एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 12 पानी की कहानी

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 12 पानी की कहानी के अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। प्रत्येक प्रश्न को सरल तरीके से समझाया गया है ताकि सभी छात्र इसे समझ सके और अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकें।

कहानी के अंत और आरंभ के हिस्से को स्वयं पढ़कर देखिए और बताइए कि ओस की बूँद लेखक को आपबीती सुनाते हुए किसकी प्रतीक्षा कर रही थी?
ओस की बूंद यह प्रतीक्षा कर रही थी कि कब सूर्योदय हो और मैं अपनी कहानी लेखक को सुनाऊॅं।

लेखक को ओस की बूँद कहाँ मिली?

लेखक जब बेर की झाड़ी के नीचे से गुजर रहा था तभी मोती-सी एक बूँद उसके हाथ पर आ पड़ी। लेखक के आश्चर्य का ठिकाना न रहा और वह बूँद लेखक की कलाई पर से सरक कर हथेली पर आ गई।

पेड़ के भीतर फव्वारा नहीं होता, तब पेड़ की जड़ों से पत्ते तक पानी कैसे पहुँचता है? इस क्रिया को वनस्पति शास्त्र में क्या कहते हैं? क्या इस क्रिया को जानने के लिए कोई आसान प्रयोग है? जानकारी प्राप्त कीजिए।
पेड़ों में जाइलम नामक कोशिकाएं होती हैं जिनसे जल एवं खनिज लवण पट्टियों तक पहुंचता है। वनस्पति शास्त्र में इस क्रिया को केशिकत्व कहते हैं। छात्र अपने विज्ञान शिक्षक के सहयोग से उपरोक्त कार्य को पूर्ण करेंगे।

ओस की बूँद क्रोध और घृणा से क्यों काँप उठी?

बूंद जब पेड़ पर से पृथ्वी पर गिरी तो उसका सारा शरीर शरीर क्रोध और घृणा से कांप गया उसे पौधे की जड़ ने अपने में समा लिया और उससे अपना पोषण किया उसकी इस क्रिया में बूंद का अस्तित्व ही समाप्त हो गया।

अन्य पदार्थों के समान जल की भी तीन अवस्थाएँ होती हैं। अन्य पदार्थों से जल की इन अवस्थाओं में एक विशेष अंतर यह होता है कि जल की तरल अवस्था की तुलना में ठोस अवस्था बर्फ हलकी होती है। इसका कारण ज्ञात कीजिए।
जल की तरल अवस्था की अपेक्षा ठोस अवस्था (बर्फ) हल्की होती है। इसका कारण यह होता है कि पानी के घनत्व की अपेक्षा बर्फ का घनत्व कम होता है। इसीलिए वह पानी पर तैरती रहती है।

हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज/पुरखा क्यों कहा?

जब पृथ्वी व उसके सहायक उपग्रहों का जन्म भी नहीं हुआ था तब भी ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैसें विद्यमान थी। जब पृथ्वी का निर्माण हुआ तब इन दोनों गैसों के मेल से पानी का निर्माण हुआ। इसीलिए पानी ने हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अपना पूर्वज कहा है।

जलचक्र के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए और पानी की कहानी से तुलना करके देखिए कि लेखक ने पानी की कहानी में कौन-कौन सी बातें विस्तार से बताई हैं।
धरती पर से जल का वाष्प के रूप में बदलना उसके बाद पानी बनकर बरसना फिर नदियों से होकर समुद्र में मिल जाना फिर भाप बनकर उड़ जाना यही जलचक्र कहलाता है। लेखक ने विस्तार से पानी के बनने और उसके हर क्षण बदलने की प्रक्रिया को बड़े ही सुन्दर ठंग से पाठ में प्रस्तुत किया है।

पानी की कहानी के आधार पर पानी के जन्म और जीवन-यात्रा का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

पृथ्वी पर पानी का जन्म हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैसों के मिश्रण से हुआ इन दोनों गैसों में रासायनिक क्रिया होने पर ये बादल का रूप लेकर धरती पर पानी के रूप में आई फिर बर्फ के रूप में उसके बाद फिर बादल फिर पानी ऐसा यह सिलसिला करोड़ों वर्षों तक चलता रहा धीरे-धीरे धरती ठंडी हुई और पानी भी अपने अतित्व में आ गया।

समुद्र के तट पर बसे नगरों में अधिक ठंड और अधिक गरमी क्यों नहीं पड़ती?

समुद्र के तक पर बसे नगरों में अधिक ठंड और अधिक गर्मी इसलिए नहीं पड़ती क्योंकि वहां पर नमी ज्यादा होती है जिससे मौसम में संतुलन बना रहता है। इसलिए अधिक ठंड और अधिक गर्मी नहीं पड़ती।

किसी भी क्रिया को पूरी करने में जो भी संज्ञा आदि शब्द संलग्न होते हैं, वे अपनी अलग-अलग भूमिकाओं के अनुसार अलग-अलग कारकों के साथ वाक्य में दिखाई पड़ते हैं जैसे- “वह हाथों से शिकार को जकड़ लेती थी।“ जकड़ना क्रिया तभी संपन्न हो पाएगी जब कोई व्यक्ति (वह) जकड़नेवाला हो, कोई वस्तु (शिकार) हो, जिसे जकड़ा जाए। इन भूमिकाओं की प्रकृति अलग-अलग है। व्याकरण में ये भूमिकाएँ कारकों के अलग-अलग भेदों जैसे- कर्ता, कर्म, करण आदि से स्पष्ट होती हैं।
अपनी पाठ्यपुस्तक से इस प्रकार के पाँच और उदाहरण खोजकर लिखिए और उन्हें भलीभाँति परिभाषित कीजिए।

उत्तर:
(क) मैंने देखा कि ओस की बूँद मेरी कलाई पर से सरककर हथेली पर आ गई।
(ख) मैं बड़े ध्यान से उसकी कहानी सुन रहा था।
(ग) मैं पत्तों के नन्हें-नन्हें छेदों से होकर जैसे-तैसे जान बचाकर भागी।
(घ) यह पिंड बड़ी तेजी से सूर्य की ओर बढ़ रहा था।
(ङ) उसकी महान आकर्षण-शक्ति से हमारा सूर्य काँप उठा।
प्रथम वाक्य का विश्लेषण: वाक्य में दो क्रियायें हैं ‘देखना’ और ‘सरकना’, कर्ता मैं ओस की बूँद को देख रहा है। सरकने की क्रिया तभी पूर्ण हो पायेगी जब उसे सरकने के लिए उपयुक्त ढलान मिले। योजक शब्द कि का प्रयोग दो वाक्यों को जोड़ने के लिए किया गया है।
छात्र इसी प्रकार अन्य वायों का विश्लेषण कर सकते हैं।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 12 पानी की कहानी
कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 12 पानी की कहानी
कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 12 के उत्तर