एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 11 पर्वत

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 11 पर्वत के प्रश्नों के उत्तर तथा अभ्यास में दिए गए सवाल जवाब सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड सत्र 2024-25 के लिए यहाँ दिए गए हैं। विद्यार्थी कक्षा 6 हिंदी अध्याय 11 के अतिरिक्त प्रश्नों को भी यहाँ से प्राप्त करके पाठ को समझ सकते हैं और अपनी परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकते हैं।

वर्णों “ट्र, क्रि, र्क, व्र, र्व, द्र” आदि का उपयोग करते हुए इन सब से बनने वाले शब्दों की पहचान करें?

वर्णों और मात्राओं को अभ्यास पुस्तिका में लिखकर बारी-बारी से सबकी पहचान की जा सकती है। इस कार्य के लिए श्यामपट भी उपयोग में लाए जा सकते हैं। श्यामपट पर शब्द लिखकर बच्चों से उनके चित्र बनवाएँ जा सकते हैं। कुछ अलग-अलग वर्णों के उपयोग से अलग-अलग शब्द बनाए जा सकते हैं। इन्हीं वर्णों के अनुसार बनने वाले कुछ शब्द जैसे- चक्र, समुद्र, ट्रक, सार्क, क्रिकेट और पर्वत हैं।

‘र’ वर्ण में आने वाले पाँच शब्द लिखो?

शिक्षण बिंदु का उपयोग करके “र” वर्ण में आने वाले पाँच शब्द निम्नलिखित हैं।
जैसे: खर्च, तर्क, भ्रमण, प्रार्थना और क्रेन आदि।

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पाँच वर्णों “ट्र, क्रि, र्क, र्व, द्र” से बनने वाले शब्दों की पहचान विद्यार्थियों कैसे करेंगे?

पाँच वर्णों “ट्र, क्रि, र्क, र्व, द्र” से बनने वाले शब्दों की पहचान के लिए विद्यार्थियों को इन वर्णों से बनने वाले शब्दों के मिलान वाले प्रश्नों का अभ्यास करने चाहिए। इसे रोचक बनाने के लिए मिलान का खेल भी खेला जा सकता है। जिसे इन वर्णों से बनने वाले शब्दों की पहचान करना असान हो जाता है। बच्चों को इन्हें अवश्य दोहराना चाहिए।

मौखिक बातचीत के द्वारा “ट्र, क्रि, र्क, र्व, द्र” आदि वर्णों से बनने वाले शब्दों का अभ्यास कैसे कर सकते हैं?

“ट्र, क्रि, र्क, र्व, द्र” आदि वर्णों से बनने वाले शब्द, वाक्य, वस्तु और नाम आदि को आधार बनाकर मौखिक बातचीत की जा सकती है। इससे विद्यार्थियों को इन वर्णों से बनने वाले अनेकों शब्दों की जानकारी के साथ बहुत से नए शब्द और वाक्यों की जानकारी मिलती है। जैसे: ‘पर्वत’ को आधार बनाकर बहुत सी बातों की जानकारी मिलती है।

    • भारत में अनेकों पर्वत श्रंखलाएँ हैं।
    • पर्वतों पर खनिजो के भंडार छिपे हुए हैं।
    • पर्वत औषधियों से परिपूर्ण स्थान है।
    • हमारे देश में आज भी पर्वतों को पूजा जाता है।
    • पर्वत प्रकृति का नायब तोहफ़ा है।
रिक्त-स्थान विधि का उपयोग करके विद्यार्थी अपनी योग्यता का विस्तार कैसे कर सकते हैं?

रिक्त-स्थान विधि का उपयोग विद्यार्थी वाक्य पूरा करने, वाक्य बनाने और वाक्यों से जुड़ी अनेकों जानकारियों को सीखने के लिए कर सकते हैं। जैसे: पर्वतों पर खनिजो के ______ छिपे हुए हैं। (पेड़, भंडार, अवशेष)।
विद्यार्थियों को सही शब्द चुनने और वाक्य को पूरा करने का कार्य उनकी कल्पना शक्ति को भी बढ़ाता है।

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