कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 एनसीईआरटी समाधान – धातु एवं अधातु
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के लिए एनसीईआरटी समाधान पाठ 3 धातु एवं अधातु के अंत में दिए गए अभ्यास के प्रश्न उत्तर तथा पाठ के अंतर्गत विभिन्न पेजों पर दिए गए सवालों के जवाब साथ ही साथ अतिरिक्त प्रश्न तथा उनके उत्तर छात्र यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। वर्ग 10 विज्ञान अध्याय 3 के प्रश्नों के उत्तर को शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अनुसार पुनः संशोधित किया गया है। कक्षा 10 विज्ञान समाधान ऐप में भी ये सभी प्रश्न उत्तर नवीनतम रूप में उपलब्ध हैं। किसी भी शैक्षणिक परेशानी के लिए छात्र हमसे संपर्क कर सकते हैं।
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के लिए एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के लिए एनसीईआरटी समाधान नीचे दिए गए हैं:
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उत्तर
धातुएँ निम्नलिखित में से कौन-सा गुणधर्म नहीं दर्शाती हैं?
निम्नलिखित में से कौन-सा गुणधर्म सामान्यत: आयनिक यौगिकों के द्वारा प्रदर्शित नहीं किया जाता है?
धातुओं के पतले तार खींचे जाने के गुण को क्या कहते हैं?
किसकी पतली परत के लेपन के द्वारा आयरन को जंग से बचाने के लिए गैल्वनीकरण एक विधि है?
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर
एक तत्व एक ऑक्साइड A₂O₃ बनाता है, जो कि अम्लीय प्रकृति का है। धातु अथवा अधातु के रूप में A को पहचानिए।
चूँकि तत्व का ऑक्साइड अम्लीय प्रकृति का है, अत: A अधातु होगा।
ऊष्मा के दो उत्तम चालकों और दो दुर्बल चालकों के उदाहरण दीजिए।
- उत्तम चालक Ag तथा Cu
- दुर्बल चालक Pb तथा Hg
सोल्डर मिश्रातु के अवयव क्या हैं? सोल्डर का कौन-सा गुण इसे विद्युत के तारों की वेल्िंडग के लिए उपयुक्त बनाता है?
सोल्डर लेड तथा टिन का मिश्रातु है। सोल्डर का कम गलनांक इसे विद्युत तारों के वेल्डिंग के लिए उपयुक्त बनाता है।
धातुओं के निष्कर्षण के प्रक्रम में धातु सल्फाइडों तथा धातु कार्बोनेटों को धातु ऑक्साइडों में परिवर्तित क्यों करना चाहिए?
धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करना, उसके सल्फाइड तथा कार्बोनेट से प्राप्त करने की तुलना में सरल होता है।
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के निम्नलिखित को समझाइए।
निम्नलिखित को समझाइए:
- Al को यदि HNO₃ में डुबोया जाता है तो उसकी अभिक्रियाशीलता कम होती है।
- Na अथवा Mg के ऑक्साइडों को कार्बन अपचयित नहीं कर सकता है।
- NaCl ठोस अवस्था में विद्युत का चालक नहीं है जबकि यह जलीय विलयन तथा गलित अवस्था में विद्युत का संचलन करता है।
- आयरन की वस्तुओं को गैल्वेनीकृत किया जाता है।
- धातुएँ जैसे K, Ca तथा Mg प्रकृति में कभी भी मुक्त अवस्था में नहीं पाई जाती हैं।
उपरोक्त प्रश्नों के उत्तर:
- एक ऑक्साइड परत अर्थात् Al₂O₃ के निर्माण के कारण।
- कार्बन की तुलना में Na तथा Mg अधिक सक्रिय धातुएँ हैं
- NaCl में इसकी दृढ़ संरचना के कारण आयनों का गमन संभव नहीं है लेकिन जलीय विलयन तथा गलित अवस्था में आयन मुक्त रूप से गमन कर सकते हैं।
- संक्षारण से बचाने के लिए
- ये अत्यधिक क्रियाशील होती हैं।
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
निम्न पदों की परिभाषा दीजिए: (i) खनिज (ii) अयस्क (iii) गैंग
(i) खनिज: पृथ्वी की भू-पर्पटी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले धतुओं के यौगिकों को खनिज कहते है।
(ii) अयस्क: वे खनिज जिसमे किसी विशेष धातु की अत्यधिक सांद्रता होती है जिसे आसानी से निकला जा सकता है उसे अयस्क कहते है।
(iii) गैंग: पृथ्वी से प्राप्त खनिज अयस्कों में उपस्थित अशुद्धियों जैसे -मिट्टी ,रेत आदि को गैंग कहते है।
आघातवर्ध्य तथा तन्य का अर्थ बताइए।
आघातवर्ध्य तथा तन्य का अर्थ इस प्रकार है:
आघातवर्ध्य : धतुओं को पीटकर पतले चादर बनाने की क्रिया को आघातवर्ध्य कहते है।
तन्य : धातु के पतले तार के रूप खींचने की झमता को तन्य कहते है।
सोडियम को किरोसिन में डुबो कर क्यों रखा जाता हैं?
सोडियम अत्यधिक अभिक्रियाशील धातु है, जो खुले में रखने से ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर आग उत्पन करता है, इसलिए इसे किरोसीन में डूबोकर रखा जाता है ।
आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है?
आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च इसलिए होता है कि इसके मजबूत अंतः आयनिक आर्कषण को तोड़ने के लिए अत्यधिक ऊर्जा की आवश्कता होती है।
दो धातुओं के नाम बताइए जो प्राकृतिक में मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं।
सोना और प्लैटिनम
कौन सी धातु आसानी से संक्षारित नहीं होती है?
कम अभिक्रियाशील धातुएँ जैसे -सोना तथा प्लेटिनम आसानी से संक्षारित नहीं होती है।
मिश्रातु क्या होते हैं?
दो या दो से अत्यधिक धातु या अधातुओं को एक समांगी मिश्रण बनाने की क्रिया को मिश्रातु कहते है। जैसे – पीतल ताम्बा तथा जस्ते आदि ।
दो धातुओं के नाम बताइए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगे तथा दो धातुएँ जो ऐसा नहीं कर सकती हैं।
दो धातुए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देती हैं – जिंक, ऐल्यूमीनियम तथा वे दो जो धातु ऐसे नहीं करती है -कॉपर और मर्करी (पारा)।
ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती है?
ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ अम्लीय ऑक्साइड बनाती है।
आपने ताँबे के मलीन बर्तन को नींबू या इमली के रस से साफ़ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ़ करने में क्यों प्रभवीत हैं?
ताँबे के बर्तन को नींबू या खट्टे रस से साफ इस लिए किया जाता है कि ताम्बें के बर्तनों पर मलिन होने पर कॉपर कार्बोनेट की परत चढ़ जाती है जो एक क्षारीय प्रकृति यौगिक है| अतः इसे नींबू या इमली में उपस्थित अम्लों की सहायता से हटाया जाता है और बर्तन चमकने लगता है।
कक्षा 10 के विज्ञान अध्याय 3 में महत्वपूर्ण प्रश्न कौन से हैं?
10वीं कक्षा अध्याय 3 में धातु एवं अधातु के संबंध में विस्तृत जानकारियां दी गई है। यदि महत्वपूर्ण प्रश्नों के संबंध में चर्चा की जाए तो धातु अथवा अधातु के रासायनिक गुणधर्म पर कुछ प्रश्न बनते हैं। जैसे कि कोई धातु अन्य धातु लवणों के साथ किस प्रकार से अभिक्रिया करती है। इसके अतिरिक्त जल के साथ कैसे अभिक्रिया करती है। यह सब प्रश्नों को ध्यान से पढ़ना जरूरी है इसके अलावा धातुओं की सक्रियता श्रेणी को कंठस्थ करना अति अत्यावश्यक है। अक्सर कई प्रश्नों का उत्तर इसी सक्रियता श्रेणी के आधार पर दिया जा सकता है। धातु एवं अधातु कैसे अभिक्रियाएं करती हैं, आयनिक यौगिकों के गुणधर्म, धातुओं का निष्कर्षण, अयस्कों का समृद्धिकरण, तथा संक्षारण से सुरक्षा आदि कुछ महत्वपूर्ण विषय है जिन पर परीक्षा में प्रश्न पूंछे जा सकते हैं विद्यार्थी को चाहिए कि वह पूरे ध्यान एवं एकाग्रता के साथ अध्यय 3 विज्ञान कक्षा 10 का अध्ययन करें जिससे कि एक भी महत्वपूर्ण जानकारी उस से छूटने न पाए और वह शत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त कर सके।
क्या कक्षा 10 विज्ञान के अध्याय 3 में 100% प्रतिशत परिणाम प्राप्त किया जा सकता है?
कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 में सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने के लिए सबसे पहले यह बहुत जरूरी है कि विद्यार्थी इसकी एक बार स्वयं से पढ़ाई कर ले और पेंसिल की सहायता से उन सभी लाइनों को रेखांकित कर ले जो उसे समझ में नहीं आ रही है। इसके पश्चात एक बार तिवारी अकादमी वेबसाइट पर उपलब्ध वीडियो को देखें और पुनः इस पाठ को स्वयं से पढ़ें। इस बात की पूरी संभावना है कि उस से आने वाले सभी डाउट वीडियो देखकर स्पष्ट हो जाएंगे और फिर इस अध्याय में ऐसा कुछ भी नहीं बचेगा जो छात्र को समझ में ना आए। विद्यार्थी को चाहिए धातु और अधातु से संबंधित सभी अभी क्रियाओं को पढ़ने समझने के बाद बिना देखे लिखने का प्रयास करें और लिखने के बाद उसका मिलान किताब से करके देखें ऐसा करने से विद्यार्थी को उसके द्वारा की गई गलतियों का आभास होगा और यह गलतियां वह दोबारा परीक्षा में नहीं करेगा। इसके साथ ही पाठ में दिए गए सभी पहलुओं पर क्रम से अध्ययन अत्यावश्यक है। साथ ही बार-बार किया गया रिवीजन विद्यार्थी को निसंदेह शत-प्रतिशत परिणाम दिलाएगा।
दसवीं कक्षा विज्ञान के अध्याय 3 में कठिन प्रश्न कौन से हैं?
कक्षा 10 विज्ञान के अध्याय 3 में कुछ कठिन टॉपिक जैसे अयस्कों का सांद्रण। जिसके अंतर्गत उच्च अभिक्रियाशील धातु है, मध्यम अभिक्रियाशील धातु, निम्न अभिक्रियाशील धातु धातु का विद्युत अपघटन, यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक संबंधित प्रश्न हैं तथा तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास और सक्रियता श्रेणी आदि आते हैं। विद्यार्थी को चाहिए कि यह सभी विषयों को स्वयं से अध्ययन करने के पश्चात बिना देखे अभ्यास में दिए गए प्रश्नों को लिखने का प्रयास करें। इसके साथ ही समय-समय पर रिवीजन करते रहे जिससे कि उसे श्रेष्ठतम परिणाम प्राप्त हो सके।
कक्षा 10 के विज्ञान के अध्याय 3 में कठिन प्रश्नों को कैसे याद किया जाए?
प्रत्येक अध्याय में कुछ छोटी-छोटी परिभाषाएं होती है जिन्हें हाईलाइट कर के अध्याय में दिखाया जाता है। विद्यार्थी को चाहिए कि सर्वप्रथम उन परीभाषाओं को याद करने का प्रयास करें। उसके पश्चात उन बड़े-बड़े उत्तरों को याद करने की कोशिश करें जिनमें वह छोटी-छोटी परिभाषाएं सम्मिलित हैं जिन्हें वह पहले ही याद कर चुके है। कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3 धातु एवं अधातु पर केंद्रित है। इसके लिए सबसे पहले धातु अधातुओं से संबंधित सभी जानकारियों को पढ़ लेना और तैयार कर लेना विद्यार्थी की हर विषय में प्रबल रूप से सहायता करेगा। जब विद्यार्थी यह जानकारियां प्राप्त कर ले, उसके पश्चात विद्यार्थी को चाहिए कि वह धातुओं से संबंधित अभिक्रियाएं और आधातुओं से संबंधित अभी क्रियाओं का तुलनात्मक अध्ययन करें ताकि उसके मन में किसी भी प्रकार का कन्फ्यूजन पैदा ना हो। ऐसा करने से वह सारे प्रश्नों के उत्तर बड़ी सरलता से याद कर लेगा और बिना देखे लिखने का प्रयास भी उसे सफलता दिलाएगा।