एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 16
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 16 खेल-खेल में (कक्षा 3 पर्यावरण पाठ 16) के उत्तर हिंदी में सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त करें। कक्षा 3 के लिए पर्यावरण अध्ययन के पाठ 16 में बचपन में खेले गए खेलों के बारे में बताया गया है। प्रत्येक अनुच्छेद का विवरण विडियो के माध्यम से भी प्रस्तुत किया गया है।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 16
कक्षा 3 ईवीएस अध्याय 16 के लिए एनसीईआरटी समाधान
बचपन और खेल
प्रस्तुत पाठ में बच्चो द्वारा बचपन में खेले जाने वाले खेलों के बारे में बताया गया है। नंदिता अपनी बहन अवंतिका से स्टापू खेलना सीख रही है। रजत इस खेल को पहले से ही जनता था। अवंतिका की चाची उन्हें स्टापू खेलते देख रही थी। यह देख चाची भी उनके साथ खेलना चाहती थी।
जब चाची ने उनके साथ खेलने की बात कही तो सब बच्चे हस पड़ें उन्हें लगा चाची को खेलना नहीं आता है। पर चाची को तो बचपन के सभी खेल आते थे। चाची ने बताया कि वह बचपन में लगड़ी टांग, छुपम-छुपाई, ऊँच-माँगी-नीच, गीटे, लोह काट, पोसम्बा और कबड्डी भी खेलती थी। उनकी कबड्डी की टीम दस गाँव में सबसे आगे थी।
घर के अन्दर खेले जाने वाले खेल
तभी वर्षा होने लगी सभी बच्चे चाची के साथ घर के अंदर खेलने चल पड़े। अंदर चाचा और बुआ शतरंज खेल रहे थे। चाची ने बताया कि तुम्हारे चाचा तो बचपन में कंचे, गुली-डंडा, पिट्ठू-गर्म, अष्टा-चंगा-पे और पतंग बाजी आदि खेल खेलते थे।
वे पतंग के चक्कर में खाना तक भूल जाते थे। फिर सब मिल कर गुड़ियाँ का खेल खेलने लग गए। कुछ बच्चे गिट्टे खेलना चाहते थे और कुछ अष्टा-चंगा-पे खेलना चाहते थे। सब बच्चे अपना-अपना समूह बनाकर खेलने लगे।
खेल और उनके खिलाड़ी
बच्चो क्या आप जानते हैं कुछ खेलों के लिए खिलाडियों की संख्या भी निर्धारित होती है। अलग-अलग खेलों में यह संख्या घटाई और बढाई जा सकती है। खेलने से हमारा स्वास्थ्य ठीक बना रहता है। साथ ही खेल-खेल में हम बहुत सी बातें सीखते हैं। पढाई लिखाई के साथ खेल-कूद भी बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
बच्चे कुछ खेल घर के आंगन में खेल सकते है, पर कुछ खेलों के लिए उन्हें खुले मैदान की जरुरत पड़ती है। जैसे: हाँकी, फुटबाल, क्रिकेट, वोलीबाल और बास्केटबाल आदि। घर में हम लुडो, शतरंज, कैरम-बोर्ड, चार पर्ची और ताश आदि खेल बैठ कर खेल सकते हैं। हमारा राष्ट्रीय खेल हाँकी है। घ्यान चंद भारतीय हाँकी के सबसे बड़े खिलाड़ी थे।
भारत के प्रमुख खिलाडियों में कपिल देव, सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर क्रिकेट में अपना नाम अमर कर चुके हैं। हाँकी में धनराज पिल्ले बहुत मशहुर खिलाड़ी है। आजकल बच्चे अपनी सुविधा के अनुसार अपने खेल को चुन सकते हैं।