एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 2 फ़सलों के त्योहार

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 2 फ़सलों के त्योहार के अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। पाँचवीं कक्षा के छात्र रिमझिम के पाठ 2 में देश में मनाए जाने वाले विभिन्न फसलों के त्योहारों के बारे में पढेंगे।

प्रस्तुत पाठ में खिचड़ी से आप क्या समझते हैं?

प्रस्तुत पाठ में खिचड़ी एक त्योहार के रूप में मनाए जाना वाला एक पर्व है जो जनवरी माह के मध्य में भारत के लगभग सभी प्रांतों में फसलों के त्योहार के रूप में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है।

भारत में नयी फसलों से जुड़े कौन कौन से त्योहार मनाए जाते हैं?
भारत में अनेकों त्योहारों को नई फसलों के रूप में मनाया जाता है, जिसमें सभी प्रांतों और क्षेत्रों का अपना रंग और अपना ढंग नजर आता है। उतर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश में मकर- सक्रांति, असम में बीहू, केरल में ओणम, तमिलनाडु में पोंगल, पंजाब में लोहड़ी, झारखंड में सरहुल, गुजरात में पतंग के पर्व के नाम से मनाए जाते हैं।

फसलों को हम विविधता में एकता कैसे कह सकते हैं?

भारत को विविधता में एकता के नाम से जाना जाता रहा है, जो हमारे देश की पहचान हैं। उसी प्रकार फसलों का त्योहार भी हमारे देश के विविध रंग रूपों का एक उदहारण पेश करते हैं। भारत में नई फसल के त्योहार को भी अलग-अलग नामों से मनाया जाता हैं।

किन्ही तीन खरीफ़ की फसलों के नाम बताओ।

खरीफ़ की फसलों में चावल, अरहर, और मसूर की फसलों को मुख्य रूप से जाना जाता है।

पोंगला – पोंगला कहने के पीछे क्या कहानी छिपी हुई है?
तमिलनाडु में जब नए मटके में चावल, दूध, और गुड को डाल कर पकाया जाता है जिस पर साबुत हल्दी बांध के पकाने के लिए चूल्हे पर रख दिया जाता है। दूध में उबाल आने पर जब दूध और चावल बहार गिरने लगता है तब लोग पोंगल-पोंगल कह कर ख़ुशी मनाने लगते हैं।

सरहुल क्या है? यह कौन सी जाति के लोगों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है?

सरहुल एक त्योहार है। झारखंड में सरहुल बड़े जोशो-खरोश के साथ मनाया जाता है। झारखंड में सरहुल चार दिनों तक चलने वाला एक मुख्य त्योहार है। अलग-अलग जनजातियाँ इसे अलग-अलग समय में मनाती हैं। संथाल लोग फ़रवरी-मार्च में, तो ओरांव लोग इसे मार्च-अप्रैल में मनाते हैं। आदिवासी आमतौर पर प्रकृति की पूजा करते हैं। ‘साल’ के पेड़ की पूजा मुख्य रूप से की जाती है। उसी समय ‘साल’ के पेड़ों पर फूल आने लगते हैं और मौसम बहुत खुशनुमा हो जाता है।

भारत में नई फसलों के त्योहार कौन-कौन से महीनों में मनाए जाते हैं?
भारत में नई फसलों के त्योहार जनवरी से मध्य अप्रैल तक अलग-अलग समय में मनाए जाते हैं।

कुमाऊँ में मकर संक्रांति को क्या कहा जाता है? इसे वहाँ के लोगों द्वारा कैसे मनाया जाता है?

कुमाऊँ में मकर संक्रांति को घुघुतिया के नाम से जाना जाता है। इस दिन वहाँ के लोग आटे और गुड़ को गूँधकर पकवान तैयार करते हैं। इन पकवानों को डमरू, तलवार और दाड़िम का फूल का आकार दिया जाता है। इन पकवानों की मालाएं बना कर बच्चों को खाने के लिए दी जाती हैं।

मकर संक्रांति के त्योहार के दिन लोग कौन-कौन से विशेष कार्यों में व्यस्त रहते हैं?
मकर संक्रांति के त्योहार के दिन पहले लोग पवित्र स्नान करते हैं। जिस चीज़ की कामना हो, वह भगवान से माँगते हैं। खाने के लिए कहीं दूध, चावल और गुड़ की खीर बनाते हैं, तो कोई पाँच प्रकार के नए अनाज की खिचड़ी बनाते हैं। इस दिन लोग तिल से बनी मिठाई जैसे तिल के लड्डू, रेवड़ी, पट्टी आदि बनाने में व्यस्त होते हैं और दान भी करते हैं।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 2 फ़सलों के त्योहार
कक्षा 5 हिंदी अध्याय 2 फ़सलों के त्योहार के प्रश्न उत्तर