एनसीईआरटी समाधान कक्षा 2 हिंदी सारंगी अध्याय 12 तोसिया का सपना

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 2 हिंदी सारंगी अध्याय 12 तोसिया का सपना के प्रश्न उत्तर अभ्यास के लिए अतिरिक्त प्रश्न और उनके हल सत्र 2024-25 के लिए संशोधित रूप में यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 2 हिंदी के पाठ 12 में रंगों के महत्त्व को बनाया गया है कि किस प्रकार तोसिया के सपने में सभी रंग गायब हो गए और सब कुछ बिना रंग के दिखने लगा।

कक्षा 2 हिंदी सारंगी अध्याय 12 के लिए एनसीईआरटी समाधान

तोसिया का सपना

एक दिन तोसिया ने सपना देखा। तोसिया बहुत सपने देखती है। वह उठकर सपनों के बारे में बात भी करती है। तोसिया को सपना आया कि दुनिया के सारे रंग उड़ गए हैं। कहीं कोई रंग नहीं बचा। उसने देखा कि सब कुछ सफ़ेद-सफ़ेद हो गया है। तोसिया उठी और सपने को याद करने लगी। वह एकदम से घबरा गई। तोसिया सोचने लगी कि क्या सचमुच रंग गायब हो गए हैं। तोसिया रसोई में गई। वहाँ बहुत सारे रंग-बिरंगे मसाले रखे हुए थे। लाल मिर्च , जीरा, हल्दी , धनिया, मेथी। तोसिया उठकर बाहर बगीचे में गई। वहाँ रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे। गेंदा, चमेली, सदाबहार, गुलाब, सूरजमुखी। तोसिया ने देखा कि उसके कपड़ों में रंग हैं। मम्मी -पापा के कपड़ों में भी रंग हैं। घर में भी खूब सारे रंग दिख रहे थे। तोसिया मम्मी के साथ बाज़ार चल पड़ी। वहाँ खूब सारी रंग-बि रंगी सब्जि़याँ थीं। गाजर, बैंगन, टमाटर, सेम, मटर। बाज़ार में पतंग की दुकान भी थी। दुकान में खबू सारी रंग-बि रंगी पतंगें थीं। काली, पीली, नीली, हरी, नारंगी।

मम्मी चुन्नी की दुकान पर गई। वहाँ खबू सारी रंग-बि रंगी चुन्नियाँ थीं। गुलाबी, बैंगनी, फिरोज़ी , आसमानी, भूरी। बाज़ार में गुब्बारेवाला खड़ा हुआ था। उसके पास खूब सारे रंग-बिरंगे गुब्बारे थे। नीले, पीले, हरे, लाल, गुलाबी। तोसिया ने खूब सारे रंग देखे। वह खशु हो गई कि रंग गायब नहीं हुए हैं। वह रंगों को गिनने लगी। तोसिया घर आकर दोपहर को सो गई। उसने उठकर देखा कि नानी की सहेलियाँ आई हुई हैं। उन सबके बाल सफ़ेद-सफ़ेद हैं। तोसिया को एक बात याद आई। वह रात को नानी के साथ सोई थी। इसलिए सपने में सब सफ़ेद-सफ़ेद दिखा होगा। तोसिया नानी के बालों को गौर से देखने लगी। वह नानी के बालों को छू-छूकर देखने लगी। तोसिया सोचने लगी कि नानी के बाल सफ़ेद क्यों हैं। उसने नानी से पूछा कि उनके बालों का रंग कहाँ गया। नानी बोलीं कि पहले उनके बाल भी काले थे। फिर उनके बालों का रंग तोसिया के बालों में चला आया।

तोसिया का सपना

एक शांत सुबह, तोसिया ने एक अद्भुत सपना देखा जिसमें दुनिया से सभी रंग अचानक गायब हो गए थे। उसने देखा कि हर चीज़ सफेद हो गई है, जैसे रंगों का कोई अस्तित्व ही न हो। यह सपना इतना विचित्र था कि उसके जागने पर भी उसकी छाप मन पर गहराई से अंकित हो गई। वह बेचैन हो उठी और सोचने लगी कि क्या सच में रंग गायब हो सकते हैं। उसका मन इस विचार से विचलित हो उठा और उसे इस भयानक संभावना की सच्चाई जानने की जल्दी होने लगी।

रसोई में रंगों की वापसी

तोसिया ने अपने आसपास की दुनिया का जायज़ा लेने का निश्चय किया और सबसे पहले रसोई की ओर बढ़ी। वहाँ उसे रंग-बिरंगे मसाले दिखाई दिए – लाल मिर्च, पीली हल्दी, हरी मेथी, और बहुत कुछ। इन मसालों को देखते ही उसके चेहरे पर राहत की एक हल्की मुस्कान खिल उठी। रंगों की यह वापसी ने उसके दिल को एक अज्ञात आश्वासन प्रदान किया कि शायद सब कुछ अभी भी ठीक है।

बगीचे का रंगीन संसार

इसके बाद, तोसिया बाहर अपने बगीचे में गई जहाँ उसने रंग-बिरंगे फूलों को खिलते हुए पाया। गेंदा, चमेली, सदाबहार, गुलाब, और सूरजमुखी जैसे फूलों की भव्यता ने उसके हृदय में खुशी की एक लहर दौड़ा दी। इन फूलों के रंग ने उसे आश्वस्त किया कि दुनिया अभी भी अपने पूरे रंगीन वैभव में विद्यमान है।

बाजार की रंगीनी

तोसिया और उसकी मम्मी बाजार की ओर चल पड़ीं, जहाँ उन्हें रंग-बिरंगी सब्जियाँ, पतंगें, चुन्नियाँ, और गुब्बारे दिखाई दिए। हर दुकान पर रंगों की एक नई दुनिया सजी हुई थी। बाजार का हर कोना रंगों से भरा पड़ा था, जिसने तोसिया के मन में उमंग और आनंद की एक नई लहर जगा दी। उसने महसूस किया कि रंग न केवल वापस आ गए हैं बल्कि वे जीवन में खुशियाँ और सौंदर्य भी लेकर आए हैं।

नानी के बालों का रहस्य

घर लौटकर, तोसिया ने देखा कि नानी की सहेलियाँ आई हुई हैं, जिनके बाल सफेद थे। उसे अचानक याद आया कि वह रात को नानी के साथ सोई थी, जिससे उसे एहसास हुआ कि संभवतः उसके सपने में सफेदी की अधिकता नानी के बालों से प्रेरित थी। उसने नानी से पूछा कि उनके बालों का रंग कहाँ गया, जिस पर नानी ने मुस्कुराते हुए कहा कि उनके बालों का रंग अब तोसिया के बालों में है। इस प्रकार, तोसिया को समझ आया कि रंगों का जीवन में बदलाव एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।

रंगों की खोज में तोसिया

तोसिया की इस यात्रा ने उसे सिखाया कि जीवन में रंगों का महत्व कितना अधिक है। वह समझ गई कि रंग हमारे जीवन को समृद्ध और विविधतापूर्ण बनाते हैं। उसने न सिर्फ अपने आसपास के रंगों को फिर से खोजा बल्कि उसे यह भी समझ आया कि जीवन में बदलाव और विकास के साथ रंग भी बदलते हैं। तोसिया की यह यात्रा उसके लिए एक गहरा सबक बन गई, जिसने उसे रंगों के महत्व और जीवन की विविधता को सराहना सिखाया।

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एनसीईआरटी समाधान कक्षा 2 हिंदी सारंगी अध्याय 12 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 2 हिंदी सारंगी अध्याय 12