एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 हिंदी वीणा अध्याय 5 आम का पेड़

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 हिंदी वीणा अध्याय 5 आम का पेड़ और रिमझिम अध्याय 5 बहादुर बित्तो के प्रश्न उत्तर, पाठ के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 3 हिंदी वीणा अध्याय 5 आम का पेड़ और रिमझिम के पाठ 5 की कहानी बच्चों को बहुत मजेदार लगती है। इस कहानी में बताया गया है कि किस प्रकार किसान की पत्नी बित्तो अपनी होशियारी से शेर तथा लोमड़ी से अपने बैलों की रक्षा करती है। इस कहानी से बच्चों को विषम परिस्थितियों में भी धैर्य के साथ बने रहना सिखाती है।

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एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 हिंदी वीणा अध्याय 5

कक्षा ३ हिंदी वीणा अध्याय 5 आम का पेड़

गरमिर्यों के दिन थे। सौरभ के चाचाजी ने
अपने बगीचे के एक टोकरी आम भेजे। आम बहुत मीठे थे।
सौरभ को आम बहुत अच्छे लगे। उसने सोचा – ऐसे ही आम मैं अपने बगीचे में लगाऊँगा।
उसने बगीचे में एक जगह थोड़ी मिट्टी खोदी। वहाँ आम की एक गुठली डाल दी।
गुठली पर मिट्टी डालकर उसने थोड़ा पानी छिड्क दिया। वह प्रतिदिन सुबह वहाँ पानी डालता।
कुछ दिन बीत गए। आम का पौधा नहीं निकला। उसने पानी डालना बंद कर दिया।
एक दिन हल्की-हल्की वर्षा हो रही थी। सौरभ घूमता हुआ बगीचे में उसी जगह पर जा पहुँचा। सामने ही लाल-लाल- कोंपलों वाला नन्हा-सा पौधा देखते ही सौरभ प्रसन्न हो उठा। “पौधा निकल आया, पौधा निकल आया,” कहते-कहते वह अंदर भागा। अपनी छोटी बहन प्रिया का हाथ पकड़कर उसे बगीचे में ले आया।
पौधा देखकर प्रिया भी ख़ुशी से उछल पड़ी।

सौरभ बोला, “यह पौधा मैने लगाया है। यह आम का पौधा है। इसमें खूब मीठे आम लगेंगे।” दोनों भागे-भागे पिताजी के पास गए। पिताजी बोले, “क्या बात है? आज तुम दोनों बहुत प्रसन्न हो।” प्रिया बोली, “पिताजी, बगीचे में आम का पौधा निकल आया है। अगले वर्ष हम अपने ही पौधे के आम खाएँगे।” उसकी बात सुनकर पिताजी हँसे। वे प्यार से बोले,
“छोटे से पौधे को बड़ा होने में बहुत समय लगेगा।
चार-पाँच वर्ष में यह एक बड़ा पेड़ बन जाएगा।
बड़ी-बड़ी शाखाएँ होंगी। तब इसमें आम लगेंगे।”
यह सुनकर प्रिया थोड़ी उदास हो गई।
पर सौरभ तुरंत बोला,
‘कोई बात नहीं। हम पौधे की देखभाल करेंगे।
एक दिन हम इसके फल अवश्य खाएँगे।”

कक्षा 3 हिंदी रिमझिम अध्याय 5: कहानी का सारांश

यह कहानी एक किसान की बहादुर बीबी की है जिसका नाम बित्तो था। एक दिन किसान अपनी बीबी से बोला सुबह जब मैं खेत में हाल चला रहा था तो एक शेर आया और बोला किसान अपना बैल मुझे दे दे वरना मैं तुझे खा जाऊंगा। किसान की बीबी बित्तो ने पूछा की तूने उसे क्या जबाव दिया?

किसान बोला मैनें शेर से कहा तू यहीं रुक मैं घर अपनी गाय लेकर आता हूँ। बित्तो ने किसान को खूब फटकारा कि घर की गाय शेर को खिला देगा, तो बच्चे घी दूध कहाँ से खायेगें। बित्तो को एक तरकीब सूझी उसने अपने पाती से कहा कि तुम खेत में जाकर शेर से कहो कि मेरी बीबी तुम्हारे लिए घोड़ा लेकर आ रही है। बित्तो हाथ में दरांती लेकर घोड़े पर सवार होकर खेत की ओर चल दी।

खेत पर पहुंचकर जोर से चिल्लाई अरे किसान तू तो कहता था कि तूने चार शेर फंसा रखे हैं यहाँ तो एक ही है। वह दरांती लेकर शेर की तरफ बढ़ी और कहने लगी कोई बात नहीं आज एक शेर से ही नाश्ते का काम चला लेगें। शेर ने यह सुना तो डर के मारे भाग खड़ा हुआ।

बित्तो ने किसान से कहा इसे कहते हैं हिम्मत, तू तो घर की गाय शेर के हवाले कर रहा था। उधर शेर का भूख के मारे बुरा हाल था। एक भेड़िया यह सब देख रहा था। भेड़िये ने शेर से पूछा महाराज क्या हाल हैं? कुछ परेशान लग रहे हो, शेर ने कहा मत पूछो बड़ी मुश्किल से जान बची है। भेड़िये ने शेर से कहा कि वह किसान की बीबी बित्तो है।

एक बार फिर से कोशिश कीजिये आपके हाथ बैल आ जायेगाI पर शेर डरा हुआ था उसने भेड़िये से कहा दोनों एक दूसरे की पूंछ आपस में बांधकर चलते हैं। जैसे ही दोनों किसान के खेत में पहुंचे किसान डर के मारे कांपने लगा लेकिन बित्तो ने भेड़िये से कहा, क्यों रे भेड़िये तूने तो कहा था कि चार शेर बांधकर लाएगा यह तो एक है। शेर ने सुना तो डर के मारे भाग खड़ा हुआ। किसान और बित्तो अब आराम से रहने लगे, शेर अब इधर कभी नहीं आएगा।

शेर किसान से क्या लेने गया था?

उत्तर:
शेर किसान से उसका बैल लेने गया था।

शेर ने बित्तो को राक्षसी क्यों समझ लिया?

उत्तर:
शेर ने बित्तो को राक्षसी समझ लिया था क्योंकि शेर ने सोचा जो एक बार में चार शेरों का नाश्ता करती सकती है वह अवश्य ही कोई राक्षसी होगी।

बैल की जान कैसे बच गई?

उत्तर:
बैल की जान बच गई क्योंकि बित्तो ने शेर को डराकर भगा दिया था।

कक्षा 3 हिन्दी अध्याय 5 में मुख्य किरदार किसका है और उसका चरित्र कैसा है?

इस कहानी में मुख्य किरदार एक बहादुर किसान पत्नी का है जो अपनी बहादुरी से शेर को भागने पर मजबूर कर देती हैं।

हिन्दी कक्षा 3 के अध्याय 5 छात्रों के लिए कितना रुचिकर है?

कहानी काफी रोमांचपूर्ण है अगर एक बार पढ़ना शुरू कर देंगे तो पूरा पढ़े बिना संशय ख़त्म नहीं होगाI

कक्षा 3 हिन्दी का अध्याय 5 का आशय क्या है?

कहानी शिक्षा देती है कि कभी भी डर करके दूसरों की गलत मांग को स्वीकार नहीं करना चाहिए बल्कि समझ और बहादुरी से उनका मुकाबला करना चाहिएI

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