एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 13 स्वामी की दादी

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 13 स्वामी की दादी के प्रश्न उत्तर तथा अभ्यास के प्रश्नों के हल सीबीएसई तथा राजकीय बोर्ड के छात्रों के लिए सत्र 2024-25 के अनुसार संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 5 के विद्यार्थी हिंदी में रिमझिम के पाठ 13 में पढेंगे कि किस प्रकार स्वामी अपनी दादी के साथ एक दोस्त की तरह रहता था और बहुत खुश रहता था।

स्वामीनाथन ने दादी को राजम और मणि के बारे में क्या बताया था?

स्वामीनाथन ने दादी को राजम और मणि की उससे पहले दुश्मनी और फिर दोस्ती की कहानी के बारे में बताया था।

स्वामीनाथन की दादी की कोठरी में क्या-क्या समान था?
स्वामीनाथन की दादी की कोठरी में पाँच दरियाँ, तीन चादरें, पाँच तकियों वाला भारी-भरकम बिस्तर, पटसन के रेशे का बना एक वर्गाकार बक्सा और एक लकड़ी का बक्सा जिसमें ताँबे के सिक्के, इलाइची, लौंग और सुपारी पड़े रहते थे।

राजम के पिता कौन थे?
राजम के पिता पुलिस अधीक्षक थे।

दादी ने स्वामीनाथन को उसके दादा के बारे में क्या बताया था?

दादी ने स्वामीनाथन को उसके दादा के बारे में बताया कि उसके दादा रौबदार सब-मजिस्ट्रेट थे। उनके दफ्तर में पुलिस वाले काँपते हुए खड़े रहते थे। उनसे डरकर खूंखार से खूंखार डाकू तक भाग खड़े होते थे।

पाठ के आधार पर स्वामीनाथन की दादी के विचार और स्वभाव की व्यख्या अपने शब्दों में कीजिए।
स्वामीनाथन की दादी के विचारों से पता चलता हैं कि वह अपनी बात को बड-चढ़ के बताती थी। ज्यादातर बातों में दादी कभी भी स्वामी के दादा की बढाई करने में कभी नहीं चूकती थी। उसका स्वभाव बहुत अच्छा था। किसी को बिना देखे भी वह उसको बहुत अच्छा कह देती थी। वह स्वामीनाथन की हर बात को अच्छे से मान लेती थी। दादी को भूलने की भी आदत थी।

दादी ने बुआ को महामूर्ख क्यों कहा?

दादा को इनाम में मिले मैडल से बुआ ने चूड़ियाँ बनवा ली थी। इसलिए दादी ने बुआ को महामूर्ख कहा था, क्योंकि पुरस्कार के रूप में मिले सम्मान की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती परंतु बुआ ने उसे पिघला कर अपने लिए मामूली सी चार चूड़ियाँ बनवा ली थी, जो मुर्खता की निशानी थी।

स्वामी को ऐसा क्यों लगता था कि दादी उसे खुश करने के लिए “सच और हाँ” का साहरा लेती हैं?
स्वामी की दादी कई बार बिना जाने पहचाने भी किसी के बारे में “सच और हाँ” बोलती रहती थी। इसी कारण स्वामीनाथन को लगता था, कि दादी उसे खुश करने के लिए कह रही हैं।

स्वामीनाथन की दादी अपने बक्से में इलायची, लौंग और सुपारी क्यों रखती थी?

दादी अपने बक्से में इलायची, लौंग और सुपारी इसलिए रखती थी, जिससे उनके कमरे में उसकी महक बनी रहे, जो स्वामीनाथन और दादी को बहुत पसंद थी।

स्वामीनाथन ने दादी को राजम के बारे में क्या-क्या बताया था?
स्वामीनाथन ने दादी को अपने मित्र राजम के बारे में बताया कि, “उसे गणित में सौ में से नब्बे अंक मिले है और जब राजम छोटा-सा लड़का था तो उसने एक भी शेर मारा था”।

स्वामीनाथन ने अपने मित्र राजम को “ऊँची चीज” क्यों माना था?

स्वामीनाथन ने अपने मित्र राजम को “ऊँची चीज” माना था, क्योंकि उसके पास एक पुलिस की वर्दी थी। उसने जंगल में एक शेर को भी बंदूक से मार गिराया था।

स्वामीनाथन का अपनी दादी के साथ कैसा रिश्ता था। पाठ के आधार पर अपने शब्दों में लिखों।
स्वामीनाथन का अपनी दादी के साथ दोस्ताना रिश्ता था। वे दोनों अपनी अपनी बातें एक दूसरे से करते थे। रात के भोजन के बाद स्वामी दादी के पास उनकी गोद में सिर रखे लौंग, इलाइची की गंध भरे वातावरण में अपने को बहुत प्रसन्न और सुरक्षित महसूस करता था। दोनों अपने अपने विचार एक दूसरे के समक्ष रखते और समझते थे। स्वामी अपने पूरे दिन की दिनचर्या केवल अपनी दादी को ही बताता था। वह अपने मित्र राजम और मणि के बारे में दादी को ही बताता था।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 5 हिंदी अध्याय 13
कक्षा 5 हिंदी अध्याय 13 के प्रश्न उत्तर