कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 एनसीईआरटी समाधान – नियंत्रण एवं समन्वय

कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के लिए एनसीईआरटी समाधान पाठ 6 नियंत्रण एवं समन्वय अभ्यास के प्रश्न उत्तर तथा पाठ के बीच के पेजों में दिए गए सवाल जवाब शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। वर्ग 10 विज्ञान के विद्यार्थी अध्याय 6 के सभी प्रश्न उत्तर यहाँ से संशोधित रूप में प्राप्त कर सकते हैं। पाठ के समाधान के साथ साथ 10वीं विज्ञान पाठ 6 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर भी सरल भाषा में परीक्षा की तैयारी के लिए दिए गए हैं। मोबाइल से पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए कक्षा 10 विज्ञान ऐप बहुत मददगार साबित होगा।

कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के लिए एनसीईआरटी समाधान

कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उत्तर

Q1

सिनेप्स पर, रासायनिक संकेत का संप्रेषण होता है

[A]. ऐक्सॉन से उसी न्यूरॉन की कोशिका काय तक
[B]. कोशिका काय से उसी न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर तक
[C]. एक न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर से दूसरे न्यूरॉन के डेन्ड्राइट छोर तक
[D]. एक न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर से दूसरे न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर तक
Q2

पौधों में एब्सिसिक अम्ल का प्रमुख कार्य है

[A]. कोशिकाओं की लंबाई को बढ़ाना
[B]. वृद्धि को संदमित करना
[C]. तने की वृद्धि को प्रोत्साहित करना
[D]. कोशिका-विभाजन को प्रोत्साहित करना
Q3

इंसुलिन के बारे में गलत कथन चुनिए

[A]. यह अग्न्याशय से उत्पन्न होता है
[B]. यह शरीर की वृद्धि और उसके परिवर्धन का नियमन करता है
[C]. इंसुलिन के अपर्याप्त स्रवण से डायबिटीज़ नामक रोग हो जाता है।
[D]. यह रुधिर में शर्करा के स्तर का नियमन करता है
Q4

मटर के पौधों में प्रतान की वृद्धि किसके कारण होती है?

[A]. प्रकाश के प्रभाव के
[B]. गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के
[C]. प्रतान की उन कोशिकाओं में तीव्र विभाजन के कारण जो अवलंब के संपर्क में होती है
[D]. प्रतान की उन कोशिकाओं में तीव्र विभाजन के कारण जो अवलंब से दूर होती हैं

कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर

दो न्यूरॉनों के बीच सिनेप्स पर क्या होता है?

जब विद्युत संकेत एक न्यूरॉन के ऐक्सॉन-छोर पर पहुँचता है तब वह एक रासायनिक पदार्थ निर्मुक्त करता है जो सिनेप्स को पार करके अगले न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर की ओर बढ़ता है तथा एक अगला विद्युत संकेत उत्पन्न कर देता है।

जंतुओं में रासायनिक समन्वयन किस प्रकार होता है?

विभिन्न अत:स्रावी ग्रंथियाँ अलग-अलग हॉर्मोनों का स्राव करती हैं। इन हॉर्मोनों को रुधिर में डाल दिया जाता है जो उन्हें विशिष्ट ऊतकों अथवा अंगों तक ले जाता है जिन्हें लक्ष्य ऊत्तक अथवा लक्ष्य अंग कहते हैं। लक्ष्य ऊतकों में हॉर्मोन एक विशिष्ट जैव-रसायन अथवा शरीर क्रियात्मक क्रिया को आरंभ कर देता है।

यदि हमारे आहार में आयोडीन की मात्रा कम हो तो क्या होगा?

आहार में आयोडीन की कम मात्रा होने पर, थायरॉइड ग्रंथि से थॉयरॉक्सिन का निर्मोचन कम होगा जिसके कारण प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा के उपापचय पर प्रभाव पड़ेगा। शरीर में आयोडीन की कमी होने पर व्यक्ति को गलगंड नामक रोग हो सकता है।

सिनेप्स पर संकेतों का प्रवाह एक न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर से दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर की ओर ही होता है, विपरीत दिशा में क्यों नहीं?

जब कोई वैद्युत संकेत एक न्यूरॉन के ऐक्सॉन-छोर पर पहुँचता है, तब वह एक रासायनिक पदार्थ का उत्सर्जन करता है। यह रसायन अगले न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर की तरप़ पहुँचता है और वहाँ एक वैद्युत संकेत एक रासायनिक संकेत में बदल जाता है। चूँकि ये रसायन न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर पर उपस्थित नहीं होते। अत: विद्युत संकेत रासायनिक संकेत में नहीं बदल पाता है।

अनुवर्तनी गति क्या होती है?

बाह्‌य उद्दीपनों के कारण पौधों में होने वाली दिशानिर्दिष्ट वृद्धि-गतियों को अनुवर्तनी-गति कहते हैं। यह गति या तो उद्दीपन की दिशा में होती हैं अथवा उससे विपरीत दिशा की तरफ। उदाहरण के लिए, प्रकाशानुवर्तन गति के मामले में प्ररोह प्रकाश की ओर झुककर अनुक्रिया प्रदर्शित करता है, जबकि जड़ें उससे दूर रहती हुई अनुक्रिया करती हैं।

कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

मेरुरज्जु आघात में किन संकेतों के आने में व्यवधान होगा?

सम्पूर्ण शरीर की तंत्रिकाएँ मस्तिष्क तक जाने से पूर्व मेरुरज्जु में मिलती है। प्रतिवर्ती चाप इसी मेरुरज्जु में बनती है तथा आगत सूचनाएँ भी मेरुरज्जु से ही मस्तिष्क तक जाती है। यदि मेरुरज्जु पर आघात होता है तो कोई भी सूचना मस्तिष्क तक नहीं पहूँच पाएगी और विभिन्न अंगों से मस्तिष्क का संपर्क टूट जाएगा तथा शरीर को चलाने के लिए जिस नियंत्रण एवं समन्वय की आवश्यकता होती है, वह नहीं बन पाएगा।

पादप में रासायनिक समन्वय किस प्रकार होता है?

पौधों में केवल रासायनिक नियंत्रण तथा समन्वय होता है। इनमे कोई तंत्रिका तंत्र नहीं होता। पौधे कुछ रसायन उत्त्पन करते हैं जो वृद्धि को उत्प्रेरित तथा नियंत्रित करते हैं जबकि कुछ अन्य वृद्धि को कम कर देते हैं। ये रसायन पादत हॉर्मोन या पादप वृद्धि नियमक कहलाते हैं। ये पौधों की विभिन्न क्रियाओं के नियंत्रण में सहायक होती है। उदहारण के लिए- ऑक्सिन हॉर्मोन, प्ररोह के अर्गभाग में संश्लेषित होता है तथा कोशिकाओं की वृद्धि में सहायक है। जबकि साइटोकाइनिन हॉर्मोन कोशिका विभाजन को प्रेरित करता है तथा एब्सिसिक अम्ल वृद्धि का संदमन करने वाला हॉर्मोन है।

एक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय के तंत्र की क्या आवश्यकता है?

किसी भी जीव में नियंत्रण एवं समन्वय की अत्यधिक आवश्यकता होती है। प्रत्येक जीव को जीवित रहने के लिए कई परिस्थितियों का सामना करता है तथा उसी के अनुरूप प्रतिक्रिया करता है। इसके साथ ही विभिन्न जैविक क्रियाएँ प्रतिक्षण हमारे शरीर में घटित होती रहती है, जिनको नियंत्रित करने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए प्रत्येक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय के लिए समन्वय के तंत्र (हॉर्मोन तंत्र अर्थात तंत्रिका तंत्र) की आवश्यकता होती है।

छुई-मुई पादप की पत्तियों की गति, प्रकाश की ओर प्ररोह की गति से किस प्रकार भिन्न हैं?

छुई-मुई के पौधे की पत्तियों की गति, वृद्धि से सम्बंधित नहीं है। जब हम पौधे को स्पर्श करते हैं तो स्पर्श होने की सूचना को संचारित करने के लिए कोशिकाएँ अपनी आकृति बदल लेती हैं। पादप कोशिकाओं में विशेष प्रोटीन नहीं होते हैं पर ये जल की मात्रा में परिवर्तन करके अपनी आकृति बदल लेती हैं। जिसके कारण उनका आकर बदलता हुआ नजर आता है। छुई-मुई के पौधे में यह गति स्पर्श के कारण होती है और गति में तीव्रता होती है। जबकि प्रकाश की ओर प्ररोह की गति अपेक्षाकृत धीमी होती है तथा एक विशेष दिशा में ही होती है।

दो तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन) के मध्य अंतर्ग्रथन (सिनेप्स) में क्या होता है?

विभिन्न तंत्रिका कोशिकाओं में सूचनाओं के आदान प्रदान में सिनेप्स (अंतर्ग्रथन) सहायक होता है। यह तंत्रिका कोशिका द्वारा भेजी गई सूचनाओं को (जो विद्युत आवेग के रूप में होती है) रसायनों में विवेचित कर देता है ताकि ये रसायन दो तंत्रिका कोशिकाओं के बीच के रिक्त स्थान को पार करके दूसरी तंत्रिका कोशिका में प्रवेश कर सके।

मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है?

पश्चमस्तिष्क में स्थित अनुमस्तिष्क शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है।

हम एक अगरबत्ती की गंध का पता कैसे लगते हैं?

अगरबत्ती की गंध को ज्ञानेंद्री नाक द्वारा ग्रहण करने के बाद, नाक में उपस्थित तंत्रिका कोशिका द्वारा विद्युत आवेग में परिवर्तित करके अन्य तंत्रिका कोशिकाओं तक पहुँचाया जाता है। अन्य तंत्रिका कोशिकाएँ अगली तंत्रिका कोशिकाओं तक पहुंचते है और अंत में अग्रमस्तिष्क में पहुँचती है। अग्रमस्तिष्क में अगरबत्ती के बारे में जानकारी पहले से ही उपस्थित रहती है जिससे हम इसकी गंध का पता लगा लेते हैं।

प्रतिवर्ती क्रिया में मस्तिष्क की क्या भूमिका है?

मस्तिष्क शरीर का मुख्य समन्वय केंद्र है। मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु केंद्रीय तंत्रिका तंत्र बनाते हैं। ये शरीर के विभिन्न भागों से सूचनाएँ प्राप्त करके उनका आंकलन करते हैं। ये क्रियाएँ मध्य मस्तिष्क तथा पश्चमस्तिष्क से नियंत्रित होती हैं।

कक्षा 10 विज्ञान एनसीईआरटी पुस्तक के अध्याय 6 में परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण प्रश्न कौन से हैं?

परीक्षा के दृष्टिकोण से संपूर्ण अध्ययन ही सर्वश्रेष्ठ उपाय होता है। यदि आप संपूर्ण अध्याय को स्वयं से पढ़ेंगे समझने का प्रयास करेंगे और बिना देखे लिखने का प्रयास करेंगे, समय समय पर रिवीजन करेंगे तो निसंदेह आपको सभी प्रश्नों का उत्तर स्वयं से बनने लगेगा। लेकिन इसके पश्चात भी इस अध्याय में कुछ ऐसे प्रश्न है जो अक्सर परीक्षा में पूछ लिए जाते हैं वह निम्नलिखित हैं:

    • – ग्राही के क्या कार्य होते हैं वह कौन सी स्थितियां होंगी जहां ग्राही उचित प्रकार से कार्य नहीं कर रहा होगा और ऐसे में क्या समस्याएं उत्पन्न होंगी?
    • – न्यूरॉन की संरचना बताइए और इसके कार्यों का वर्णन कीजिए ।
    • – पादप में प्रकाश अनुवर्तन किस प्रकार से होता है…?
    • – मेरुरज्जु आघात में किन संकेतों के आने में व्यवधान उत्पन्न होने की संभावना है ?
    • – पादपों में रासायनिक समन्वय किस प्रकार होता है?
    • – तंत्रिका उत्तक कैसे क्रिया करता है?
    • – मानव मस्तिष्क की संरचना?

    आदि प्रश्न परीक्षा के दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं इनका क्रम से अध्ययन बहुत जरूरी है किंतु इनका अध्ययन क्रम से करने के लिए अध्याय को शुरुआत से समझ कर पढ़ना स्वयं से पढ़ना बहुत जरूरी है ऐसा करने के बाद ही इन प्रश्नों के क्रम को समझा जा सकता है और इन्हें याद करने में आसानी होगी।

कक्षा 10 विज्ञान के अध्याय 6 को आसानी से याद करने का तरीका क्या है?

विद्यार्थी को चाहिए कि सर्वप्रथम इस अध्याय को पूर्ण रूप से स्वयं से एक बार पढ़ ले। इसके बाद पेंसिल की सहायता से जिन वाक्यों को समझने में उसे कठिनाई हो रही है उसे चिन्हित कर ले। बाद में वेबसाइट पर उपलब्ध वीडियो को देखकर अपने डाउट्स को दूर करें। विद्यार्थी को इस अध्याय को पढ़ने के लिए कुछ बातें को ध्यान से समझने की आवश्यकता है। जैसे

    • नियंत्रण एवं समन्वय से क्या आशय है? क्या इसका अर्थ है?
    • जंतु तंत्रिका तंत्र क्या होता है? यह कैसे कार्य करता है? इसकी संरचना कैसी है?
    • प्रतिवर्ती क्रिया में क्या होता है? यह किस प्रकार की क्रियाएं हैं यह क्या करती हैं?
    • मानव मस्तिष्क क्या है? इसकी संरचना कैसी है इसके कितने भाग हैं? अलग-अलग भाग किस प्रकार से अपने अलग-अलग कार्यों को करते हैं?
    • रक्षित कैसे होते हैं? तंत्रिका ऊतक कैसे क्रिया करते हैं?
    • पादपो में समन्वय से क्या तात्पर्य है?
    • क्या उद्दीपन के लिए तत्काल अनुक्रिया किसे कहते हैं?
    • वृद्धि के कारण और गति क्या होते हैं? इन्हें कैसे समझा जा सकता है?
    • जंतुओं में हार्मोन से क्या अभिप्राय है? यह क्या कार्य करते हैं?

    आदि बातों को ध्यान में रखकर ही विद्यार्थी को इस अध्याय को पढ़ने का प्रयास करना चाहिए।
    और समझना चाहिए, सभी टॉपिक को समझने के बाद समय समय पर किया गया रीवीजन और बगैर देखे लिखने का प्रयास उसे अध्याय को याद करने में सरलता प्रदान करेंगे।

10वीं कक्षा विज्ञान के अध्याय 6 में 100% प्रतिशत अंक कैसे प्राप्त करें?

किसी भी अध्याय में 100% अंक प्राप्त करने का मतलब होता है, कि वह अध्याय हमें 100% समझ में आ गया है। यदि कोई उस अध्याय से प्रश्न पूछे, तो हम तपाक से उसे उत्तर दे दें। हमारा उत्तर एकदम सही हो, हमारे उत्तर में किसी प्रकार की कोई संभावना ना हो कि वह गलत भी हो सकता है। जब विद्यार्थी की तैयारी इस प्रकार होती है कि अध्याय में ऐसा कोई टॉपिक ना बचा हो जो उसे ना आता हो तब आत्मविश्वास के साथ कहा जा सकता है कि विद्यार्थी उस अध्याय में 100% अंक प्राप्त कर लेगा।
इस अध्याय में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने के लिए आपको इस अध्याय को प्रारंभ से पढ़ना शुरु करना होगा।
सबसे पहले आपको एक बार इस चैप्टर की रीडिंग स्वयं से लेनी होगी। इसके बाद एनसीईआरटी एकसेंपलर किताब पढ़ सकते हैं, ऐसा करने से यह अध्याय पूर्ण रूप से आपको समझ में आ जाएगा। आपके मन में पैदा हुए डाउट समाप्त हो जाएंगे। इसके बाद आप इस अध्याय के महत्वपूर्ण टॉपिक पर बने प्रश्नों के उत्तर स्वयं से लिखने का प्रयास करें और फिर अपने उत्तर की जांच करें। ऐसा बार बार करने से आपके गलतियों करने की संभावनाएं समाप्त हो जाती है। बाद में जब आप बार-बार रिवीजन करते हैं तब आप अपना सर्वश्रेष्ठ परिणाम निश्चित कर लेते हैं। ऐसा करने से आपको 100% प्राप्त करने से कोई रोक नहीं सकता।

कक्षा 10 विज्ञान एनसीईआरटी के अध्याय 6 में कठिन प्रश्न कौन से हैं?

प्रत्येक अध्याय में कुछ प्रश्न ऐसे होते हैं जो विद्यार्थियों को अक्सर कठिन प्रतीत होते हैं। ऐसे ही कुछ कठिन प्रश्न इस अध्याय में भी हैं जो निम्नलिखित हैं:

    • – न्यूरॉन की संरचना का आरेख बनाइए और उसके कार्यों की व्याख्या कीजिए।
    • – मस्तिष्क के प्रमुख भाग कौन से हैं विभिन्न भागों के कार्य कौन-कौन से हैं?
    • – केंद्रीय और परिधीय तंत्रिका तंत्र के भाग कौन से हैं? केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के भागों की सुरक्षा किस प्रकार की जा सकती है?
    • – थायरोक्सिन, इंसुलिन, एड्रीनलिन, वृद्धि हार्मोन, टेस्टोस्टेरोन, के कार्य बताइए ।
    • -विभिन्न प्रकार के पादप हार्मोन के नाम बताइए साथ ही पादप वृद्धि और परिवर्धन पर उनके क्रियात्मक प्रभाव की चर्चा कीजिए ।
    • – जंतुओं में रासायनिक समन्वय किस प्रकार से होता है?

    आदि प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों को कठिन महसूस हो सकते हैं। समय-समय पर किया गया अभ्यास आपको आपके हर प्रश्न की कठिनाई से सरलता की ओर ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।

कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के सवाल जवाब
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 हिंदी में प्रश्न उत्तर
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के प्रश्न उत्तर
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 के लिए एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 6 अभ्यास के प्रश्न उत्तर