एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 4 मानव बस्तियाँ

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 4 मानव बस्तियाँ भाग 2 भारत लोग और अर्थव्यस्था के प्रश्न उत्तर अभ्यास के सवाल जवाब शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से देखें। कक्षा 12 भूगोल पाठ 4 के हल हिंदी और अंग्रेजी में दिए गए हैं ताकि विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 4

गैरिसन नगर क्या होते हैं? उनका क्या प्रकार्य होता है?

गैरिसन नगर वे हैं जिनका निर्माण एक सैन्य अड्डे की स्थापना का परिणाम है। इन्हें छावनी नगर भी कहा जाता है। इन नगरों का निर्माण प्रायः ब्रिटिश काल में अँग्रेजी शासकों द्वारा हुआ। जैसे: अंबाला, जालंधन, महू, बबीना, उधमपुर इत्यादि। कार्य- गैरिसन नगरों का प्रमुख कार्य सुरक्षा प्रदान करना होता है।

कक्षा 12 भूगोल अध्याय 4 बहुविकल्पीय प्रश्न

Q1

निम्नलिखित में से कौन-सा नगर नदी तट पर अवस्थित नहीं है?

[A]. आगरा
[B]. पटना
[C]. भोपाल
[D]. कोलकाता
Q2

भारत की जनगणना के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सी एक विशेषता नगर की विशेषता का अंग नहीं है?

[A]. जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.।
[B]. नगरपालिका, निगम का होना।
[C]. 75% से अधिक जनसंख्या का प्राथमिक खंड में सलंग्न होना।
[D]. जनसंख्या आकार 5000 व्यक्तियों से अधिक।
Q3

निम्नलिखित में से किस पर्यावरण में परिक्षिप्त ग्रामीण बस्तियों की अपेक्षा नहीं की जा सकती?

[A]. गंगा का जलोढ़ मैदान
[B]. हिमालय की निचली घाटियाँ
[C]. राजस्थान के शुष्क और अर्ध-शुष्क प्रदेश
[D]. उत्तर-पूर्व के वन तथा पहाड़ियाँ
Q4

निम्नलिखित में से नगरों का कौन-सा का वर्ग अपने पदानुक्रम के अनुसार क्रमबद्ध है?

[A]. बृहन मुंबई, बेंगलुरू, कोलकाता, चेन्नई
[B]. कोलकाता, बृहन मुंबई, चेन्नई, कोलकाता
[C]. दिल्ली, बृहन मुंबई, चेन्नई, कोलकाता
[D]. बृहन मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई

किसी नगरीय संकुल की पहचान किस प्रकार की जा सकती है?

किसी नगरीय संकुल की पहचान निम्नलिखित प्रकार से की जा सकती है:

    • विस्तार सहित अथवा विस्तार रहित दो या दो से अधिक सटे हुए नगर।
    • 5000 लाख से अधिक जनसंख्या, उच्चतम जनघनत्व और उसका बड़ा भाग द्वितीयक तथा तृतीयक उच्च स्तरीय व्यावसायिक, प्रशासकीय, आर्थिक गतिविधि, प्रबंधकीय सेवाओं में संलग्न होने से किसी नगरीय संलग्न की पहचान की जा सकती है।

मरूस्थलीय प्रदेशों में गाँवों के अवस्थिति के कौन-से मुख्य कारक होते हैं?

मरूस्थलीय प्रदेशों में गाँवों के अवस्थिति में महत्वपूर्ण कारक जल है। यह क्षेत्र बहुत कम वर्षा वाले क्षेत्र होते हैं। गाँवों की अवस्थिति में अनेक कारकों का प्रभाव देखा जा सकता है। उदाहरण: मिट्टी, जलवायु, धारातल, जल इत्यादि। उच्चवच एक अन्य महत्वपूर्ण कारक है।

महानगर क्या होते हैं? ये नगरीय संकुलों से किस प्रकार भिन्न होते हैं?

महानगर: महानगर उन क्षेत्रों को कहा जाता है जिसमें अधिक मात्र में लोग रहते हो, जिस क्षेत्र में 40 लाख या इस से अधिक लोग रहते है उस स्थान को महानगर कहा जाता है।
कई महानगर और मेगा नगर नगरीय संकुल भी होते हैं। 40 लाख या उससे अधिक की जनसंख्या वाले नगरों को महानगर कहा जाता है जबकि नगरीय संकुल कई विशेषीकृत नगरों तथा महानगरों के विकास और विस्तार के फ़लस्वरूप उनके आपस में प्रकार्यात्मक अंतर्संबंध बन जाने के कारण विकसित होते हैं।

क्या एक प्रकार्य वाले नगर की कल्पना की जा सकती है? नगर बहुप्रकार्यात्मक क्यों हो जाते हैं?

एक प्रकार्य वाले नगर की कल्पना नहीं की जा सकती। नगर अपने प्रकार्यों में स्थिर नहीं हैं। उनके गतिशील स्वभाव के कारण विशेषीकृत नगरों के प्रकार्यों में बदलाव हो जाता है और वे लोगों को अनेक सेवाएँ प्रदान करने वाले आर्थिक नोड़ के रूप में कार्य करते हैं। कुछ शहरों तथा नगरों को कुछ निश्चित प्रकार्यों में विशिष्टता प्राप्त होती है तथा कुछ विशिष्ट क्रियाओं, उत्पादनों अथवा सेवाओं के लिए जाना जाता है। इसके बाद भी प्रत्येक शहर अनेक प्रकार्य करता है। सभी नगर बहु-प्रकार्य होते हैं अर्थात् प्रत्येक नगर एक से अधिक प्रकार्य करता है। कुछ नगर अपने एक महत्वपूर्ण कार्य के लिए अवश्य माने जाते हैं। अतः उसके प्रधान व्यवसाय के आधार पर ही नगर का वर्गीकरण किया जा सकता है। जैसे कुरूक्षेत्र एक धार्मिक नगर है तथा फ़रीदाबाद एक शैक्षणिक नगर है, लेकिन यह वर्गीकरण एक सामान्य अवलोकन है। वैज्ञानिक विशलेषण पर आधारित तथ्य-परक अवलोकन नहीं है।

अपनी केंद्रीय अथवा नोडीय स्थान की भूमिका के अतिरिक्त अनेक शहर तथा नगर विशेषीकृत प्रकार्यों के आधार पर उसका वर्गीकरण किया जाता है, उच्चतर कम के प्रशासनिक मुख्यालयों वाले शहरों को प्रशासन नगर कहते हैं, जैसे कि भोपाल, गुवाहाटी, नई दिल्ली, चंडीगढ़, शिलांग, इफ़ांल, गांधीनगर, जयपुर, चेन्नई, श्रीनगर इत्यादि। कोयंबटूर, भिलाई, मुम्बई, मोदीनगर, जमशेदपुर, सेलम, हुगली इत्यादि औद्योगिक नगरों के रूप में प्रसिद्ध है। पचमढ़ी, मसूरी, शिमला, जैसलमेर, जोधपुर, ऊटी, माउंट आबू पर्यटन नगरों के रूप में प्रसिद्ध हैं। विशेषीकृत नगर भी महानगर बनने पर बहुप्रकार्यात्मक बन जाते हैं जिनमें प्रशासन, उद्योग व्यवसाय, परिवहन इत्यादि महत्वपूर्ण हो जाते हैं।

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कक्षा 12 भूगोल अध्याय 4