अपनी कोई-न कोई गुण विशेषता ज़रूर होती है, जो हमेशा छुपी रहती है। इसी गुण विशेष को उभाने कर सामने लाने का प्रयास किया गया है।

नीले पंखो वाली चिड़िया कौन से रस को उंडेलकर कर गा लेती है?
नीले पंखों वाली चिड़िया मुँहबोली है, अपनी मीठी बोली से एकांत और शांत वन में उमंग के स्वर बरसाती रहती है। उसकी बोली को रस उंडेलना कहा गया है।

कवि ने नीले पंखोंवाली चिड़िया को साहसी क्यों कहा है?

नीले पंखों वाली चिड़िया जानती है कि उफ़ान मारती हुई नदी से जल के मोती-सी बूँदों को चोंच में भरने से उसकी जान भी जा सकती है फ़िर भी उसका लगाव नदी से कम नहीं हुआ था। वह घने वन में भी बेरोक-टोक गाती है।

मोरोंवाला बाग का विशेषण शब्द क्या है?
मोरोंवाला बाग का विशेषण शब्द मयूर बाग कह सकते है।

नीले पंखों वाली चिड़िया क्या खाना पसंद करती है?

नीले पंखों वाली चिड़िया दूध- से भरे जुड़ी के दाने और अन्न से जुड़े गेंहू बाजरा, मक्की, दाल आदि के दाने खाना अधिक पसंद है।

कविता “वह चिड़िया जो” के आधार पर लिखो कि, चिड़िया को किन-किन चीज़ों से प्यार है?
कविता “वह चिड़िया जो” के आधार पर चिड़िया को नदी के जल की मोती-सी बूँदों से, उफनती नदी से, अन्न से, एकांत में भी उमंग भरे गीतों से और अपने घने वन से बहुत प्यार है।

वह चिड़िया जो कविता का भावार्थ क्या है?

कवि ने कविता में अपने भीतर की कल्पित चिड़िया के माध्यम से मनुष्य के महत्तवपूर्ण गुणों को उजागार किया है। कवि ने नीले पंखोंवाली एक छोटी चिड़िया को आधार बना कर यह बताया है कि वह लालची नहीं है और एक संतोषी स्वभाव की चिड़िया है। वह अन्न से बहुत प्यार करती है, अपनेपन के साथ घने वन में बिना रोक-टोक गाती है। एकांत माहौल को भी उमंग से भर देती है। वह बड़ी साहसी है, वह उफनती नदी से भी जल की मोती-सी बूँदों को चोंच में भर लाती है। उसे अपने इस साहस पर गर्व है। उसे नदी से लगाव भी है। मनुष्य को अपने जीवन में इसे एक सीख मान कर अपना व्यवहार कल्पित चिड़िया के समान ही रखना चाहिए।

आशय स्पष्ट करो
(क) रस उँडेलकर गा लेती है
उत्तर:
कवि का यह आशय है कि चिड़िया जब जुंडी के दानों का रस पीकर प्रसन्न होती है तो ऐसा लगता है कि वह उस रस को पीकर खुशी से झूम रही है गा रही है।
(ख)
चढ़ी नदी का दिल टटोलकर
जल का मोती ले जाती है

उत्तर:
जब चिड़िया भरी हुई नदी के ऊपर उड़ती है और उसके अन्दर डुबकी लगाकर उसके जल को जब पीती है तो ऐसा लगता कि वह गहरे जल का मोती निकाल कर लाई है।
अभ्यास के लिए अतिरिक्त प्रश्न उत्तर

तुम्हें कविता का कोई और शीर्षक देना हो तो क्या शीर्षक देना चाहोगे? उपयुक्त शीर्षक सोचकर लिखो।

यदि मुझे कोई और शीर्षक देना हो तो मैं इस कविता का शीर्षक प्यारी चिड़िया रखूँगा।

इस कविता के आधार पर बताओ कि चिड़िया को किन-किन चीजों से प्यार है?
चिड़िया को जुंडी के दाने, अन्न और नदी के पानी से बहुत प्यार है।

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