एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 7 तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 7 तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप भाग 1 मानव भूगोल के मूल सिद्धांत हिंदी और अंग्रेजी मीडियम में सत्र 2024-25 में अध्ययन करने वाले छात्र यहाँ से प्राप्त करें। छात्र कक्षा 12 भूगोल पाठ 7 के प्रश्न उत्तर तथा सरल भाषा में सवाल जवाब की मदद से परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 12 भूगोल अध्याय 7
कक्षा 12 भूगोल अध्याय 7 तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप के प्रश्न उत्तर
फ़ुटकर व्यापार सेवा को स्पष्ट कीजिए।
फ़ुटकर व्यापार सेवा
फ़ुटकर व्यापार सेवा वह व्यापारिक क्रियाकलाप हैं जो उपभोक्ताओं को वस्तुओं के प्रत्यक्ष विक्रय से संबंधित हैं। अधिकतर फ़ुटकर व्यापार केवल विक्रय से नियत प्रतिष्ठानों तथा भंडारों में सम्पन्न होता है। रेहड़ी, फ़ेरी, द्वार से द्वार, ट्रक, डाक आदेश, दूरभाष, स्वचालित बिक्री मशीनें और इंटरनेट फ़ुटकर बिक्री के भंडार रहित उदाहरण हैं।
कक्षा 12 भूगोल अध्याय 7 बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न
निम्नलिखित में से कौन-सा तृतीयक क्रियाकलाप है?
निम्नलिखित क्रियाकलापों में से कौन-सा एक द्वितीयक सेक्टर का क्रियाकलाप नहीं है?
निम्नलिखित में से कौन-सा क्रियाकलाप चतुर्थ सेक्टर से संबंधित है?
निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सत्य नहीं है?
चतुर्थ सेवाओं का वर्णन कीजिए।
चतुर्थ सेवाएँ
चतुर्थ सेवाओं के अंतर्गत कर्मचारियों के विशिष्ट ज्ञान का उपयोग किया जाता है दूसरे शब्दों में यह ज्ञानोन्मुख सेक्टर है। ये बहुत ही विशिष्ट और जटिल प्रकार के क्रियाकलाप हैं जिनका संबंध ज्ञान से संबंधित क्रियाकलाप से है जैसे- शिक्षा, शोध तथा विकास, सूचन। चतुर्थ सेवाओं के अंतर्गत सूचनाओं का संग्रहण, उत्पादन तथा प्रकीर्णन अथवा सूचनाओं का उत्पादन आता है।
विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में तेज़ी से उभरते हुए देशों के नाम लिखिए।
जब लोग अपने उपचार के लिए अपने देश से बाहर किसी अन्य देश की यात्रा करते हैं तो यह चिकित्सा पर्यटन कहलाता है। विश्व में भारत पिछले कुछ वर्षों में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी देश बनकर उभरा है। भारत में चिकित्सा सेवा की लागत पश्चिमी देशों की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत कम है तथा दक्षिणपूर्व एशिया में सबसे सस्ता है। इसके अतिरिक्त सिंगापुर, थाईलैंड, मलेजिया जैसे विकासशील देश भी चिकित्सा पर्यटन से लाभान्वित हो रहे हैं। भारत, स्विट्जरलैंड तथा ऑस्ट्रेलिया विशिष्ट परीक्षणों की सुविधाएँ उपलब्ध करा रहे हैं।
अंकीय विभाजक क्या है?
अंकीय विभाजक: देशों में आर्थिक, राजनीतिक तथा सामाजिक भिन्नताएँ पायी जाती है। सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी पर आधारित विकास से मिलने वाले अवसरों का वितरण पूरे ग्लोब पर असमान रूप से वितरित है। निर्णायक कारक यह है कि कोई देश कितनी शीघ्रता से अपने नागरिकों को सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी तक पहुँच व उसके फ़ायदे उपलब्ध करा सकता है। विकसित देश सामान्य रूप से इस दिशा में अग्रसर हैं जबकि विकासशील देश पिछड़ गए हैं। इसी को अंकीय विभाजक कहा जाता है। इसी तरह देशों के अंदर अंकीय विभाजक उपस्थित है। उदाहरण- भारत अथवा रूस जैसे बड़े देश में यह जरूर संभव है कि महानगरीय केंद्रों जैसे निश्चित क्षेत्रों में परिधिस्थ ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अंकीय विश्व के साथ अच्छे संबंध और पहुँच पाई जाती है।
परिवहन और संचार सेवाओं की सार्थकता को विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।
परिवहन और संचार सेवाओं का जितना अधिक विकास होगा उतनी ही ज्यादा गतिशीलता उस देश के व्यापार तथा वाणिज्य में देखने को मिलती है।
परिवहन की सार्थकता
- परिवहन एक ऐसी सेवा है जिससे लोग, विनिर्मित तथा कच्चा माल एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाया जाता है।
- परिवहन में दूरी को कई तरह से मापा जाता है- माँग की लंबाई के रूप में, मार्ग में लगने वाले समय के रूप में तथा मार्ग पर यात्रा पर आने वाले खर्च के रूप में। परिवहन के साधन के रूप में अनेक विकल्प होते हैं- जैसे: सड़क परिवहन, रेल परिवहन, जलमार्ग परिवहन, वायुमार्ग परिवहन और द्रव एवं गैस के लिए पाइप लाइन परिवहन। लोगों को जितने अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे, अर्थव्यवस्था के विकास के लिए उतना ही अच्छा होगा।
- परिवहन मनुष्य की गतिशीलता की मूलभूत आवश्यकता को पूरा करने के लिए निर्मित एक संगठित उद्योग है।
- परिवहन की माँग जनसंख्या के आकार से प्रभावित होती है। अधिक जनसंख्या होने पर ज्यादा परिवहन सेवाओं की माँग होगी।
संचार के साधनों की सार्थकता
- समाचारों या विचारों का एक स्थान से दूसरे स्थान को भेजना ‘संचार’ कहलाता है। संचार सेवाओं में शब्दों, संदेशों, तथ्यों और विचारों का प्रेषण सम्मिलित है। मोबाइल, दूरभाषा तथा उपग्रह विकास ने संचार को परिवहन से मुक्त कर दिया है।
- संचार के अंतर्गत दूरसंचार आधुनिक समय में सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इसमें व्यक्तिगत संचार के साथ-साथ जनसंचार की भूमिका उल्लेखनीय है।
- जनसंचार के अंतर्गत रेडिया, टीवी, पत्रिकाएँ, फि़ल्में, अखबार आदि महत्वपूर्ण मध्यम है जिनके द्वारा एक ही समय पर काफ़ी बड़ी संख्या में लोगों तक संचार किया जा सकता है।
- संचार के क्षेत्र में भी रोज़गार का सृजन हो रहा है तथा बड़ी संख्या में लोग संचार से जुड़ी हुई विभिन्न सेवाओं में लगे हुए हैं।