एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 23 हाथी
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 23 हाथी के प्रश्न उत्तर तथा अभ्यास में दिए गए रिक्त स्थान, मिलान और अन्य प्रश्नों के उत्तर सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 6 हिंदी अध्याय 23 में छात्र अभ्यास प्रश्न पत्रों की मदद से इस पूरे पाठ को आसानी से समझ कर याद कर सकते हैं।
कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 23 हाथी के प्रश्न उत्तर
अभ्यास के प्रश्न उत्तर
कविता की अधूरी पंक्तियाँ पूरी करो।
कः सूंड उठाकर हाथी बैठा।
उत्तर: पक्का गाना गाने।
खः बड़े मौज से भीतर बैठा।
उत्तर: मच्छर गाना गाता।
गः हमें बता दो इन दोनों में।
उत्तर: अच्छा कौन गवैया?
हाथी कविता का भावार्थ क्या है?
एक हाथी सूंड उठाकर गाना गाने लगा। तभी उसके कान भीतर एक मच्छर चला जाता है। हाथी अपने कान को खुजलाने लगा। परेशान होकर वह अपने बड़े-बड़े कान तेज़ी से हिलाने लगता है। फटफट-फटफट की आवाज़ होने लगी। मानो जैसे तबला बज उठा हो और हाथी मच्छर के गाने के सुर पर ताल दे रहा हो। इस अनहोनी घटना को जंगल देख रहा था। उससे पूछा गया कि मच्छर और हाथी में से अच्छा गायक कौन है?
कविता के आधार पर बताओ।
कः हाथी सूंड उठाकर किसलिए बैठा?
उत्तर: हाथी सूंड उठाकर गाना गाने के लिए बैठा।
खः हाथी के कान क्यों बज उठे?
उत्तर: कान में मच्छर के घुस जाने के कारण हाथी के कान बज उठे।
गः मच्छर कहाँ बैठकर गाना गा रहा था?
उत्तर: मच्छर हाथी के कान में बैठकर गाना गा रहा था।
‘हाथी’ कविता के पीछे कवि की मंशा क्या है?
‘हाथी’ कविता के पीछे कवि की मंशा केवल हँसने- हँसाने के लिए इस घटना की कल्पना करना है। इसमें हाथी स्वयं एक खिलौना बन गया है और जंगल के पेड़ हाथी के आसपास खड़े दर्शक स्रोता बन गए हैं।
नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दो।
कः हाथी गाना गाने के बदले तबला क्यों बजाने लगा?
उत्तर: अपने कान के अन्दर बैठे मच्छर को निकालने के लिए हाथी तबला बजाने लगा।
खः वाक्य के खाली स्थान को अपनी कल्पना से भरो।
1. जंगल के पेड़ों के बीच बैठकर कान हिलाता हाथी …………. जैसा दिखता था।
क. कार्टून ख. खिलौना ग. मूर्ति
उत्तर: जंगल के पेड़ों के बीच बैठकर कान हिलाता हाथी कार्टून जैसा दिखता था।
2. मच्छर जब हाथी के कान के भीतर बैठकर गाना गा रहा था, उसके गाने को………. सुन रहा था।
क. हाथी ख. जंगल ग. कोई नहीं
उत्तर: मच्छर जब हाथी के कान के भीतर बैठकर गाना गा रहा था, उसके गाने को हाथी सुन रहा था।
कविता “हाथी’ के आधार पर हाथी अपनी सूंड उठाकर क्या करने की तैयारी में था?
कविता “हाथी’ के आधार पर हाथी अपनी सूंड उठाकर गाना गाने की तैयारी में था।
अतिरिक्त अभ्यास के लिए प्रश्न उत्तर
‘हाथी’ कविता के आधार पर कवि ने क्या करने की कोशिश की है?
‘हाथी’ कविता के आधार पर कवि ने एक बाल-सुलभ कौतुक सौदर्य को उभारा है। कवि ने जानवर और जंगल से मनुष्य के संसार को जोड़ कर शब्द का सजीव खिलौना बनाया है।
हाथी क्या करने बैठा था और क्या करने लगा था?
हाथी गाना गाने के लिए बैठा था। लेकिन उसी समय एक मच्छर उसके कान के भीतर चला जाता है। जिससे परेशान होकर हाथी अपने कान तेज़ी से हिलाने लगा था।
क्या हाथी मच्छर के गाने पर तबला बजा रहा था?
हाथी के कान में मच्छर के घुस जाने के कारण हाथी परेशान हो गया था इसलिए वह अपने कान तेज़ी से हिला रहा था, जिससे फट-फट का स्वर निकल रहा था। जिसे कवि ने तबले के नाम दिया है।
क्या मच्छर के स्वर हाथी को गाने जैसे लग रहे थे? जिसकी ख़ुशी में वह भी अपने कानों से तबला बजाने लगा था।
नहीं, मच्छर के स्वर से हाथी परेशान हो रहा था। मच्छर को बाहर निकालने के लिए हाथी अपने कानों को तेज़ी से हिलाने लगा था, जो तबले की तरह लग रहा था। कवि ने इसलिए हाथी के कानों के फट-फट के स्वर को तबले का नाम दिया था।