कक्षा 8 हिंदी व्याकरण अध्याय 4 वर्तनी विचार
कक्षा 8 हिंदी व्याकरण अध्याय 4 हिंदी वर्तनी विचार के प्रश्न उत्तर और अभ्यास पुस्तिका शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए सीबीएसई और राजकीय बोर्ड के पाठ्यक्रम पर आधारित है। कक्षा 8 के विद्यार्थी हिंदी ग्रामर के पाठ 4 में भाषा के उच्चरित रूप को लिखकर व्यक्त करना सीखते हैं अर्थात वर्तनी के बारे में पढ़ते हैं।
वर्तनी
वर्तनी का शाब्दिक अर्थ है- अनुसरण करना। भाषा के उच्चरित रूप या बोलकर जो कहा जाता है, उसी के अनुरूप या अनुसार लिखा भी जाता है; इसे ही वर्तनी कहते हैं। भाषा का लिखित रूप वर्तनी की सहायता लेता है। अतः भाषा के उच्चरित रूप को उसी रूप में लिपिबद्ध करना ‘वर्तनी’ कहलाता है।
वर्तनी की एकरूपता को बनाए रखने के लिए कुछ नियम निर्धारित किए हैं, जैसे:
1. अनुनासिक/अनुस्वार
2. व्यंजन का मात्रा रूप
3. संयुक्त व्यंजन और व्यंजन द्वित्व
परस्पर चिह्न
(क) संज्ञा शब्दों में परसर्ग अलग से लिखा जाता है, जैसे: राम को, राम ने, राम के लिए।
(ख) सर्वनाम शब्दों के साथ परसर्ग मिलाकर लिखा जाता है, जैसे: उसमें, उसको, उस पर आदि, किंतु यदि सर्वनाम के साथ दो परसर्ग आ रहे हों तो पहला सर्वनाम के साथ जुड़ेगा और दूसरा अलग से लिखा जाएगा, जैसेः उसके लिए, उसमें से, इनके द्वारा।
(ग) सर्वनाम और परसर्ग के बीच यदि निपात ही, तक आदि आ जाएँ तो परसर्ग अलग लिखा जाता है, जैसे: आप ही के द्वारा, उस तक को।
क्रिया संबंधी
(क) संयुक्त क्रियाओं को सदैव अलग-अलग लिखा जाएगा, जैसे: जा रहा है, पढ़ चुके हैं, रोता चला जा रहा था।
(ख) पूर्वकालिक क्रिया सदैव धातु में जोड़कर लिखी जाएगी, जैसे: पढ़कर, सोकर, हँसकर।
विभक्ति चिह्न
(क) हिंदी में संज्ञा शब्दों के विभक्ति चिह्न अलग लिखने चाहिए, जैसे: सीता ने, हनुमान को, बाजार से, मोहन के लिए, चाँदी की, घर में, पेड़ पर आदि। सर्वनाम शब्दों के विभक्ति चिह्न मिलाकर लिखने चाहिए, यथा- उसमें, उसको, उससे, उसका, उसने, उस पर आदि।
(ख) यदि सर्वनाम के साथ दो विभक्ति चिह्न हैं, तो पहले को मिलाकर तथा दूसरे को अलग लिखना चाहिए, जैसे: उसके लिए, उनके द्वारा, इनमें से।
(ग) यदि सर्वनाम और विभक्ति के बीच- ही, तक, भी, तो, मात्र, भर आदि निपात हों तो विभक्ति को सर्वनाम से अलग लिखना चाहिए, यथा – उस तक ही, मुझ तक, मेरे ही लिए, मुझ पर।
‘अ’, ‘आ’ की अशुद्धियाँ
अशुद्ध | शुद्ध |
---|---|
आपना | अपना |
बारात | बरात |
अगामी | आगामी |
हस्ताक्षेप | हस्तक्षेप |
आधीन | अधीन |
चंडाल | चांडाल |
सप्ताहिक | साप्ताहिक |
अहार | आहार |