एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 ईवीएस अध्याय 9
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 ईवीएस अध्याय 9 बदलते परिवार (कक्षा 4 पर्यावरण पाठ 9) पर्यावरण अध्ययन (आस पास) हिंदी में तथा अंग्रेजी मीडियम पीडीएफ और विडियो के माध्यम से यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 4 ईवीएस पाठ 9 के प्रश्नों के उत्तर तथा अध्याय की व्याख्या सीबीएसई सत्र 2024-25 के अनुसार तैयार की गई है।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 4 ईवीएस अध्याय 9
निम्मी, सेरिंग और नाज़ली का सामूहिक परिवार
प्रस्तुत पाठ में निम्मी, सेरिंग और नाज़ली के परिवार के बारे में बताया गया है। किसी भी नए मेहमान के आने और परिवार के किसी भी सदस्य के जाने के बाद परिवार में कौन-कौन से परिवर्तन आते है। निम्मी का परिवार बहुत खुश है। क्योंकि उसके यहाँ नन्ही-सी छोटी बहन आई है। इसे पहले निम्मी ही पुरे परिवार की सबसे छोटी लाडली और छोटी सदस्य थी। अब निम्मी का परिवार बढ़ गया है। निम्मी को अब अपनी छोटी बहन के साथ खेलने का मौका मिलेगा लेकिन उसकी माँ की जिम्मेदारियाँ भी बढ़ गई है।
परिवार में बड़ों की जिम्मेदारियाँ
पिताजी, दादी और चाचा को भी घर में आए नए मेहमान को खिलाने के लिए अपना कीमती समय निकालना पड़ेगा। घर में छोटी बहन के नामकरण तक रिश्तेदारों का आना जाना लगा रहेगा। दूर के रिश्तेदारों से फोन पर बधाईयाँ मिलेगी। निम्मी के नाना के घर से भी छोटी बहन के लिए नए कपड़े, खिलौने और अनेकों उपहार बधाई के रूप में आयेंगे। घर के सभी सदस्य छोटी बहन की शक्ल को एक दुसरे से मिलाने की कोशिश करते है। सब उसकी आँखे, बाल, माथा, होट, और रूप रंग को अपने से मिलाते रहते हैं।
सेरिंग का अपने सामूहिक परिवार से अलग होना
एक दिन जब सेरिंग के बाबा को उनके आफ़िस से चिट्ठी मिली कि उनको ऊँचा पद मिलने जा रहे है। और अब उन्हें दूसरे शहर में जाना होगा। जब यह बात सेरिंग के बाबा ने अपने घर वालों को बताई तो सब सदस्यों की प्रतिक्रिया भी अलग-अलग रही होगी। सेरिंग बहुत खुश होगा क्योंकि माँ-बाबा के साथ नई जगह जाने को मिलेगा।
शहर के नए स्कूल में जाने को मिलेगा। साथ ही वहाँ उसे स्कूल और पड़ोस में नए दोस्त मिलेंगे। सेरिंग और उसके माँ-बाबा को नए घर में जाना होगा। उन्हें नए घर के लिए सभी आवश्यक चींजों को बांध कर ले जाना होगा। सेरिंग को अब अपने दादा-दादी और चाचा के बगैर ही रहना पड़ेगा। उसे केवल छुट्टियों में उनसे मिलने और उनके पास रहने को मिलेगा या दादा-दादी को शहर में जाकर सेरिंग से मिलना पड़ेगा। सेरिंग का परिवार अब दो हिस्सों में बँट जाएगा।
परिवार में कुछ बदलाव
नाज़ली के चचेरे भाई की शादी हुई इसी लिए पूरा परिवार खुश है। लेकिन इस शादी से नाज़ली के परिवार में कुछ बदलाव देखे जा सकते है। नाज़ली की नई भाभी आने से परिवार में एक सदस्य बढ़ गया है। नाज़ली के माँ-बाप को सास-सुसर का दर्जा मिला। नाज़ली को भाभी के रूप में एक नया दोस्त मिला। घर में नए मेहमान से खुशी का माहौल बन गया है।
खाने में अच्छे पकवान के साथ अच्छी-अच्छी मिठाइयाँ भी बनवाई गई। रिश्तेदारों का आना जाना लगा रहता हैं। इसी तरह नई भाभी के परिवार में भी खुशी का माहौल है। माँ-बाप को खुशी के साथ बिछड़ने का गम भी होता है। उनके परिवार का अंश उनसे दूर जा रहा होता है। शादी के बाद नई भाभी को अपना घर छोड़ कर नाज़ली के परिवार के साथ रहना पड़ेगा।
शादी में भैया-भाभी को दूल्हा-दुल्हन की नई पोशाक पहने को मिलती है। शादी में पारिवारिक गीत के साथ फ़िल्मी गीतों को गाया बजाया जाता है। शादी से दो परिवार एक-दूसरे के संपर्क में आ जाते है। शादी के बाद दोनों परिवार सुख और दुःख में एक दूसरे का साथ निभाते रहते है।