कक्षा 10 हिंदी एनसीईआरटी समाधान स्पर्श अध्याय 8 कैफ़ी आज़मी – कर चले हम फ़िदा

कक्षा 10 हिंदी एनसीईआरटी समाधान स्पर्श भाग 2 पद्य खंड अध्याय 8 कैफ़ी आज़मी – कर चले हम फ़िदा के प्रश्न उत्तर, भाव-स्पष्ट करने वाले प्रश्न तथा कविता में कहे गए कथनों के बारे में यहाँ विस्तार से दिया गया है। विद्यार्थी इन प्रश्न उत्तर के माध्यम से सत्र 2024-25 में होने वाली परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकते हैं। पाठ पर आधारित, अक्षर परीक्षा में पूंछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर भी यहाँ दिए गए हैं। मोबाइल के माध्यम से पढने वाले विद्यार्थी कक्षा 10 समाधान ऐप डाउनलोड करें।

कक्षा 10 हिंदी स्पर्श पद्य खंड अध्याय 8 कैफ़ी आज़मी – कर चले हम फ़िदा

कक्षा 10 हिंदी स्पर्श अध्याय 8 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर

इस गीत में क्या विचार व्यक्त किए गए है?

उत्तर इस गीत में देश पर न्योछावर होने वाले सैनिकों व देश भक्तों के विचार अपने देशवासियों के लिए व्यक्त किए गए हैं। वे उनसे कह रहे है कि अब मेरे देश की आन और शान को बचाए रखना, देश पर मर मिटने की भावना को जलाए रखना।

कर चले हम फ़िदा देश भक्ति गीत किसने लिखा और उनका जन्म कब और कहाँ हुआ था?

कर चले हम फ़िदा गीत कैफ़ी आज़मी ने लिखा था।
उनका जन्म 19 जनवरी 1919 को उतर प्रदेश के आजमगढ़ जिलें के मजमा गाँव में हुआ था।

गीतकार ने गीत में कौन-कौन से उदाहरणों का उपयोग किया है और उनके बारे में क्या बताया है?

गीतकार ने गीत में हिमालय, मौसम, ऋतु, दुलहन, काफ़िले, कफ़न, रावण, राम, लक्ष्मण और सीता का दामन आदि के उदाहरण दिए है। हिमालय को भारत की शान से, मौसम और ऋतु को भाग्यवान समय से, दुलहन को धरती का स्वयंवर, काफ़िले को एकजुट होने से, कफ़न को तैयार रहने से, रावण को दुशमन से, राम और लक्ष्मण को देशवासियों के रूप से और सीता के दामन को धरती माता कहा है।

इस गीत में किसे देश की शान बताया है और उसके बारे में क्या कहा है?

इस गीत में हिमालय को देश की शान कहा है, जिसकी आन, बान, और शान को कायम रखने के लिए वीर सैनिकों ने अपने प्राण तक दाव पर लगा दिए थे और दुशमन को उस पर हमला करने से रोक दिया था।

गीत में ‘ज़िंदा रहने के मौसम बहुत है’ के द्वारा गीतकार ने क्या बताया है?

गीतकार ने सैनिकों द्वारा देशवासियों को कहा है कि खुशी से रहने के दिन तो आते जाते रहते है लेकिन देश पर कुर्बान होने का समय कभी कभी मिलता है। इसमें जो शानो सौकत मिलती है वह अमर है। धन्य है वह जवानी जो अपने परिवार को छोड़ देश के लिए प्राण नौछावर कर देता है।

गीत में राम लक्ष्मण और सीता का दामन किसे कहकर संबौधित किया है?

गीत में देश में रह रहे हर एक नागरिक व देशवासियों को राम और लक्ष्मण कहा गया है और धरती माता को सीता का दामन कहकर संबोधित किया है।

कक्षा 10 हिंदी स्पर्श अध्याय 8 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 10 हिंदी स्पर्श अध्याय 8 के समाधान