एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 1.2
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 1.2 संख्या पद्धति के सभी प्रश्न उत्तर हल सहित सीबीएसई सत्र 2024-25 के लिए यहाँ से निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 1.2 के ये समाधान चरणबद्ध तरीके से सरलतम रूप में हल किए गए हैं। प्रश्नों को पीडीएफ तथा विडियो दोनों ही प्रारूपों में दिया गया है ताकि छात्रों को कोई परेशानी न हो।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 9 गणित प्रश्नावली 1.2
कक्षा 9 गणित अध्याय 1 प्रश्नावली 1.2 के लिए एनसीईआरटी समाधान
प्राकृतिक संख्याएँ
1 से अनंत तक की सभी धनात्मक संख्याएँ प्राकृतिक संख्याएँ होती हैं, अतः हम यह कह सकते है की सभी प्राकृतिक संख्याएँ पूर्ण संख्या होती है। लेकिन सभी पूर्ण संख्याएँ प्राकृतिक संख्याएँ नहीं होती हैं।
सम संख्या
वे संख्याएं जो 2 से पूर्णत विभाजित हो जाती हैं। सम संख्या कहलाती है। दो सम संख्याओं का योगफल सदैव विषम संख्या होता है।
उदाहरण: 2, 4, 6, 8, ………. आदि।
विषम संख्या
वे संख्याएं जो 2 से पूर्णत विभाजित नहीं होती है। विषम संख्याएं कहलाती हैं। दो विषम संख्याओं का योगफल सदैव सम होता है।
उदाहरण: 1, 3, 5, 7, ……… आदि।
पूर्ण संख्या
0 से अंनत तक कि सभी धनात्मक प्राकृत संख्याएँ पूर्ण संख्या कहलाती हैं।
उदाहरण: 0, 1, 2, 3, 4, ……… आदि।
पूर्णांक संख्या
धनात्मक, ऋणात्मक और शून्य से मिलकर बनी हुई संख्याएँ पूर्णांक संख्याएँ होती हैं।
उदाहरण: ………., – 2, – 1, 0, 1, 2, ……… आदि।
तर्क के साथ संक्षिप्त उत्तरीय प्रश्न
क्या ऐसी दो अपरिमेय संख्याएँ हैं जिनका योग और गुणनफल दोनों ही परिमेय संख्याएँ हैं? अपने उत्तर का औचित्य दीजिए।
हल:
हाँ
(3 + √2) और (3 – √2), दो अपरिमेय संख्याएं हैं।
(3 + √2) + (3 – √2) = 6, एक परिमेय संख्या
(3 + √2) (3 – √2) = 7, एक परिमेय संख्या
अतः, हमें दो ऐसी परिमेय संख्याएँ प्राप्त हैं, जिनका योग और गुणनफल दोनों ही परिमेय संख्याएँ हैं।
बताइए कि निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य: एक संख्या x ऐसी है कि x² अपरिमेय है परंतु x⁴ परिमेय है। एक उदाहरण की सहायता से अपने उत्तर का औचित्य दीजिए।
सत्य है।
आइए, x = ∜2 लेते हैं
अब x² = (∜(2 ))² = √2 एक अपरिमेय संख्या
पुनः x⁴ = (√2 )² = 2 एक परिमेय संख्या
अतः, हमें एक संख्या x ऐसी प्राप्त है कि x² अपरिमेय है तथा x⁴ परिमेय है।