एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 5 प्राथमिक क्रियाएँ

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 5 प्राथमिक क्रियाएँ भाग 1 मानव भूगोल के मूल सिद्धांत के सवाल जवाब अभ्यास के हल सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 12 भूगोल पाठ 5 की तैयारी के लिए अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर भी हिंदी मीडियम में यहाँ दिए गए हैं।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 5

स्थानांतरी कृषि का भविष्य अच्छा नहीं है। विवेचना कीजिए।

स्थानांतरी कृषि सबसे प्राथमिक कृषि है। स्थानांतरी कृषि में भूमि की उर्वरता समाप्त होते ही उसे छोड़ना पड़ता है तथा दूसरी भूमि के टुकड़े की वनस्पति को काटका तथा जलाकर साफ़ करना पड़ता है। इससे भूमि तथा पर्यावरण दोनों को नुकसान होती है। दूसरी ओर, जिन क्षेत्रों में कृषि का यह आदिम रूप प्रचलित है, वे लोग भी आधुनिक प्रौद्योगिकी से परिचित होने लगे हैं। इस प्रकार स्थानांतरित कृषि का भविष्य अच्छा नहीं है।

कक्षा 12 भूगोल अध्याय 5 बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न

Q1

निम्न में से कौन-सी रोपण फ़सल नहीं है?

[A]. कॉफ़ी
[B]. गन्ना
[C]. गेहूँ
[D]. रबड़
Q2

निम्न देशों में से किस देश में सहकारी कृषि का सफ़ल परीक्षण किया गया है?

[A]. रूस
[B]. डेनमार्क
[C]. भारत
[D]. नीदरलैंड
Q3

फूलों की कृषि कहलाती है:

[A]. ट्रक फ़ार्मिंग
[B]. कारखाना कृषि
[C]. मिश्रित कृषि
[D]. पुष्पोत्पादन
Q4

निम्न में से कौन – सी कृषि के प्रकार का विकास यूरोपीय औपनिवेशिक समूहों द्वारा किया गया?

[A]. कोलखोज़
[B]. अंगूरोत्पादन
[C]. मिश्रित कृषि
[D]. रोपण कृषि

बाज़ारीय सब्जी कृषि नगरीय क्षेत्रों के समीप ही क्यों की जाती है?

बाज़ारीय सब्जी कृषि नगरीय क्षेत्रों के समीप इसलिए की जाती है क्योंकि इस प्रकार की कृषि में ज्यादा मुद्रा मिलने वाली फ़सलें जैसे- सब्जियाँ, फ़ल तथा फ़ूल लगाए जाते हैं जिनकी माँग नगरीय क्षेत्रों में होती है। कृषि के इस स्वरूप में अधिक श्रम और अधिक पूँजी की आवश्यकता होती है जिसको पूरा करने के लिए उच्च आय वाले उपभोक्ता ही कर पाते हैं इसलिए यह कृषि नगरीय क्षेत्रों के समीप ही की जाती है। बाजारीय सब्जी कृषि को ट्रक कृषि भी कहते हैं। नगरीय क्षेत्रों में परिवहन की सुविधा के कारण सब्जियाँ सुलभता से खपत केंद्रों पर भेजी जा सकती है।

Q5

निम्न प्रदेशों में से किसमें विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि नहीं की जाती है?

[A]. अमेरिका एवं कनाडा के प्रेयरी क्षेत्र
[B]. अर्जेंटीना के पंपास क्षेत्र
[C]. यूरोपीय स्टेपीज़ क्षेत्र
[D]. अमेज़न बेसिन
Q6

निम्न में से किस प्रकार की कृषि में खट्टे रसदार फ़लों की कृषि की जाती है?

[A]. बाजरीय सब्जी कृषि
[B]. भूमध्यसागरीय कृषि
[C]. रोपण कृषि
[D]. सहकारी कृषि
Q7

निम्न के प्रकारों में से कौन-सा प्रकार कर्तन-दहन कृषि का प्रकार है?

[A]. विस्तृत जीवन निर्वाह कृषि
[B]. आदिकालीन निर्वाह कृषि
[C]. विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि
[D]. मिश्रित कृषि
Q8

निम्न में से कौन-सी एकल कृषि नहीं है?

[A]. डेरी कृषि
[B]. मिश्रित कृषि
[C]. रोपण कृषि
[D]. वाणिज्य अनाज कृषि
विस्तृत पैमाने पर डेरी कृषि का विकास यातायात के साधानों एवं प्रशीतकों के विकास के बाद ही क्यों संभव हो सका है?

डेरी व्यवसाय दुधारू पशुओं के पालन-पोषण का सबसे अधिक उन्नत तथा दक्ष प्रकार हैं। इसमें पूँजी की भी अधिक आवश्यकता होती है। पशुओं के लिए छप्पर, घास संचित करने के भंडार तथा दुग्ध उत्पादन में अधिक यंत्रों के प्रयोग के लिए पूँजी भी अधिक चाहिए। पशुओं के स्वास्थ्य, प्रजनन तथा पशु चिकित्सा पर भी अधिक ध्यान दिया जाता है। इसमें गहन श्रम की आवश्यकता होती है। पशुओं को चराने, दूध निकालने आदि कार्यों के लिए वर्ष भर श्रम की जरूरत रहती है क्योंकि फ़सलों की तरह इनमें कोई अंतराल नहीं होता जिसमें श्रम की जरूरत न हो।
डेरी कृषि का कार्य नगरीय तथा औद्योगिक केंद्रों के निकट किया जाता है, क्योंकि ये क्षेत्र ताजा दूध तथा अन्य डेरी उत्पाद के अच्छे बाज़ार होते हैं। आधुनिक समय में विकसित यातायात के साधन, प्रशीतकों का उपयोग, पास्तेरीकरण की सुविधा की वजह से विभिन्न डेरी उत्पादों को अधिक समय तक रखा जा सकता है।

चलवासी पशुचारण और वाणिज्य पशुधन पालन में अंतर कीजिए।

चलवासी पशुचारण और वाणिज्य पशुधन पालन में अंतर:
चलवासी पशुचारण

    1. चलवासी पशुचारण चारे और जल की खोज में एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते है।
    2. चलवासी पशुचारण एक प्राचीन जीवन- निर्वाह व्यवसाय है जिसमें पशुचारक अपने औज़ार, शरण, भोजन, वस्त्र तथा यातायात के लिए अपने पशुओं पर निर्भर करता है।
    3. पशुचारण ऋतुओं के अनुसार, अपने पशुओं के साथ ऋतु- प्रवास करते हैं। भारत में गुज्जर, बकरवाल, गद्दी तथा भूटिया लोगों के समूह ग्रीष्मकाल में मैदानी क्षेत्रों से पर्वतीय क्षेत्रों की और एवं शीत ऋतु में पर्वतीय क्षेत्रों से मैदानी क्षेत्रों की ओर आ जाते हैं। इसी प्रकार टुंड्रा प्रदेशों और मरूस्थलों में भी ऋतु प्रवास होता है।
    4. अलग-अलग क्षेत्रों में कई प्रकार के पशु पाले जाते हैं जो वहाँ की जलवायु तथा प्राकृतिक वातावरण के अनुकूल उपयोगी होते हैं।

वाणिज्य पशुधन पालन

    1. वाणिज्य पशुधन पालन एक निश्चित बाड़े में किया जाता है एवं उनके चारे की व्यवस्था स्थानीय रूप से की जाती है।
    2. वाणिज्य पशुधन पालन अधिक व्यवस्थित और पूँजीप्रधान है। यह पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित है।
    3. यह एक विशिष्ट गतिविधि है, जिसमें केवल एक ही प्रकार के पशु पाले जाते हैं। पशुओं में भेड़, बकरी, गाय-बैल तथा घोड़े होते हैं।
    4. वाणिज्य पशुधन पालन में पशुओं की संख्या भी चारागाह की वहन क्षमता के अनुसार ही रखी जाती है।
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