एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 3
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 3 पानी रे पानी (कक्षा 3 पर्यावरण पाठ 3) के उत्तर हिंदी मीडियम में सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए छात्र यहाँ से निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 3 पर्यावरण अध्ययन के पाठ 3 के सभी प्रश्न उत्तर सरल भाषा में पीडीएफ और विडियो के रूप में विद्यार्थी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 3
कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 3 के लिए एनसीईआरटी समाधान
पानी के अनेक रूप
पानी रे पानी कविता में पानी के अनेकों रूप को प्रस्तुत किया गया है। पुरे संसार में पानी अनेकों रूप में विधमान है। मनुष्य पानी के बिना नहीं रह सकता। कवि ने पानी को अनेको रूप दिए हैं, जैसे: ओंस, बर्फ़, और भाप। कवि ने पानी को स्वर देने की कोशिश भी की है। कवि ने बहते पानी की कलकलकल और झरने के गिरने के स्वर को छलछलचल कहा है।
पानी के श्रोत
कवि ने पानी के रहने का स्थान भी निश्चिन्त किया है। तालाबों, झरनों , झील और कुँए को पानी के निर्मल घर के रूप में सजाया है। बरसात के द्वारा खेतों को सींच कर अपना परचम लहराता है। कवि ने पानी के विराट रूप से भी अवगत कराया है जो बाढ़ का रूप धारण कर आफत ढाता है।
जीवन में पानी की उपयोगिता
पृथ्वी पर पानी के बिना जीवन की कल्पना असंभव है। पेड़-पौधे जमीन से पानी का अवशोषण करके स्वंय को जीवित रखते हैं। सभी पशु-पक्षियों को भी जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। मनुष्य सभी प्राणियों में सबसे ज्यादा पानी का उपभोग करता है।
हमें पीने के अतिरिक्त अपने दैनिक कार्यों के लिए भी बहुत अधिक मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है। जैसे: शौच, स्नान, कपड़े धोने, खाना बनानें के लिए, खेती में सिंचाई के लिए आदि ऐसे अनेक कार्य हैं जिनमें पानी की आवश्यकता पड़ती है।
कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 3 के मुख्य प्रश्न उत्तर
पृथ्वी पर पानी किन रूपों में पाया जाता है?
पृथ्वी पर पानी मुख्यतः तीन रूपों में पाया जाता है:
1. द्रव
2. ठोस
3. वाष्प (गैस)
पृथ्वी पर सबसे ज्यादा पानी कहाँ पाया जाता है और यह क्यों उपयोगी नहीं है?
पृथ्वी का दो-तिहाई भाग पानी से ढका हुआ है। समुद्र के रूप में मौजूद यह जल खारा होने की वजह से उपयोगी नहीं है।