कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 एनसीईआरटी समाधान – जीवन की मौलिक इकाई
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 एनसीईआरटी समाधान पाठ 5 जीवन की मौलिक इकाई अभ्यास के प्रश्न उत्तर तथा जीव विज्ञान के इस पाठ के अंदर के पेज में दिए गए प्रश्नों के उत्तर शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से प्राप्त किए जा सकते हैं। कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 के लिए एनसीईआरटी समाधान उन सभी विद्यार्थियों के लिए लाभदायक हैं जो एनसीईआरटी पुस्तकों का अनुसरण करते हैं। 9वीं विज्ञान पाठ 5 के सभी प्रश्न उत्तर नए सत्र के लिए पुनः संशोधित किए गए हैं। पीडीएफ से ऑफलाइन पढ़ने वाले छात्र कक्षा 9 विज्ञान ऑफलाइन एप्लिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं।
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 के लिए एनसीईआरटी समाधान
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 के लिए एनसीईआरटी समाधान नीचे दिए गए हैं:
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 के बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) उत्तर
गुणसूत्र बने होते हैं:
इनमें से किसका संबंध अंतर्द्रव्यी जालिका से नहीं है?
पादप कोशिका में जीवद्रव्यकुंचन को इस तरह परिभाषित किया जाता है:
निम्नलिखित में से किसके चारों ओर एकल झिल्ली का आवरण होता है?
कोशिका क्या होती है?
- जीवन की मौलिक इकाई – कोशिका
कोशिका सजीवों के शरीर की रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है और प्राय: स्वत: जनन की सामर्थ्य रखती है। यह विभिन्न पदार्थों का वह छोटे-से-छोटा संगठित रूप है जिसमें वे सभी क्रियाएँ होती हैं जिन्हें सामूहिक रूप से हम जीवन कहतें हैं। कोशिका का सबसे पहले पता रॉबर्ट हुक ने 1665 में लगाया था। - कोशिका का संरचनात्मक संगठन
कोशिका में विशिष्ट घटक होते हैं जिन्हें कोशिकांग कहते हैं। यदि हम कोशिका का अध्ययन सूक्ष्मदर्शी से करें तो हमें लगभग प्रत्येक कोशिका में तीन गुण दिखाई देंगे; प्लैज्मा झिल्ली, केंद्रक तथा कोशिकाद्रव्य। - प्लैज्मा झिल्ली अथवा कोशिका झिल्ली
यह कोशिका की सबसे बाहरी परत है जो कोशिका के घटकों को बाहरी पर्यावरण से अलग करती है। प्लैज्मा झिल्ली कुछ पदार्थों को अंदर अथवा बाहर आने-जाने देती है। यह अन्य पदार्थों की गति को भी रोकती है। कोशिका झिल्ली को इसलिए वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली कहते हैं।
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 के अतिरिक्त प्रश्न उत्तर
लाइसोसोम कोशिका को स्वघाती थैली (सुसाइड बैग) क्यों कहा जाता है?
लाइसोसोम को ‘सुसाइड बैग’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब कोशिका क्षतिग्रस्त हो जाती है तो कोशिकीय उपापचय में गड़बड़ी के दौरान लाइसोसोम फूट जाते हैं और इससे निकले पाचक एंजाइम स्वयं अपनी कोशिका का ही पाचन करते हैं।
क्या आप इससे सहमत हैं कि: “कोशिका जीव की निर्माण इकाई है,” यदि हाँ, तो क्यों? व्याख्या कीजिए।
कोशिका जीवन की सबसे छोट्टी इकाई है, कोशिका से ऊतकों का निर्माण होता है। ऊतकों से अंगों का निर्माण तथा अंगों से अंग-तंत्र बनता है। अंग-तंत्र मिलकर जीवन का निर्माण करते हैं। अतः कह सकते हैं कि कोशिका जीव की निर्माण इकाई है।
उन अंगकों के नाम लिखिए जो नीचे लिखे वाक्यांशों से संबंध दिखाते हैं: (a) कोशिका के अभिगमन चैनल (b) कोशिका का पावर हाउस (c) कोशिका की पैकिंग और पे्रषित इकाई (d) कोशिका की पाचक थैली (e) कोशिका की संग्रह थैली (f) कोशिका का किचन (g) कोशिका का नियंत्रण कक्ष
(a) अंतर्द्रव्यी जालिका
(b) माइटोकॉन्ड्रिया
(c) गॉल्जीकाय
(d) लाइसोसोम
(e) रसधानी
(f) हरितलवक
(g) केंद्रक
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 नोट्स (मुख्य बिन्दु)
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 की प्रमुख परिभाषाएँ
- 1. कोशिका जीवन की मूलभूत संरचनात्मक इकाई है।
- 2. कोशिका के चारों ओर प्लैज्मा झिल्ली होती है। ये झिल्लियाँ लिपिड तथा प्रोटीन की बनी होती हैं।
- 3. कोशिका झिल्ली कोशिका का सक्रिय भाग है। यह पदार्थों की गति को कोशिका के भीतर तथा बाहरी वातावरण से नियमित करती है।
- 4. पादप कोशिका में कोशिका झिल्ली के चारों ओर एक कोशिका भित्ति होती है। कोशिका भित्ति सेल्यूलोज की बनी होती है।
- 5. पादप की कोशिकाओं में स्थित कोशिका भित्ति फंजाई तथा बैक्टीरिया को अल्प परासरण दाबी घोल (माध्यम) में बिना फटे जीवित रहने देती है।
- 6. यूकैरियोट में केंद्रक दोहरी झिल्ली द्वारा कोशिकाद्रव्य से अलग होता है। यह कोशिका की जीवन प्रक्रियाओं को निर्देशित करता है।
- 7. अंत:कोशिकीय परिवहन तथा उत्पादक सतह के रूप में कार्य करता है।
- 8. गॉल्जी उपकरण झिल्ली युक्त पुटिकाओं का स्तंभ है। यह कोशिका में बने पदार्थों का संचयन, रूपांतरण तथा पैकेजिंग करता है।
- 9. अधिकांश पादप कोशिकाओं में झिल्ली युक्त अंगक जैसे प्लैस्टिड होते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं – क्रोमोप्लास्ट तथा ल्यूकोप्लास्ट।
- 10. क्रोमोप्लास्ट जिसमें क्लोरोफिल होता है उन्हें क्लोरोप्लास्ट कहते हैं। ये प्रकाश संश्लेषण करते हैं।
- 11. ल्यूकोप्लास्ट का प्राथमिक कार्य संचय करना है।
- 12. अधिकांश परिपक्व पादप कोशिकाओं में एक बड़ी केंद्रीय रसधानी होती है। यह कोशिका की स्फीति को बनाए रखती है और यह अपशिष्ट पदार्थों सहित महत्वपूर्ण पदार्थों का संचय करती है।
- 13. प्रोकैरियोटी कोशिकाओं में कोई भी झिल्ली युक्त अंगक नहीं होता। उनके क्रोमोसोम के स्थान पर न्यूकलीक अम्ल होता है और उनमें केवल छोटे राइबोसोम अंगक के रूप में होते हैं।
- 14. जीवधाारियों में कायिक वृद्धि हेतु कोशिकाएं विभाजित होती हैं।
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 अभ्यास के लिए प्रश्न उत्तर
कोशिका द्रव्य किसे कहते हैं?
कोशिका मे कोशिका झिल्ली के अंदर केन्द्रक को छोड़कर सम्पूर्ण पदार्थों को कोशिकाद्रव्य कहते हैं। यह सभी कोशिकाओं में पाया जाता है तथा कोशिका झिल्ली के अंदर तथा केन्द्रक झिल्ली के बाहर रहता है। कोशिका द्रव्य में बहुत सारे कोशिकांग होते हैं जो अलग-अलग क्रियाओं को संपादित करते हैं।
उदाहरण के लिए
- अंतर्द्रव्यी जालिका
- गॉल्जी उपकरण
- लाइसोसोम
- माइटोकॉन्ड्रिया
- प्लैस्टिड
- रसधानियाँ
निम्नलिखित अवस्थाओं की स्थिति से क्या निष्कर्ष निकलता है? (a) जब बाहरी माध्यम की तुलना में कोशिका के भीतर अधिक सांद्रता वाला जल होता है। (b) बाहरी माध्यम की तुलना में कोशिका के भीतर कम सांद्रता वाला जल होता है। (c) जब कोशिका के अंदर एवं उसके बाहरी माध्यम में जल की सांद्रता समान होती है।
(a) बहिःपरासरण
(b) अन्तःपरासरण
(c) कोई परिणाम नहीं
पादप कोशिकाओं में बड़े आकार की रसधानी क्यों होती है?
रसधानियाँ न केवल अनेक महत्वपूर्ण पदार्थों का भंडारण करती हैं बल्कि उनमें कोशिका रस होने के कारण कोशिका को स्फीति भी प्रदान करती हैं।
क्रोमैटिन, क्रोमैटिड एवं क्रोमोसोम में परस्पर क्या संबंध है?
कोशिका के केन्द्रक में क्रोमोसोम पाए जाते हैं, क्रोमैटिन से क्रोमैटिड बनते हैं और क्रोमैटिड से क्रोमोसोम का निर्माण होता है। क्रोमोसोम DNA तथा प्रोटीन के बने होते हैं। DNA अणु में कोशिका के निर्माण व संगठन की सभी आवश्यक सूचनाएँ होती हैं। DNA के क्रियात्मक रूप में विद्यमान रहता है। क्रोमैटिन पदार्थ धागे की तरह की रचनाओं के एक जाल का पिंड होता है। जब कभी भी कोशिका विभाजित होने वाली होती है, तब यह क्रोमोसोम में संगठित हो जाता है।
केन्द्रक किसे कहते हैं?
कोशिका द्रव्य में स्थित कोशिकांग जो जीवद्रव्य की क्रियाओं का संचालित करती हैं। कोशिका का नियंत्रण करता है उसे केंद्रक कहते हैं।
कक्षा 9 विज्ञान अध्याय 5 के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं?
सभी जीवों का शरीर अत्यंत छोटी- छोटी कोशिकाओं से बना होता है, इसलिए इसे जीवों की संरचनात्मक इकाई कहते हैं। एक जीवित कोशिका वो सभी मूलभूत क्रिया (श्वसन, पाचन, उत्सर्जन) कर सकती है जो जीवन के लिए आवश्यक होती हैं, इसीलिए कोशिका को क्रियात्मक इकाई कहते है।
CO₂ तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका से कैसे अंदर तथा बहार जाते हैं? इस पर चर्चा करें।
CO₂ तथा पानी जैसे पदार्थ सामान्यतः विसरण द्वारा प्रकार कोशिका झिल्ली से अंदर बाहर आते जाते रहते है। जैसे: जब CO₂ की सांद्रता कोशिका के अंदर बढ़ जाती है तो बाह्य पर्यावरण में CO₂ की सांद्रता कोशिका में स्थित CO₂ की सांद्रता की अपेक्षा कम होती है। उसी समय उच्च सांद्रता से निम्न सांद्रता की ओर विसरण द्वारा CO₂ कोशिका से बाहर निकल जाती है। इसी प्रकार जब कोशिका में ऑक्सीजन की सांद्रता कम हो जाती है तो बाहर से O₂ कोशिका में विसरण द्वारा अंदर चली जाती है।
प्लैज़्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते हैं?
प्लैज़्मा झिल्ली का एक विशिष्ट गुण होता है जिसके कारण वह कुछ चुने हुए पदार्थ को कोशिका के अंदर बाहर आने जाने देती है। इस तरह प्लाज्मा अवांछित पदार्थ को रोक देती है, इसीलिए इसे वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली कहते हैं।
यदि किसी कोशिका का संगठन किसी भौतिक अथवा रासायनिक प्रभाव के कारण नष्ट हो जाता है, तो क्या होगा?
कोशिका जीवन की सबसे छोटी इकाई है, जो सभी जीवित कार्यों में सक्षम है। अगर किसी भौतिक या रासायनिक प्रभाव के कारण कोशिका का संगठन नष्ट हो जाता है, तो कोशिका के सभी जीवित कार्यों जैसे श्वसन, पोषण, उत्सर्जन आदि प्रभावित होंगे। कोशिका अपना कार्य नहीं कर पायेगी और नष्ट हो जाएगी।
लाइसोसोम को आत्मघाती थैली क्यों कहते हैं?
लाइसोसोम के अंदर अत्यंत शक्तिशाली पाचक रस होते है जो कोशिका के अंदर प्रवेश करने वाले विषाक्त, विजातीय पदार्थो को तो नष्ट करते ही है, कोशिका के ठीक से कार्य न करने वाले अंगको को भी नष्ट करके उसे साफ करने का कार्य करते है। कभी-कभी पूरी कोशिका ही बीमार हो जाती है और ठीक से कार्य नहीं करती, तब पूरी कोशिका को ही नष्ट करने के लिए, लाइसोसोम फट जाते हैं और एंजाइम अपनी ही कोशिकाओं को पाचित कर देते हैं। इसलिए लाइसोसोम को कोशिका की आत्मघाती थैली भी कहते हैं।
कोशिका की खोज किसने और कैसे की?
कोशिका की खोज सर्वप्रथम राबर्ट हुक ने की। उन्होंने 1665 में कॉर्क की पतली छीलन को अपने बनाए गए सूक्ष्मदर्शी में देखा जिसमें मधुमखी के छत्ते जैसे छोटी छोटी कोठरियाँ दिखायी दी जिन्हे उन्होंने (सेल) कोशिका नाम दिया।