एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 5
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 5 छोटू का घर (कक्षा 3 पर्यावरण पाठ 5) के प्रश्नों के उत्तर हिंदी मीडियम में सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। तीसरी कक्षा के लिए पर्यावरण अध्ययन के पाठ 5 के सभी प्रश्नों के उत्तर पीडीएफ और विडियो में छात्र यहाँ से निशुल्क प्राप्त करें।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 5
कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 5 के लिए एनसीईआरटी समाधान
मुंबई में छोटू का घर
छोटू जब पहली बार मुंबई आया तो रोड़ पर मोटर गाड़ियों को चलते देखा। लोग सड़क के किनारे फुटपाथ पर चल रहे थे। सड़क के किनारे पर एक पेड़ था। पेड़ के साथ ही गटर का एक बड़ा पाइप पड़ा था। जिसे देख छोटू ने उसे अपना घर बनाने की सोची। बरसात आने पर और सोने के लिए वह उसे अपने घर के रूप में इस्तेमाल करने लगा। उसने अपना बिस्तर पाइप के अंदर लगा लिया था।
छोटू के घर की साज-सज्जा
छोटू ने पाइप के सामने ही अपना रसोईघर बना लिया था। वहाँ वह अपना खाना बना लेता था। पानी का बड़ा ड्रम भी रख लिया था। पाइप के साथ वाले हिस्से में दो लकड़ी के सहारे उसने टिन की चादर डाल ली जिसके नीचे बैठकर हवा का आनंद लेता था। जिसे उसने घर के ड्राइंगरूम (बैठक) के रूप में सजाया था।
छोटू का दोस्त मोनू
कुछ दिनों के बाद मोनू मुंबई आया। रोड़ के दूसरे किनारे पर उसने छोटू को खड़ा देखा। मोनू , छोटू के बनाए ड्राइंगरूम (बैठक) में बैठ कर उसे बातें करने लगा। छोटू को भी अब एक नया दोस्त मिल गया था। छोटू ने मोनू को अपने साथ पाइप में रहने को कहा क्योंकि वे दोनों अब गहरे दोस्त बन गए थे।
कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 5 के मुख्य प्रश्न उत्तर
छोटू ने पाईप देखकर क्या सोचा?
मुंबई में घर मिलने में बहुत ज्यादा परेशानी होती है। इसलिए जैसे ही छोटू को बड़ा पाईप दिखा उसने तुरंत सोचा कि इसको घर के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
छोटू ने घर को किस तरह से व्यवस्थित किया?
छोटू ने पाईप में अलग-अलग कमरे निर्धारित किये जैसे: सोने का कमरा, रसोईघर, बैठक आदि।
छोटू ने मोनू को भी पाइप में रहने को क्यों कहा होगा?
छोटू पाईप में अकेला रहता था। मोनू उसका दोस्त था इसलिए उसने मोनू को साथ रहने के लिए कहा था।