एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 22 यात्रा की तैयारी
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 22 यात्रा की तैयारी के प्रश्नों के उत्तर तथा पाठ्यपुस्तक पर आधारित अतिरिक्त प्रश्नों के उत्तर सत्र 2025-26 के लिए यहाँ दिए गए हैं। कक्षा 6 हिंदी अध्याय 22 में हम पढेंगे कि किस प्रकार हमें किसी भी यात्रा से पहले उस स्थान के बारे में पूरी जानकारी होने से समय भी बचता है और यात्रा मनोरंजक भी होती है।
कक्षा 6 हिंदी दूर्वा पाठ 22 यात्रा की तैयारी के प्रश्न उत्तर
अभ्यास के प्रश्न उत्तर
कोष्ठक में दिए गए शब्दों की सहायता से वाक्य पूरे करो।
काफी, संगम, राजधानी, मोटर लांच
1. कन्याकुमारी में तीन सागरों का……………….. होता है।
उत्तर: कन्याकुमारी में तीन सागरों का संगम होता है।
2. हम तिरुअनंतपुरम् तक …………………… से जाएँगे।
उत्तर: हम तिरुअनंतपुरम् तक राजधानी एक्सप्रेस से जाएँगे।
3. मेरी तो……………….. छुट्टियाँ बाकी हैं।
उत्तर: मेरी तो काफी छुट्टियाँ बाकी हैं।
4. हम लोग ………………. से स्मारक पहुँचेंगे।
उत्तर: हम लोग मोटर लांच से स्मारक पहुँचेंगे।
नमूने के अनुसार वाक्य बदलो।
नमूनाः
तुम्हें यात्रा में सामान कम रखना चाहिए।
देखो, सामान कम रखना।
1. सभी को मिठाई कम खानी चाहिए।
उत्तर: देखो मिठाई कम खाना।
2. हमें रात को भोजन कम करना चाहिए।
उत्तर: देखो रात को भोजन कम करना।
3. सभा में कम बोलना चाहिए।
उत्तर: देखो सभा में कम बोलना।
नमूने के अनुसार वाक्य बदलकर लिखो
नमूनाः
गोपाल बाजार जा रहा है।
वह बाजार जाएगा।
1. पिता जी चिट्ठी लिख रहे हैं।
उत्तर: वे चिट्ठी लिखेंगे।
2. लता साइकिल चला रही है।
उत्तर: वह साइकिल चलाएगी।
3. हम फिल्म देख रहे हैं।
उत्तर: हम फिल्म देखेंगे।
4. मैं तेलुगु पढ़ रही हूँ।
उत्तर: मैं तेतुगु पढूंगी।
5. तुम क्या कर रहे हो?
उत्तर: तुम क्या करोगे।
पिता जी ने निशा को कन्याकुमारी के बारे में क्या बताया?
पिता जी ने निशा को कन्याकुमारी के बारे में बताया कि पूर्णिमा के दिन शाम को कन्याकुमारी में चंद्रमा का उदय और सूर्य का अस्त होना एक साथ देख सकते हैं।
प्रश्नों के उत्तर दो।
1. निशा मैसूर क्यों जाना चाहती थी?
उत्तर: मैसूर का दशहरा देखने के लिए निशा मैसूर जाना चाहती थी।
2. निशा का परिवार कन्याकुमारी कैसे जाएगा?
उत्तर: निशा का परिवार कन्याकुमारी राजधानी से जाएगा।
3. शाम से पहले कन्याकुमारी पहुँचना क्यों जरूरी है?
उत्तर: शाम से पहले कन्याकुमारी पहुँचना इसलिए जरूरी है जिससे कि सूर्यास्त देखा जा सके।
4. पूर्णिमा की संध्या को कन्याकुमारी में क्या देख सकते हैं?
उत्तर: पूर्णिमा के दिन शाम को कन्याकुमारी में चंद्रमा का उदय और सूर्य का अस्त होना एक साथ देख सकते हैं।
5. लोग विवेकानंद स्मारक कैसे पहुँचते हैं?
उत्तर: लोग विवेकानंद स्मारक मोटर लांच से पहुँचते हैं।
अतिरिक्त अभ्यास के लिए प्रश्न उत्तर
निशा दशहरे की छुट्टी में कहाँ और क्यों जाना चाहती थी?
निशा दशहरे की छुट्टी में मैसूर जाना चाहती थी। क्योंकि वह वहाँ का दशहरा देखना चाहती थी।
निशांत दशहरे की छुट्टी में मैसूर क्यों नहीं जाना चाहता था?
निशांत दशहरे की छुट्टी में मैसूर नहीं जाना चाहता था, क्योंकि पिछले साल वह स्कूल की टीम से मैसूर जा चुका था। इस साल दशहरे की छुट्टियों में वह कहीं और जाना चाहता था।
निशांत और निशा की बात सुनकर पापा ने क्या फैसला किया?
निशांत और निशा की बात सुनकर पापा ने कहा, “अब मैसूर के लिए रिजर्वेशन मिलना कठिन है, इसलिए अबकी बार हम सब कन्याकुमारी जाएँगे”।
कन्याकुमारी जाने की बात सुनकर निशा ने क्या कहा?
कन्याकुमारी जाने की बात सुनकर निशा ने कहा कि तब तो बड़ा मज़ा आएगा। कन्याकुमारी में तीन सागरों का संगम होता हैं। वहाँ हम सूर्योदय भी देखेंगे और सूर्यास्त भी देखेंगे।
निशांत ने ऐसा क्यों कहा कि शाम से पहले कन्याकुमारी पहुँचना अच्छा रहेगा?
निशांत जानता था कि यदि वे शाम से पहले कन्याकुमारी पहुँचेंगे तभी वे सब सूर्यास्त देख सकते हैं। फिर वे रात में विवेकानंद नगर ठहरेंगे और सुबह जल्दी उठकर समुद्र के किनारे पहुँचेंगे और सूर्योदय देखेंगे।
निशा के पिता ने विवेकानंद स्मारक के बारे में क्या बताया?
निशा के पिता ने विवेकानंद स्मारक के बारे में बताया कि यह स्मारक कन्याकुमारी के पास समुद्र के किनारे थोड़ी दूर पर एक बड़ी चट्टान पर बना है। वहाँ पर जाने के लिए हमें मोटर लांच में बैठकर जाना पड़ेगा। वहाँ पर विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस की मूर्तियाँ हैं।
निशा ने समुद्र की लहरों से क्या लाने की बात कही थी?
निशा ने समुद्र की लहरों से सीपियाँ और छोटे बड़े शंख इकट्ठे करके लाने की बात कही थी।