एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी वसंत अध्याय 4 चाँद से थोड़ी सी गप्पें
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी वसंत अध्याय 4 चाँद से थोड़ी सी गप्पें के प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित किए गए हैं। कक्षा 6 के छात्र हिंदी में वसंत भाग 1 के पाठ 4 के सभी प्रश्नों के उत्तर यहाँ से सरल भाषा में प्राप्त कर सकते हैं।
कक्षा 6 हिंदी वसंत अध्याय 4 चाँद से थोड़ी सी गप्पें के प्रश्न उत्तर
किस दिन चाँद पूरा नज़र आता है?
पूर्णिमा के दिन चाँद पूरा नज़र आता है।
प्रश्न अभ्यास
‘आप पहने हुए हैं कुल आकाश’ के माध्यम से लड़की कहना चाहती है कि
(क) चाँद तारों से जड़ी हुई चादर ओढ़कर बैठा है।
(ख) चाँद की पोशाक चारों दिशाओं में फैली हुई है।
तुम किसे सही मानते हो?
उत्तर:
चाँद तारों से जड़ी हुई चादर ओढ़कर बैठा है। क्योंकि आकाश में टिमटिमाते तारे ऐसे लग रहें हैं मानो किसी रेशमी चादर में मोती जड़े हों, और आकाश में निकला चाँद भी ऐसा ही लग रहा है मानो उसने तारों की चादर ओढ़ रखी हो ।
कवि ने चाँद से गप्पें किस दिन लगाई होंगी? इस कविता में आई बातों की मदद से अनुमान लगाओ और कारण भी बताओ।
दिन कारण
पूर्णिमा
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच
प्रथमा से अष्टमी के बीच
उत्तर:
पूर्णिमा: इस दिन चाँद पूरा गोल नजर आता है।
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच: इस समय चाँद तिरछा नजर आता है।
प्रथमा से अष्टमी के बीच: इस समय चाँद पतला नजर आता है।
मेरे विचार से कवि ने चाँद से गप्पें अष्टमी से पूर्णिमा के बीच लगाई होंगी।
प्रथम से अष्टमी के बीच चाँद कैसा दिखता है?
प्रथम से अष्टमी के बीच चाँद पतला नज़र आता है।
कविता में “आप पहने हुए हैं कुल आकाश” के माध्यम से लड़की ने चाँद को क्या कहना चाहती है?
कविता में चाँद तारों से जड़ी हुई चादर ओढ़कर बैठा है। आकाश में टिमटिमाते तारे ऐसे लग रहे जैसे रेशमी चादर में मोती जड़े हों। लड़की के अनुसार आकाश में निकला चाँद भी ऐसा ही लग रहा है।
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच चाँद कैसा दिखता है?
अष्टमी से पूर्णिमा के बीच चाँद तिरछा नज़र आता है।
कविता के आधार पर कवि ने चाँद से किन दिनों में गप्पें लगाए होंगे?
कविता के आधार पर कवि ने चाँद से अष्टमी से पूर्णिमा के दिनों में गप्पें लगाए होंगे।