एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 6 चिट्ठी का सफ़र

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 6 चिट्ठी का सफ़र के अभ्यास के सभी प्रश्न और साथ ही अतिरिक्त प्रश्नों के हल शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए विद्यार्थी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 5 हिंदी में रिमझिम के पाठ 6 में हम यहाँ चिठ्ठियों के सफ़र के बारे में पढेंगे तथा अतिरिक्त प्रश्नों के साथ इस पाठ का अभ्यास भी करेंगे।

चिट्ठी पर पूरे और ठीक पते से क्या फ़ायदा होता है?

चिट्ठी पर पूरे और ठीक पते से डाकघर में चिट्ठी छांटने और सही पते पर भेजना आसान होता है।

चिट्ठियों में पिन कोड की जरुरत क्यों पड़ती है?
हमारे देश में अनेक ऐसे कस्बे, गाँव और शहर हैं, जिनके नाम एक जैसे हैं। पते के बाद पिन कोड लिखने से गंतव्य स्थान का पता लगाने में डाक छांटने वाले कर्मचारी को मदद मिलती है और पत्र आसानी से बाँटे जा सकते हैं।

भारत में पिन कोड की शुरुआत कब हुई थी?

भारत में पिन कोड की शुरुआत 15 अगस्त 1972 को डाक तार विभाग ने पोस्टल नंबर योजना के नाम से हुई थी।

कबूतरों की कौन सी प्रजातियां होती हैं जिन्हें डाक संदेश भेजने के काम में लाया जाता है?
कबूतरों में गिरहबाज और हुमर वह प्रजातियाँ हैं जिसे प्रशिक्षित करके डाक संदेश भेजने के काम में लाया जाता है।

हरकारों को संदेश और पत्र पहुँचाने में किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता था?

हरकारों को संदेश और पत्र पहुँचाने के लिए हर जगहों से गुजरना होता था। उन्हें डाक, पत्र के अलावा अपनी रक्षा भी डाकू, लुटेरों और जंगली जानवरों से करनी पड़ती थी। आज भी भारतीय डाक सेवा दुर्गम और पहाड़ी इलाकों तक डाक पहुँचाने के लिए हरकारों पर निर्भर करती है।

पत्र में नाम न होने से क्या समस्याएँ आ सकती है?
पत्र में नाम न होने से पत्र पर लिखे पते को आधार बना कर डाकिया पत्र तो दे देता है परंतु इस बात की पुष्टि नहीं होती कि पत्र सही आदमी को मिला या नहीं।

चिट्ठी लिखने के लिए कौन कौन सी जानकारियों की जरुरत पड़ती है? उन सभी को क्रम अनुसार लिखिए।

चिट्ठी लिखने के लिए हमें बहुत सी जानकारियों की जरुरत पड़ती है।

    • उसमें सबसे पहले जनपद का नाम होना चाहिए।
    • घर का नंबर
    • गली या मोहल्ले का नाम
    • कस्बे, शहर, या गाँव का नाम
    • खंड का नाम
    • राज्य का नाम
    • क्षेत्र के पिन कोड की जानकारी होनी चाहिए।

चिट्ठी भेजने के लिए कौन से पत्रों का इस्तेमाल किया जाता है?
चिट्ठी भेजने के लिए आमतौर पर पोस्टकार्ड, अन्तदेशीय पत्र या लिफ़ाफ़ा आदि का इस्तेमाल किया जाता है।

आजकल चिट्टी पत्रों और संदेशों को जल्दी पहुँचाने के लिए कौन-कौन से साधनों का उपयोग किया जाता है?

आजकल चिट्टी-पत्रों और संदेशों को भेजने के नए-नए और तेज़ साधनों का उपयोग किया जाता है। जैसे –हवाई जहाज़, पानी के जहाज़ और रेलगाड़ी। इंटरनेट के माध्यम से ई-मेल संदेशों को भेजा जाता है।

डाक का विज्ञान किसे कहा गया है?
टिकट-संग्रह का शौक काफ़ी लोकप्रिय रहा है। धीरे-धीरे इसमें टिकट-संग्रह के अलावा डाक से जुड़ी और बहुत-सी चीज़े शामिल हो गई हैं। इसी को डाक का विज्ञान कहा जाता है।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 6 चिट्ठी का सफ़र
कक्षा 5 हिंदी अध्याय 6 चिट्ठी का सफ़र के प्रश्न उत्तर