कक्षा 8 हिंदी व्याकरण अध्याय 17 समास के भेद
कक्षा 8 हिंदी व्याकरण अध्याय 17 समास के भेद और उदाहरण अभ्यास पुस्तिका के प्रश्न उत्तर समास विग्रह के प्रश्न आदि विद्यार्थी शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त करें। आठवीं कक्षा में हिंदी ग्रामर के पाठ 17 में छात्र-छात्राएँ समास विग्रह और उसके भेदों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे।
समास
जब दो या दो से अधिक शब्दों को मिलाकर एक नया शब्द बनाया जाता है, तो इस प्रक्रिया को समास कहा जाता है तथा समास किए हुए शब्द को समस्त पद या सामासिक शब्द कहते हैं।
समास शब्द का अर्थ है
संक्षिप्त करने की विधि। यह शब्द निर्माण की एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया को ‘समासीकरण’ या समास बनाने की प्रक्रिया कहा जाता है। इसमें दो या दो के बीच में आने वाले अंश को हटाकर नया ‘सामासिक शब्द’ बनाया जाता है।
समास-विग्रह
जब समास के सभी पदों को अलग-अलग किया जाता है तो उसे समास-विग्रह कहते हैं।
समास-विग्रह | शब्द |
---|---|
नर और नारी | नर-नारी |
देश के लिए भक्ति | देश-भक्ति |
समय के अनुसार | यथासमय |
दस हैं आनन | दशानन (रावण) |
भाई और बहन | भाई-बहन |
हवन के लिए सामग्री | हवन-सामग्री |
समास की विशेषताएं
1. समास में कम-से-कम दो पदों का मेल होता है। दो से अधिक पदों का भी समास होता है। परंतु हिंदी में प्रायः दो ही पदों का समास होता है।
2. पहला पद पूर्व पद कहलाता है और दूसरा उत्तर पद।
3. दोनों पद मिलकर एक रूप हो जाते हैं।
4. समास की प्रक्रिया में पदों की बीच की विभक्तियाँ लुप्त हो जाती हैं।
5. समास होने पर जहाँ संधि सम्भव होती है, वहाँ नियमानुसार संधि भी होती है।
समास के भेद
अर्थ के आधार पर समास छह प्रकार के होते हैंः
अव्ययीभाव समास
जिस समास में पूर्व पद अव्यय हो तथा प्रधान हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। यह समास अव्ययी होता है अर्थात् लिंग, वचन या कारक की दृष्टि से नहीं बदलता। जैसे: प्रतिदिन – प्रत्येक दिन, भरपेट- पेट भर कर।
इन समस्त पदों में आया पहला पद ‘प्रति’, ‘भर’ है। इन अव्ययों के योग के संपूर्ण सामासिक पद अव्यय या क्रिया-विशेषण के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।
अव्ययीभाव समास की विशेषताएं
पहला पद (शब्द) प्रधान होता है।
पहला पद अव्यय होता है। (जैसे-प्रतिदिन, यथाशक्ति)
शब्दों की आवृत्ति भी पाई जाती है, जैसे-रातोंरात, हाथों-हाथ आदि।
एक ही शब्द दो बार भी आता है, जैसे-घर-घर
पहला पद + दूसरा | पद समस्त | पद विग्रह |
---|---|---|
भर + पेट | भरपेट | पेट को भरकर |
आ + जन्म | आजन्म | जन्म से लेकर |
हर + घड़ी | हरघड़ी | हर/प्रत्येक घड़ी |
हाथों + हाथ | हाथोंहाथ | एक हाथ से दूसरे हाथ में |
यथा + शीघ्र | यथाशीघ्र | जितना शीघ्र हो सके |
गली + गली | गली-गली | प्रत्येक गली |
उपर्युक्त उदाहरणों में पहला पद अव्यय है तथा वही प्रधान भी है।