एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 इतिहास अध्याय 10 मूल निवासियों का विस्थापन

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 इतिहास अध्याय 10 मूल निवासियों का विस्थापन पाठ्यपुस्तक विश्व इतिहास के कुछ विषय के सवाल जवाब सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से डाउनलोड करें। कक्षा 11 इतिहास पाठ 10 के अभ्यास के प्रश्न उत्तर सरल रूप में यहाँ से प्राप्त करें ताकि वे लगभग 1700 से 2000 ईसवी तक के इतिहास को अच्छी तरह से समझ सकें।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 11 इतिहास अध्याय 10

दक्षिणी और उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के बीच के फ़र्कों से संबंधित किसी भी बिन्दु पर टिप्पणी करिए।

दक्षिणी और उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के बीच के फ़र्कों से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु:

    • दक्षिणी अमरीकी के मूल निवासियों के विपरीत उत्तरी अमरीका के मूल निवासी बड़ी मात्रा में खेती नहीं करते थे। वे अपनी आवश्यकता से अधिक उत्पादन करते थे इसलिए वे दक्षिणी अमरीका की तरह राज्य तथा साम्राज्य स्थापित न कर सके।
    • उत्तरी अमरीका के मूल निवासी शिकार करने, मछली पकड़ने तथा संग्रहण करने में रूचि रखते थे। उन्होंने बड़े पैमाने पर खेती करने का प्रयास नहीं किया और न ही अनाज का भंडारण किया। वे जंगली जानवरों जैसे भैंसे आदि की सवारी तथा शिकार करते थे। इसके विपरीत दक्षिणी अमरीका के मूल निवासियों की सभ्यता का आधार कृषि थी। मक्का की फ़सल प्रमुख उपज थी तथा वे जानवरों का शिकार करते थे तथा मछलियाँ भी पकड़ते थे।
    • उत्तर अमेरिका में दक्षिणी अमरीका की तरह राजशाही साम्राज्यों का उदय नहीं हुआ जबकि दक्षिणी अमरीका में अनेक विशाल साम्राज्य जैसे माया एज़टेक तथा इंका साम्राज्य।

आप उन्नीसवीं सदी के संयुक्त राज्य अमरीका में अंग्रेज़ी के उपयोग के अतिरिक्त अंग्रेज़ों के आर्थिक और सामाजिक जीवन की कौन- सी विशेताएँ देखते हैं?

उन्नीसवीं शताब्दी के संयुक्त राज्य अमरीका में अंग्रेजी के उपयोग के अतिरिक्त अंग्रेजों के आर्थिक और सामाजिक जीवन की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं:

    1. उन्नीसवीं शताब्दी के संयुक्त राज्य अमरीका को एक लघु इंग्लैंड भी कहते हैं। 1763 ई. में अंग्रेजों ने कनाडा पर भी अपना नियंत्रण बना लिया था। अतः पूरे उत्तर अमरीका महाद्वीप की सभ्यताा अँग्रेजी सभ्यता से व्यापक स्तर पर प्रभावित हुई।
    2. अमरीका में बहुत कम कीमत पर बड़ी सम्पत्तियाँ खरीद पाना आसान था। अतः अंग्रेजों ने बड़े-बड़े भूखंड खरीद लिए। उन्होंने ज़मीन की सफ़ाई की तथा खेती का विकास किया। उन्होंने मुख्य रूप से कपास तथा धान जैसी फ़सलें उगाईं जिसका कारण यह था कि ये फ़सलें यूरोप में नहीं उगाई जा सकती थीं इसलिए वहाँ ऊँचे मुनाफ़े पर बेचा जा सकता था।
    3. रहन- सहन तथा खान- पान के स्तर पर सामान्यतः समानता देखी जा सकती है। मदिरा का सेवन दोनों देशों के निवासियों द्वारा समान रूप से किया जाता है।
    4. अंग्रेजों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी बस्तियों के विस्तार के लिए खरीदी गई ज़मीन से वहाँ के मूल निवासियों को हटा दिया। उनके साथ अपनी ज़मीनें बेच देने की संधियाँ की गई तथा उन्हें ज़मीन की बहुत कम कीमतें दी गई।
    5. पोलैंड से आए लोगों को प्रेयरी चारागाहों में काम करना अच्छा लगता था, जो उन्हें अपने देश के स्टेपीज की याद दिलाती थी।
    6. इंग्लैंड के समान ही संयुक्त राज्य अमरीका की शासन-प्रणाली भी प्रजातंत्रीय थी।
    7. संयुक्त राज्य अमरीका में इंग्लैंड के जैसे ईसाई धर्म का वर्चस्व था। ईसाई धर्म के अनुयायी भी रोमन कैथोलिक तथा प्राटेस्टेंट जैसे 2 वर्गों में विभाजित थे।

अमरीकियों के लिए ‘फ्रंटियर’ के क्या मायने थे?

अठारहवीं शताब्दी के बीच-बीच तक अंग्रेजों ने उत्तरी अमरीका अटलांटिक सागर के तटवर्ती क्षेत्रों में तेरह अपनिवेश स्थापित कर लिए। इंग्लैंड की औपनिवेशिक नीतियों से परेशान होकर अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने लगे। इसी संघर्ष से ‘संयुक्त राज्य अमरीका’ नामक राष्ट्र का जन्म हुआ। यह राष्ट्र अपने प्रारंभिक चरण में एक छोटे क्षेत्रफ़ल तक ही सीमित था। अपने जन्म के पस्चात इसने पश्चिम की ओर विस्तार लेना आरंभ कर दिया। इसी विस्तार को अमरीकियों ने ‘फ्रंटियर’ का नाम दिया तथा आने वाले 100 वर्षों में इसने अपने अधिकार क्षेत्रों का विस्तार करके अपने आधुनिक आकार को पाया।

संयुक्त राज्य अमरीका ने अपना विस्तार करने के लिए युद्ध और क्षेत्रों की खरीद दोनों पर ध्यान दिया। उसने दक्षिण फ्रांस, लुइसियाना, रूस से अलास्का का क्रय किया तो इस ओर मैक्सिको से युद्ध करके उसके विशाल भू-भाग पर अपना आधिपत्य स्थापित किया। संयुक्त राज्य अमरीका का अधिकतर दक्षिणी भाग मैक्सिको से जबरन कब्ज़ा किया गया। यह याद है कि किसी का क्रय-विक्रय करते समय क्रेता या विक्रेयता वहाँ के स्थानीय निवासियों की राय लेना भी उचित नहीं समझता था। इसी कारण संयुक्त राज्य अमरीका की पश्चिमी सीमा (फ्रंटियर) के सरकने के साथ-साथ वहाँ के स्थानीय सरहदवासियों को पीछे की ओर खिसकने के लिए मजबूर किया गया था।

लोगों की संस्कृति को समझाने में संग्रहालय की गैलरी में प्रदर्शित चीज़े कितनी कामयाब रहती है? किसी संग्रहालय को देखने के अपने अनुभव के आधार पर सोदाहरण विचार करिए।

लोगों की संस्कृति को समझाने में संग्रहालय की गैलरी में प्रदर्शिती चीजें कॉफ़ी हद तक कामयाब रहती है। एक संग्रहालय गैलरी लोगों की संस्कृति को भिन्न-भिन्न रूपों में प्रदर्शित करती है:

    • इतिहासकारों तथा पुरातत्वविदों की किताबें, सर्वेक्षण रिपोर्ट तथा शोध पत्र कार्य संग्रहालय में रखे जाते हैं।
    • प्राचीन काल के प्रतीक, धर्मशास्त्र अपने मूल रूपों तथा सिक्कों में भी संग्रहालय में पाए जाते हैं।
    • किसी देश के संग्रहालय की गैलरी में प्रदर्शित विभिन्न चीजों को देखकर हम उस देश की सभ्यता तथा संस्कृति के विषय में, उनके निवासियों के रीति-रिवाजों, वेश-भूषा आदि के बारे में जान पाते हैं।

उदाहरण: भारत के कई संग्रहालयों को देखने के बाद हम किसी राजवंश के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सिक्कों से अनेक राजवंशों के इतिहास का पुनर्निर्माण करने में बहुत अहम भूमिका निभाई है। सिक्कों से प्राचीन भारत की आर्थिक स्थिति, सांस्कृतिक स्थिति तथा धार्मिक स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है। जैसे कि गुप्त काल के बहुत-से सिक्कों पर विष्णु और गरूड़ के चित्रों से यह सिद्ध होता है कि गुप्त शासक विष्णु के उपासक थे। समुद्रगुप्त की वीण-अंकित मुद्राएँ उसके संगीत प्रेमी होने का साक्ष्य हैं। गुप्तकालीन सिक्के बहुत ही कलात्मक प्रतीत होते हैं। कुषाण कालीन सिक्कों पर अनेक ईरानी तथा यूनानी देवी-देवताओं के अलावा भारतीय देवी-देवताओं के चित्र भी पाए जाते हैं।

कैलिफ़ोर्निया में चार लोगों के बीच 1880 में हुई किसी मुलाकात की कल्पना करिए। ये चार लोग हैं: एक अफ्ऱीकी गुलाम, एक चीनी मज़दूर, गोल्ड रश के चक्कर में आया हुआ एक जर्मन और होपी कबीले का एक मूल निवासी। उनकी बातचीत का वर्णन करिए।

कैलिफ़ोर्निया संयुक्त राज्य अमरीका में स्थित एक शहर है। 1880 में पीटरसन नामक एक अफ्रीकी गुलाम, शी-मिन नामक चीनी मज़दूर, डेविड नामक एक जर्मन व्यापारी तथा होपी कबीले का जॉर्ज नामक एक मूल निवासी आस-पास ही रहते थे। एक समय अमरीकी महाद्वीप में अफ्रीका से लाए गए गुलामों की संख्या बहुत ज्यादा थी। 1750 ई. में कई लोगों के पास लगभग कई हज़ार की संख्या में गुलाम होते थे। परंतु 1861 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा को खत्म करे दिए जाने के फ़लस्वरूप पीटरसन स्वतंत्र नागरिक बन चुका था। शी-मिन के पूर्वज भी बहुत समय पहले संयुक्त राज्य अमरीका में आ गए थे। डेविड ‘गोल्ड रश‘ के दौरान कैलीफ़ोर्निया आया था। 861 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा को खत्म कर दिए जाने के फ़लस्वरूप पीटरसन स्वतंत्र नागरिक बन चुका था। शी-मिन के पूर्वज भी बहुत समय पहले संयुक्त राज्य अमरीका में आ गए थे। डेविड ‘गोल्ड रश‘ के दौरान कैलीफ़ोर्निया आया था। उत्तर अमरीका की धरती के नीचे सोना होने का अनुमान पहले से ही लगया जाता था। 1840 ई. में कैलीफ़ोर्निया में यूरोपीय वहा हज़ारों की संख्या में पहुँचे। जॉर्ज के पूर्वज लंबे समय से कैलीफ़ोर्निया में रह रहे थे। ये चारों एक-दूसरे को जानते थे।

उनके बीच होने वाली बातचीत:

    • पीटरसन – अफ्रीकी गुलाम
      डेविड आप बहुत अच्छे तथा सज्जन हैं। आप 1845 ई. में कैलीफ़ोर्निया आए। भगवान की कृपा है कि अपनी मेहनत तथा ईमानदारी से सोने के व्यापार में अच्छा लाभ कमाया है। आपका घर महल जैसा है तथा आपके पास सभी सुख-सुविधाएँ भी हैं।
    • शी-मिन – चीनी मज़दूर
      मैं भी पीटरसन के विचारों से पूर्णतः सहमत हूँ। डेविड सच में एक महान इंसान है। उन्हें धन का कोई घमंड नहीं है नहीं हो रेल विभाग में एक मज़दूर का कम करने वाले शी-मिन जैसे व्यक्ति को आज के ज़माने में पूछता कौन है। इसमें कोई शक नहीं कि जमाने में डेविज साहब जैसे नेक दिल इंसान मिलना मुश्किल है।
    • जॉर्ज – एक मूल निवासी
      मेरी पत्नी कैंसर की मरीज़ है। एक दिन अचानक उसकी तबीयत बहुत खराब हो गई। उसे फ़ौरन अस्पताल ले जाना जरूरी था। परंतु मेरे पास न ही पैसे थे और न ही वाहन। तभी डेविड साहब भगवान बनकर आ पहुँचे। वे अपनी गाड़ी में मेरी पत्नी को अस्पताल ले गए, उसका इलाज करवाया तथा पैसे भी दिए। उनकी कृपा से ही मेरी पत्नी को जीवनदान मिला है। उनका ये एहसान मैं कभी नहीं भूलुँगा।
    • डेविड – जर्मन व्यापारी
      आप लोग इस तरह मेरी प्रशंसा करके मुझे शर्मिंदा न करें। मुझे जर्मनी छोड़कर आए हुए लगभग 40 वर्ष बीत गए हैं। उस समय मैं नौजवान था और आज मेरे पैर कब्र की ओर बढ़ रहे हैं। आप सभी के प्यार की वजह से ही मैं जर्मनी में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को भूल गया। आप सभी मेरे अपने हैं तथा अब मुझे आप सभी के साथ जीन और मरना है। मैं बहुत भाग्यशाली हूँ जो मुझे आप जैसे दोस्त मिले। भगवान हमारी दोस्ती ऐसे ही बनाए रखे।
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